एग्रीकल्चर के क्षेत्र में करियर कैसे बनाए | Agriculture me career kaise banaye

Agriculture me career kaise banaye – भारत की आधे से अधिक जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है और उनका व्यवसाय कृषि से जुड़ा हुआ है जिस वजह से भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत में पैदा होने वाली फसलों का निर्यात पूरे विश्व में किया जाता है जैसे गेहूं, चावल, प्याज, मसाले, प्राचीन काल से ही भारत इन सब का पूरा विश्व भर में बहुत बड़ा निर्यातक है।

भारत में करोड़ों लोग कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं कृषि व्यवसाय से जुड़ने के दो तरीके है पहला परम्परागत खेती उदाहरण के लिए यदि आप के या पिताजी या दादा जी किसान हैं तो आप उनके साथ सीधे जुड़ सकते हैं। और दूसरा एग्रीकल्चर विषय में पढ़ाई करके एग्रीकल्चर से जुड़ सकते हैं इस लेख के द्वारा कृष्णी व्यवसाय से कैसे जुड़ा जाए इस बात की पूरी जानकारी दी गई है,

एग्रीकल्चर में करियर कैसे बनाए?

एग्रीकल्चर या कृषि का नाम सुनकर ही बहुत से स्टूडेंट सोचने लगते है कि मै इतनी पढ़ाई लिखाई करने के बाद खेती करुँगा लेकिन वह गलत सोचते है कृषि या एग्रीकल्चर का मतलब खेती करना ही नहीं होता है इसके अलावा भी बहुत से ऐसे एग्रीकल्चर कोर्स करके अपना करियर बना सकते है जैसे :- एग्रीकल्चर अधिकारी बिज़नेस मैन, इंजीनियर एग्रीकल्चर आदि जगहों पर अपना करियर बनाने का बेस्ट ऑप्शन होते है।

एग्रीकल्चर के क्षेत्र में करियर बनाने के बहुत से विकल्प उपलब्ध होते है, जो स्टूडेंट एग्रीकल्चर विभाग मे अपना करियर बनाने का सोचते है वह सरकार निजी मे अपना करियर बनाने की शुरुवात कर सकते है इसके लिए स्टूडेंट 10th क्लास पास होना चाहिए लेकिन बहुत से जगहों और 12 th पास किये स्टूडेंट को ही इस कोर्स को करने की परमिशन होती है।

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कृषि का अध्ययन कैसे शुरू करें? (How to start studying agriculture )

यदि कोई भी स्टूडेंट एग्रीकल्चर के कृषि कोर्स का अध्ययन में अपना करियर बनाना चाहता है, तो वह 12th बायोलॉजी सब्जेक्ट से पास होना चाहिए तथा वह 12th के बाद देश भर मे एक से एक अच्छे एग्रीकल्चर कॉलेज है। लेकिन आप अपनी बजट के हिसाब से एक अच्छे कॉलेज मे एडमिशन ले आप अपनी पसंद का सब्जेक्ट चुनकर कृषि कोर्स का अध्ययन कर सकते है तभी आप आगे चलकर एग्रीकल्चर मे अपना करियर बना पायेंगे।

12th पास होने बाद कृषि में करियर

जिन स्टूडेंट ने 12th बायोलॉजी सब्जेक्ट लेकर पास किये है वह 12th के बाद डायरेक्ट bsc एग्रीकल्चर कोर्स भी कर सकते है। Bsc एग्रीकल्चर 4 साल का ग्रेजुएट डिग्री बैचलर कोर्स होता है जिसको हर एक स्टूडेंट 12th पास करने के बाद कर सकता है। Bsc एग्रीकल्चर कोर्स जैसे :- बागवानी, मृदा,विज्ञान, हॉर्टिकल्चर, एग्रोनॉमी, जीव विज्ञान,मैथ, अंग्रेजी, पैथोलॉजी, विधि विज्ञान,जल संसाधन प्रबंधन,पशु तथा कुकूट प्रबधंनआदि सब्जेक्ट मे से किसी एक सब्जेक्ट का चुनाव करके bsc एग्रीकल्चर कोर्स कर सकते है।

BSc agriculture शैक्षिक योग्यता

जो स्टूडेंट 12th science सब्जेक्ट से पास किये हो।

PCM- फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ
PCB -फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी।
ABC- बायोलॉजी, एग्रीकल्चर,केमिस्ट्री।

इन सभी में से आप कोई भी सब्जेक्ट से 12th पास किये है तो आप के 12th मे कम से कम 55-60% होने चाहिए तभी आप bsc एग्रीकल्चर मे एडमिशन मिल सकता है, क्योंकि 12th के मार्क्स बहुत ही अहमियत रखते है चाहे फ़िर जॉब के लिए हो या किसी चीज की पढ़ाई करने के लिए 12th मार्क्स हर एक जगह बहुत मान्यता दी गई है।

12th के बाद कृषि क्षेत्र मे करियर कोर्स के विकल्प 

12th बाद एग्रीकल्चर मे करियर बनाने के लिए बहुत से कोर्स होते है कुछ सर्टिफिकेट कोर्स,डिप्लोमा कोर्स,बैचलर कोर्स (bsc) मास्टर कोर्स (MMC), डाक्टरेट कोर्स आदि होते है।

