ट्रेडिंग के द्वारा पैसे कैसे कमा सकते है
हम सभी अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना चाहते है, जिसके लिए सबसे महत्वपूर्ण पैसा होता है, और आज हम सब दिन रात मेहनत कर रहे है, कोई टीचर बनकर, कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर, कोई पायलट, तो कोई कुछ करके अपनी इन बुनियादी जरूरतों को पूरा करना चाहता है, अगर हम बाजार में चले जाएं, तो वहा मौजूद हर शक़्स, कोई सब्जी बेचकर, कोई राशन, कोई दूध बेचकर अपनी आय का माध्यम कुछ रख्खा है, एक सब्ज़ी वाली कम पैसे में सब्जी लाकर उसे कुछ मुनाफा रखकर ग्राहकों को बेचती है, उससे मुनाफा कमाती है, ऐसे है बहुत से लोग है, जो खरीदने और बेचने के आधार पर मुनाफा (profit) बना रहे है, उनमे से है कुछ ट्रेडर भी होते है, और अपना खरीद और बेचने के तरीके से है मुनाफा कमाते है, ट्रेडर के इस काम सामान को खरीदने और बेचकर मुनाफा कमाने को टेक्निकल भाषा मे ट्रेडिंग( व्यापार) कहते है।
आज इस ट्रेडिंग विषय से जुड़ी ज्यादा से जानकारियां के बारे में बात करेंगे जिनमे मुख्यतः है-
ट्रेडिंग क्या होती है?, ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर है?, ट्रेडर कौन होते है?, ट्रेडिंग के प्रकार(type) क्या है?, ट्रेडिंग के लिए किन चीज़ों की जानकारी आवश्यक है? , ट्रेडिंग के द्वारा पैसे कैसे कमा सकते है?, ट्रेडिंग में ज्यादातर ट्रेडर के पैसे क्यों loss होते है?
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ट्रेडिंग क्या है?
किसी भी सामान/ वस्तु को खरीदना और बेचना जिससे मुनाफा( profit) कामाया जा सके, यही ट्रेडिंग है, और अगर यही काम स्टॉक मार्केट में शेयर को ख़रीदकर और शेयर बड़ जाने पर उसे बेचकर मुनाफा(profit) कमाना है ट्रेडिंग कहलाता है, अर्थात शेयर को खरीदकर उसे स्टॉक मार्केट में बेचना ही टेक्निकल भाषा मे ट्रेडिंग कहलाता है।
ट्रेडिंग के द्वारा आज वर्तमान में बहुत से लोग शेयर को खरीद और बेचकर लाखो मुनाफा कमा रहे है, और अपने कैरियर को स्टॉक मार्केट में बना रहे है।
शेयर खरीदना + शेयर बेचना = मुनाफा = ट्रेडिंग
ट्रेडर कौन होते है?
