कैसे शुरु करें पोल्ट्री फार्म का बिजनेस

अंडा और चिकेन इस समय लोगों का महत्वपूर्ण आहार बन चुका है कोई ऐसा गांव या शहर ऐसा नहीं है जहां लोग अंडे और चिकेन का सेवन नहीं करते हो अंडे और चिकेन के बढ़ती मांग की पूर्ति के लिए इन दिनों लोग पोल्ट्री फार्म के बिजनेस में काफी रुचि दिखा रहे हैं ये बहुत ही अच्छा और मुनाफा देने वाला व्यापार है इस व्यापार के लिए सरकार बेहद कम ब्याज दर पर लोन भी उपलब्ध कराती है ?
अगर आप भी किसी नए व्यापार को शुरु करने की सोच रहे हैं तो पोल्ट्री फार्म भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है आज हम आपको पोल्ट्री फार्म की स्थापना के विषय में विस्तार से बता रहे हैं

सही और पर्याप्त जगह

पोल्ट्री फार्म के व्यापार के लिए जगह का सर्वाधिक महत्व है इस व्यापार में लिए बहुत बड़े जगह की आवश्यक्ता होती है पोल्ट्री फार्म के लिए बड़े और साफ सुथरे स्थान की जरुरत होती है स्थान के जरुरत की पूर्ति के लिए आपको जमीन खरीदना पड़ा तो यह व्यापार का सबसे महंगा हिस्सा हो सकता है

जमीन के लिए आपके सामने एक और विकल्प हो सकता है कि आप अपने घर के आस पास पड़े किसी खाली जमीन पर पोल्ट्री फार्म की स्थापना कर सकते हैं जमीन की लंबाई चौड़ाई पालने वाली मुर्गियों की संख्या पर भी निर्भर करता है

उदाहरण के लिए एक मुर्गी के पालन पोषण के लिए न्यूनतम 01 वर्ग फुट जमीन की आवश्यक्ता होती है अगर एक मुर्गी को 1.5 फुट जगह मिल जाए तो उसके अंडों या चूजों को नुकसान नहीं होगा यानी वो पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे

पोल्ट्री फार्म के प्रकार

पोल्ट्री फार्म के कई प्रकार होते हैं इनका वर्णन निम्न प्रकार से है

बॉयलर फार्म : बॉयलर फार्म सामान्य पॉल्ट्री फार्म को ही कहते हैं इसमें चूजों को खरीद कर पालन पोषण किया जाता है यहां से 40 से 50 दिनों में मुर्गी तैयार कर बेच दिया जाता है

अंडा फार्म : इस फार्म के अंतर्गत आप अच्छी नस्ल की मुर्गियों का पालन पोषण कर उनके अंडों को बेचना होता है हमारी सलाह है कि आप शुरुआत बॉयलर फार्म से ही करें जैसे जैसे आपको मुनाफा मिलने लगें, आप अंडा फार्म का बिजनेस भी शुरु कर सकते हैं दोनों फार्म का बिजनेस आपको बेहतरीन मुनाफा दे सकता है

पोल्ट्री फार्म की स्थापना के लिए वातवरण के कुछ विशिष्ट वर्णन इस प्रकार से है

एक आदर्श पोल्ट्री फार्म के लिए कम से कम 1000 स्कवायर फिट जगह आवश्यक है इसमें आप 1000 चूजों का पालन कर सकते हैं पोल्ट्री फार्म की स्थापना के लिए वैसे स्थान का चयन करना चाहिए जो शहर से दूरी पर हो मुर्गियों को गाड़ियों के हॉर्न और प्रदूषण से परेशानी होती है, इसलिए कम आवागमन वाले स्थान पर ही इस बिजनेस की शुरुआत करें 

जगह चुनने के पूर्व यह पूरी तरह से सुनिश्चित कर लें कि उक्त स्थान पर पानी की कमी नहीं हो मुर्गियों के उचित पोषण के लिए और साफ सफाई के लिए आपको पर्याप्त पानी की जरुरत होगी अगर आपको अपने घर के आस पास कोई जमीन मिल जाए तो पानी की समस्या नहीं होगी 