सर्टिफिकेट कोर्स :- एग्रीकल्चर मे करियर बनाने के लिए कुछ सर्टिफिकेट कोर्स जैसे :- एग्रीकल्चर साइंस मे सर्टिफिकेट कोर्स, खाद्ध तथा पेय सेवा मे सर्टिफिकेट कोर्सस, बायो उर्वरक आदि सर्टिफिकेट कोर्स होते है जिनको करने के बाद आप एग्रीकल्चर मे करियर बना सकते है।

डिप्लोमा कोर्स :- कृषि के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कुछ डिप्लोमा कोर्सेज भी होते हैं जैसे :- एग्रीकल्चर तथा सहयोगी प्रथाओ मे आधारित डिप्लोमा कोर्स, खाद्य पदार्थों मे प्रसंस्कारण पर आधारित डिप्लोमा कोर्स होते है।

बैचलर कोर्स (bsc):- कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो बैचलर कोर्स (bsc) कर सकते है।

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कृषि विभाग मे नौकरी का क्या स्कोप है 

कई व्यक्तियो को लगता है कि एग्रीकल्चर के विभाग मे नौकरी मिलने के मौके बहुत कम होते है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। जिन स्टूडेंट ने एग्रीकल्चर की पढ़ाई पूरी कर ली है उन्हें सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी मिलने के चांसेस अधिक होते है इसके अलावा जिन व्यक्तियों को सरकारी और प्राइवेट दोनों नौकारियों मे से कोई नौकरी नहीं मिल रही वह अपना खुद का एग्रीकल्चर से रिलेटेड कोई भी बिज़नेस कर सकते है। जैसे :- खाद,धान, सरसो, अलसी आदि की दुकान करने पर कम से कम इस बात का मतलब निकलेगा आपकी एग्रीकल्चर की पढ़ाई करने का कोई बिज़नेस कर रहे है।

सरकारी नौकरी

जिन स्टूडेंट ने एग्रीकल्चर की पढ़ाई कर ली है उनके पास सरकारी नौकरी मिलने के काफी मौके होते है, उनको एग्रीकल्चर के क्षेत्र में काफी ज्ञान प्राप्त कर लेते है ऐसे मे एग्रीकल्चर विभाग की भर्ती समय -समय पर निकलती रहती है जैसे – एग्रीकल्चर वन विभाग, जल विभाग, एग्रीकल्चर अनुसंधान विभाग आदि जगहों पर vancy निकलती रहती है जिसमे आप ऑनलाइन आवेदन करके उन विभागों से विषयों पर परीक्षा दे कर इंटरव्यू क्लियर करके सरकारी नौकरी के पद को प्राप्त कर सकते है।

प्राइवेट नौकरी

बहुत सी ऐसी कंपनी प्राइवेट होती है। यदि जिन स्टूडेंट की कृषि के क्षेत्र में सरकारी जॉब नहीं मिल रही है। वह किसी भी प्राइवेट कंपनी में ज्वाइन कर सकते है क्योंकि बहुत सी प्राइवेट कंपनी मे कर्मचारियों की भर्ती की जाती है जिन मे से आप भी अप्लाई करके कृषि के क्षेत्र में प्राइवेट जॉब करके महीने के 20,000 तक कमा सकते है। कुछ प्राइवेट कॉलेजो और स्कूलों मे कृषि से संबंधित विषयो पर बच्चो को जानकारी देने के लिए कुछ शिक्षको की जरूरत पडती है आप स्कूल और कॉलेज ज्वाइन करके बच्चो को कृषि के क्षेत्र में मे ज्ञान दे सकते है।

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एग्रीकल्चर के क्षेत्र में सैलरी कितनी होती है?

जिन लोगो को एग्रीकल्चर के क्षेत्र में सरकारी नौकरी का पद प्राप्त हो जाता है उनकी महीने की सैलरी 40,000₹ से लेकर 80,000₹ प्रति माह वेतन होती है। इसके अलावा जो व्यक्ति प्राइवेट एग्रीकल्चर के क्षेत्र मे नौकरी करते है उनकी महीने मे सैलरी 20,000₹-30,000₹ प्रति माह मिलती है।

निष्कर्ष

भारत के बहुत से राज्य से हैं जो पूर्णतया अपनी किसानी और अनाज उत्पन्न करने के लिए जाने जाते हैं जैसे पंजाब और हरियाणा इन राज्यों को भारत का उन्नत कृषि राज्य के रूप में जाना जाता है। क्योंकि इन राज्यों में कृषि के नए नए तरीके अपनाकर अधिक से अधिक पैदावार की जाती है परंतु भारत में कुछ राज्य ऐसे हैं जो खेती तो खेती पर निर्भर है

परंतु खेती के नए तरीके नहीं अपनाते और पिछड़े हुए हैं। आप भी एग्रीकल्चर से जुड़ कर भारत के सभी राज्यों में जाकर एग्रीकल्चर के नए-नए तरीके बता सकते हैं और उनके परंपरागत खेती के तरीके बदलकर नए आधुनिक तरीके बता कर उन्हें तरक्की की ओर अग्रसर कर सकते हैं। क्योंकि आज के आधुनिक समय में बहुत नौजवान मेहनत और काम नहीं करना चाहते हैं उन्हें आरामदायक काम चाहिए और खेती से दूर होते जा रहे हैं इन्हें खेती से जुड़ने के लिए खेती के आधुनिक तरीके अपनाना जरूरी है।

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