ट्रेडिंग का काम करने वाले अर्थात शेयर को खरीदकर और बेचकर मुनाफा कमाने वाले लोग ही ट्रेडर कहलाते है। हर दिन कोई न कोई नए ट्रेडर ट्रेडिंग की फील्ड में अपना पैसे को इन्वेस्ट कर मुनाफा करते है, और इस फील्ड से लाखों पैसे मुनाफे के तौर पर कमाते है।
स्टॉक मार्केट में पैसा लगाने वाले दो ही लोग होते है-
* निवेशक (Investor)
* व्यापारी (ट्रेडर)
बहुत से लोग ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में अंतर ही नही समझ पाते, लेकिन दोनों अलग है।
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेन्ट में अंतर
ट्रेडिंग
- ट्रेडिंग में हम शेयर को ज्यादा वक्त तक होल्ड करके नही रख सकते है।
- ट्रेडिंग में शेयर को कुछ मिनटो, कुछ घण्टों, कुछ दिनों और कुछ महीनों तक ज्यादा से ज्यादा शेयर को होल्ड करके रख्खा जा सकता है।
- ट्रेडिंग पर ज्यादातर अपना ध्यान प्राइस(price) की मूवमेंट पर रखते है, और शेयर बढ़ते ही, उसे बेचकर मुनाफा कमा लेते है।
- ट्रेडिंग में रिस्क इन्वेस्टमेंट की तुलना में ज्यादा रहता है ।
- ट्रेडिंग में प्राइस की मूवमेंट कम समय मे बढ़ती और घटती रहती है, जिससे रिस्क बना रहता है।
- ट्रेडिंग में मुनाफा जल्दी कमाया जा सकता है।
इन्वेस्टमेंट
- इन्वेस्टमेंट में शेयर को काफी लंबे समय तक होल्ड करके रख्खा जा सकता है।
- इन्वेस्टमेंट में शेयर कई सालों तक होल्ड किया जा सकता है।
- इन्वेस्टमेंट में हम पूरे तरह सोच समझकर, अच्छी कंपनियों के शेयर खरीदते है, क्योंकि काफी लंबे समय तक शेयर को करना होता है।
- इन्वेस्टमेंट में रिस्क ट्रेडिंग की तुलना में कम होता है, क्योंकि इसमें शेयर अच्छी कंपनियों के बारे में जानकर खरीदे जाते है।
- इन्वेस्टमेंट में मुनाफा बनने में ज्यादा समय लगता है।
दोनों ही ट्रेडर और इनवेस्टर शेयर ख़रीद और बेचकर मुनाफा कमाते है।
ट्रेडिंग के प्रकार (Type)
ट्रेडिंग के अंतर्गत मुख्यतः 4 प्रकार होते है, जो निम्न है-
- स्कैलपिंग
- इंट्राडे
- स्विंग
- पोजीशन
ट्रेडिंग के प्रकार के नाम | समय सीमा |
स्कलपिंग(Scalping) | कुछ मिनट |
इंट्राडे(Intraday) | कुछ घण्टे |
स्विंग(Swing) | कुछ दिनों |
पोजीशन(Position) | कुछ हफ़्तो से लेकर महीनों तक |
ट्रेडिंग के प्रकार और उसकी समय सीमा
स्कालपिंग (Scalping)
ट्रेडिंग के इस प्रकार में शेयर को सबसे कम कुछ मिनटों तक होल्ड किया जा सकता है, और जैसे प्राइस बड़े, बेचकर मुनाफा कमाया जाता है।
इंट्राडे (Intraday)
ट्रेडिंग के इस प्रकार में शेयर को कुछ घण्टों तक होल्ड करके रख्खा जा सकता है, और प्राइस(price) बढ़ने पर शेयर बेचकर मुनाफा कमा लिया जाता है।
स्विंग (Swing)
ट्रेडिंग के इस प्रकार में शेयर को कुछ दिनों के लिए होल्ड करके रख्खा जा सकता है, और प्राइस बढ़ने पर मुनाफा कमाया जाता है।
पोजीशन (Position)
ट्रेडिंग के इस प्रकार में शेयर को कुछ हफ़्तो से लेकर कुछ महीनों तक होल्ड किया जा सकता है, और मुनाफा कमाया जा सकता है।
ट्रेडिंग के इन 4 प्रकार में शेयर को होल्ड करने की समय सीमा के आधार पर बांटा गया है, जिसमे ट्रेडर अलग अलग समय सीमा वाली ट्रेडिंग करके लाखो पैसे बनाते है।
उदाहरण(Example)