जिस जगह पर पोल्ट्री फार्म का व्यापार शुरु करना हो, वहां की परिवहन व्यवस्था का जायजा जरुर लें किसी भी व्यापार की सफलता के लिए ट्रांसपोर्टेशन का बहुत महत्व है बहुत सारे लोग अपने घर के खाली पड़े जगह पर ही पोल्ट्री फार्म का व्यापार करते हैं इसे करने में कोई हर्ज नहीं है लेकिन इसमें काफी बदबू आती है, इसलिए इसे अपने मकान के कैंपस से बाहर ही करें तो बेहतर रहेगा पोल्ट्री फार्म में बिजली की जरुरत महसूस होती है व्यापार शुरु करने से पहले कमर्शियल बिजली कनेक्शन जरुर ले लें

व्यापार के लिए कराए रजिस्ट्रेशन

किसी भी व्यापार के लिए लाइसेंस अनिवार्य होता है कागजी कार्यवाही पूरा किए बगैर व्यापार शुरु करना सही नहीं होता पोल्ट्री फार्म के बिजनेस को एमएसएमई के माध्यम से रजिस्टर्ड कराना होगा एमएसएमई की मदद से व्यापार का निबंधन सरलतापूर्वक हो जाता है रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सर्वप्रथम वेबसाइट पर जाना होगा यहां से आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करा सकते हैं इस वेबसाइट पर जाने के बाद आपको एक फार्म नजर आएगा वहां पर आपको अपना आधार नंबर और नाम डालना होगा इसके बाद वहां वैलिडेट आधार का विकल्प नजर आएगा इस पर क्लिक करें क्लिक होते ही आपका आधार स्वीकृत हो जाता है और आगे की प्रक्रिया के लिए निर्देश मिलता है 

इसके बाद वहां आपको अपने पोल्ट्री फार्म कम्पनी का नाम, कम्पनी का प्रकार, कार्यस्थल का पता, शहर, जिला, राज्य, पिन नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, व्यापार शुरु करने की तारीख, बैंक डिटेल, कम्पनी डिटेल आदि जानकारी मांगी जाएगी, इसे सही सही भर दें अंतिम में आपसे कैप्चा मांगा जाएगा इसे भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें.

इसके बाद एमएसएमई की ओर से सर्टिफिकेट जेनरेट हो जाता है. ये सर्टिफिकेट आपको ईमेल से प्राप्त हो जाता है आप इसका प्रिंट निकाल सकते हैं इस प्रिंट का जेरॉक्स करा कर पोल्ट्री फार्म के ऑफिस में लगा दें इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आपकी कंपनी रजिस्टर्ड हो जाती है इसकी सहायता से आपकी सरकारी या गैर सरकारी संस्थानों से लोन भी ले सकते हैं.

कितना पूंजी निवेश करना होगा

नेशनल बैंक फोर एग्रीकल्चर एंड रुरल डेवलपमेंट यानी नाबार्ड ने पोल्ट्री फार्म के लिए मॉडल प्रोजेक्ट तैयार किया है इस रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप एक अच्छा मुनाफा देने वाला पॉल्ट्री फार्म शुरु करना चाहते हैं तो कम से कम 10 हजार मुर्गियों से व्यापार शुरु करें इसमें आपको कम से कम 04 से 05 लाख रुपये तक का पूंजी निवेश करना होगा अगर आप इसके लिए बैंक लोन लेना चाहें तो लगभग 75 प्रतिशत तक लोन भी मिल सकता है

कमा सकते हैं अच्छा मुनाफा

एक अनुमान के अनुसार 16 से 18 रुपये में एक स्वस्थ चूजा मिल जाता है नियमित पोषण और पौष्टिक आहार मिलने पर 40 दिनों में ये चूजा 40 दिनों में एक किलो का हो जाता है ये चूजे 04 महीनें में अंडे देना भी शुरु कर देते हैं. एक स्वस्थ चूजा डेढ़ साल में 300 अंडे तक देते हैं. चूजे की खरीद, उनके दाने, उनकी दवाईयां, किराया, बिजली का बिल, ट्रांसपोर्ट आदि का खर्च जोड़ने के बाद आपको आराम से 25 से 30 फीसदी तक मुनाफा हो सकता है