अगर कोई ट्रेडर स्टॉक मार्केट से 200 rs की प्राइस से 2000 शेयर ख़रीदता है, कुछ मिनटों बाद 100 rs की प्राइस में ग्रोथ पर वह उस शेयर को वापस बेच देता है, जो मुनाफा बनाता है।
ट्रेडिंग के लिए किन चीज़ों की जानकारी आवश्यक है
ट्रेडिंग एक ऐसा काम है जहाँ ट्रेडर शेयर को खरीदकर और बेचकर मुनाफा कमाते है, लेकिन अगर ट्रेडर कुछ जरूरी जानकारी न रख्खे तो उसको लॉस होने चांस बढ़ जाते है।
ये जानकारियां निम्न है:-
- ट्रेडिंग के बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन होना जरूरी है।
- ट्रेडिंग के प्रकार किस समय सीमा तक कौन से ट्रेडिंग के प्रकार में शेयर होल्ड कर सकते है, इसकी अच्छी knowledge होनी चाहिए।
- ट्रेडिंग के लिए, स्टॉक मार्केट में अपडेट प्राइस की जानकारी होनी चाहिए।
- प्राइस के ग्रोथ और डाउन होने को लेकर प्राइस मूवमेंट की बारीकी से knowledge होनी चाहिए।
- ट्रेडिंग को करने से पहले किसी कंपनी के शेयर की प्राइस और पैटर्न की knowledge होनी बहुत जरूरी है।
- ट्रेडिंग के लिए एकाउंट की आवश्यकता होती है, ट्रेडर को एकाउंट खोलने के लिए दस्तावेज कौन कौन से लगने है इसकी जानकारी होनी चाहिए।
- एकाउंट को खोलने में government टैक्स कितने लगने है, इसकी जानकारी होनी चाहिए।
- डिस्काउंट ब्रोकर( जो शेयर को कुछ गुने में देते है, और कमींशन कमाते है) एप्प इसकी नॉलेज होनी जरूरी है।
ट्रेडिंग के द्वारा पैसे कैसे कमाते है
- ट्रेडिंग के लिए मुख्यतः पैन कार्ड, आधार कार्ड, और एक बैंक एकाउंट की आवश्यकता होती है अतः इसको बनवा ले।
- डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन मौजूद है, जिसमे( लगभग जीरो कमीशन पर ब्रोकर किसी कंपनी के शेयर को कुछ गुने में प्रोवाइड कराता है) एकाउंट खोलना होता है, जिसमे बहुत मामूली गवर्नमेंट टैक्स लगेंगे (300 के लगभग)।
- (डिस्काउंट ब्रोकर एप्प बहुत से है, उनमे से zerodha एप्प ट्रेडिंग में काफी लोकप्रिय एप्प है, इसका भी इस्तेमाल कर सकते है।)
- 3 से 4 दिन में ट्रेडिंग के लिए आपका एकाउंट इस zerodha एप्प पर खुल जाता है।
- अब आप अपने ट्रेडिंग के knowledge का इस्तेमाल कर शेयर खरीद सकते है अर्थात निवेश करना स्टार्ट सकते है।
- उसी शेयर की स्टॉक मार्केट की प्राइस मूवमेंट में ग्रोथ होने पर समय सीमा के अनुसार बेच सकते है और मुनाफा कमा सकते है।
ट्रेडिंग में ज्यादातर ट्रेडर के पैसे क्यू लॉस(loss) होते है
- हम सब जानते है, अधूरे ज्ञान से हमेशा नुकसान होता है, इसलिए स्टॉक मार्केट की प्राइस मूवमेंट पर ध्यान न दिए बिना ट्रेडिंग करने पर loss होता है।
- कंपनी के प्राइस ग्रोथ और पैटर्न की बारीकी से जानकारी होना जरूरी है, और इसकी अधूरी जानकारी अक्सर ट्रेडिंग में लॉस(loss) कराती है।
- लालच में आकर जल्दीबाज़ी में करने वाले शेयर खरीदने और बेचने में अक्सर ट्रेडर का लॉस होता है।
पूरी जानकारी, सहजता, दूरदर्शिता, ये सभी मिलकर ट्रेडिंग की फील्ड में हमे उभरने में मदद करती है।
अतः ट्रेडिंग में पूरी जानकारी ही हमे सफलता दिला सकती है, और ट्रेडिंग की फील्ड में बेहतरीन कैर्रियर बना सकती है।
Thanks
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