शेड बनाने का खर्च

पोल्ट्री फार्म के लिए शेड का निमार्ण करना पड़ता है एक अनुमान के अनुसार औसतन 01 लाख रुपये तक का खर्च आ सकता है शेड बनवाने के लिए इस बात का ख्याल रखें कि शेड पूरी तरह से पक्का हो शेड बनाने के लिए पाइप, वेल्डिंग और छत का पूरा ख्याल रखें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपके फार्म में पानी न घुस सके पानी से बचाने के लिए 02 02 फीट की दीवार बनाकर पूरे फार्म को चारों तरफ जाल से पैक कराना होगा शेड बनवाने से पहले किसी आस पास के किसी नजदीकी पोल्ट्री फार्म को देख कर उससे आइडिया ले लें आप चाहें तो शेड बनाने वाले किसी एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं

अपने पॉल्ट्री फार्म को हमेशा पूरब से पश्चिम की दिशा में आयत के आकार में बनवाएं इस तरह की दिशा में फार्म बनवाने पर मुर्गियों को धूप कम लगती है और तापमान भी मेंटेन रहता है तापमान असंतुलित होने से मुर्गियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है 
पानी और बिजली की जरुरत

पोल्ट्री फार्म की शुरुआत करने के लिए बहुत सारे सामानों की आवश्यक्ता पड़ती है फार्म में 24 घंटे तक निर्बाध पानी की आपूर्ति होनी चाहिए इसके लिए आप कुंआ और बोरवेल का इंतजाम कर सकते हैं पानी की स्टोरेज के लिए आपको एक बड़ी टंकी और मुर्गियों के लिए बेहतरीन ड्रिंकिंग सिस्टम तैयार करने की जरुरत होती है इंतजाम ऐसा होना चाहिए कि सिर्फ एक बार बटन दबाने पर पानी मुर्गियों तक पहुंच जाए

ड्रिकिंग सिस्टम के सारे इक्विपमेंट आपको बाजार में किसी हार्डवेयर की दुकान पर मिल जाएगा इक्विपमेंट अच्छी क्वालिटी का ही खरीदें 

फिडिंग सिस्टम :

फिडिंग सिस्टम से संबंधित सारे टूल्स बाजार में उपलब्ध है. इसे किसी अनुभवी एक्सपर्ट की मदद से अपने फार्म में सेट करा लिजिए

प्रकाश व्यवस्था :

मुर्गियों को अंधेरा पसंद नहीं होता काफी रिसर्च के बाद पता चला है कि मुर्गियां अधेरे में भोजन पंसद नहीं करती जिस फार्म में ज्यादा रोशनी की व्यवस्था होती है, वहां की मुर्गियां जल्दी तैयार होती हैं और जहां प्रकाश कम होता है, वहां की मुर्गियां अपेक्षाकृत कमजोर होती हैं इसका एक कारण यह भी है कि लाइट की वजह से फार्म का तापमान मेंटेन रहता है लाइट होने की वजह से रात के समय में मुर्गियां अपना ज्यादा समय खाने में व्यतीत करती हैं रात के वक्त सन्नाटे का माहौल रहता है, इस वजह से मुर्गियां एकाग्र होकर भोजन ग्रहण करती हैं अगर लाइट की व्यवस्था अनियमित हो तो आपको जेनरेटर सेट का प्रबंध करना होगा जेनरेटर सेट की व्यवस्था आपको महंगी लगे तो सोलर सिस्टम का भी प्रयोग कर सकते हैं

चिकेन बॉक्स

यदि आप अंडे का फार्म शुरु करना चाह रहे हैं तो आपको चिकेन बॉक्स की जरुरत पड़ेगी यह अंडों को सुरक्षित रखने के लिए इस्तेमाल होता है मुर्गियां इस चिकेन बॉक्स में अच्छे से अंडे दे सकती हैं चिकेन बॉक्स में अंडे रखने से अंडे खराब नहीं होते और पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं

फ्लाई ट्रे

अक्सर पोल्ट्री फार्म में गंदगी की वजह से मक्खियां और कीड़े पनपने लगते हैं इसके लिए आपको फ्लाई ट्राई की आवश्यक्ता होती है इसके छिड़काव से फार्म में सफाई बनीं रहती है और मुर्गियों का पोषण प्रभावित नहीं होती इसके साथ ही एग वॉशर का प्रयोग भी जरुर करना चाहिए इस एक्विपमेंट और पानी की मदद से अंडे को साफ किया जाता है इस सफाई के बाद ही इसे बेचने के लिए मार्केट में भेज दिया जाता है

मुर्गियों के लिए चारा

मुर्गियों को बेहतर और समुचित पालन पोषण उनके भोजन की क्वालिटी पर ही निर्भर होता है मुर्गियों के लिए हमेशा ही अच्छी क्वालिटी के फूड प्रोडक्ट का चयन करें मुर्गियों के लिए कैल्सियम और प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा की जरुरत होती है, इसलिए ऐसे ही चारे का चुनाव करें जिसमें ये तत्व भरपूर मात्रा में हो

ऐसे करें चूजों और मुर्गियों की देखभाल

एक चूजे के ठीक ठाक ढंग से विकसित और बड़ा होने में लगभग 40 से 50 दिन लग जाते हैं इन 40 दिनों तक चूजों का बहुत ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि ये चूजे बहुत ही नाजुक होते हैं

शुरुआत के एक सप्ताह तक इन बच्चों को ध्यान पूर्वक पालन करना चाहिए. जब भी किसी नवजात चूजों को हाथों में लें तो उससे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लें उसके बाद ही चूजों को हाथ लगाएं

पोलट्री की अच्छी जानकारी रखने वाले एक डॉक्टर से सपंर्क बनाएं और समय समय पर चूजों की दवा और सूई आदि लगवाते रहें नियमित तौर पर प्रत्येक सप्ताह उनकी जांच कराते रहें ताकी उन्हें बीमारियों और असमय मरने से बचाया जा सके

मुर्गियां रात को ज्यादा खाना खाती है जरुरत से ज्यादा भोजन भी मुर्गियों के लिए नुकसानदेह होता है. रात को भोजन में कीड़े ज्यादा पनपते हैं इन कीड़ों से मुर्गियों को इंफेक्शन का खतरा बना रहता है, इसलिए अपने फार्म से कीड़ों को मारने का प्रबंध करें फार्म की नियमित साफ सफाई करें जिस पात्र में मुर्गियों को चारा और पानी दिया जाता है, उसकी हर दो से तीन दिन पर सफाई करें 
ठंड के मौसम में हीटर या लाईट का प्रबंध करें 

बढ़ती उम्र के चूजों का खास ख्याल रखें उन्हें कैल्सियम और प्रोटीन युक्त भोजन दें चूजों को दिन में कम से कम 03 बार और ज्यादा से ज्यादा 04 बार दाना डालें पशु चिकिसक की सलाह से उनके खाने में कीटाणु मारने वाले द्रव्य पदार्थ का इस्तेमाल करें. बॉयलर मुर्गियों को बीमारी जल्दी पकड़ता है इसलिए उनके स्वास्थ्य के प्रति हमेशा ध्यान रखें

कोई भी बिजनेस तभी सफल होता है जब उसे पूरी मेहनत, लगन और निष्ठा के साथ किया जाए शुरुआती दौर में थोड़ी सी असुविधा और परेशानी सामने आ सकती है लेकिन समय और अनुभव धीरे धीरे सब कुछ सीखा देता है पोल्ट्री फार्म के बिजनेस में एक अच्छी बात यह है कि इसमें आपको मुनाफे के लिए ज्यादा समय तक इंतजार नहीं करना होता आपका व्यापार 40 दिनों में रफ्तार पकड़ लेता है

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