Doctor Kaise Bane? डॉक्टर बनने के लिए क्या करें पूरी जानकारी

Doctor Kaise Bane? यह मात्र एक वक्त का सवाल नहीं बल्कि कई युवाओं के लिए उनके जीवन का जरूरी भाग बन जाता है। वे सिर्फ यह अच्छे से जानना चाहता है कि आखिर Doctor Kaise Bane?

दोस्तों हर शख्स अपने जन्म के साथ एक लक्ष्य लेकर पैदा होता है। वह लक्ष्य कुछ भी हो सकता है और उम्र के हर पड़ाव पर लक्ष्य बदलाव की स्थिति से भी गुजरता है। लेकिन ‘डॉक्टर’ एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आपका ध्यान डगमगाना नहीं चाहिए आपका लक्ष्य पक्का होना चाहिए।

अगर आपने कभी भी एक बार डॉक्टर बनने का सपना देखा है या देख रहे है तो आपको इस बात का जरूर ध्यान रखना होगा की आपको किसी प्रकार का डाॅक्टर बनना है, कहने का मतलब यह है की आपको किस रोग से सम्बंधित विशेषज्ञ बनना है। डाॅक्टर बनने के लिए आपको कई तरह से कोर्सेज करने की जरूरत होती है

हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको Doctor Kaise Bane की पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। लेकिन दोस्तों हम आपसे निवेदन करते हैं की डॉक्टर के रूप में या किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाने से पहले आपको उस फील्ड के प्रति बेसिक नॉलेज होनी चाहिए। क्योंकि यह आपके करियर का सवाल है।

बेसिक शिक्षा के साथ आपकी रुचि भी इस सब्जेक्ट में होनी चाहिए। चलिए समझते हैं Doctor Kaise Bane step by step

डॉक्टर बनने के लिए यह होना आवश्यक

दोस्तों डॉक्टर बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है यह तो हम सब जानते हैं क्योंकि ‘डॉक्टर’ केवल एक शब्द नहीं जो आप नाम के आगे लगा दें और आप डॉक्टर बन गए, इसके लिए आपका लक्ष्य 10 वीं क्लास के बाद ही पक्का होना चाहिए। डॉक्टर बनने की शुरुआती कदम आप मुख्य तौर पर 10th क्लास के बाद ही शुरू कर देते हैं। इस प्रोफेशन के लिए क्या क्या आवश्यक है वह निम्मनलिखित हैं।

  • बेहतरीन इंग्लिश:- आपकी इंग्लिश बोलने और लिखने में अच्छी पकड़ हो।
  • PCB सब्जेक्ट:- ग्यारवीं और बाहरवीं क्लास में फिजिक्स,केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी सब्जेक्ट हो।
  • 50% मार्क्स:- हर विषय में कम से कम 50 प्रतिष्ठित मार्क्स से पास हुए हो। हालंकि ज्यादा से होंगे तो आपके लिए आगे का रास्ता थोड़ा आसान हो सकता है।

Doctor Kaise Bane इसका जवाब मिलेगा NEET EXAM समझने पर

दोस्तों जब भी हम किसी मंजिल पर पहुंचने के लिए निकलते हैं तो हमें एक तय रास्ते को पार करना पड़ता है, ठीक वैसे ही डॉक्टर बनने के लिए आपको जो रास्ता पार करना होता है उसे सब NEET EXAM कहते हैं। 

NEET EXAM देश में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए लिया जाता है। देश के लाखों बच्चे इस एग्जाम को पास करने के लिए हर साल शिरकत करते हैं। इसका फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Test है। पिछले साल यानी 2020 से पहले जहाँ AIIMS और JIPMER अपना अलग एंट्रेंस एग्जाम करवाते थे उन्होंने ने भी नियमों में बदलाव करते हुए NEET Exam को ही प्राथमिकता दी है। अब AIIMS और JIPMER में भी यही टेस्ट देकर एडमिशन लिया जा सकता है।

NEET EXAM के पेपर कैसे डिज़ाइन किया जाता है?

दोस्तों NEET EXAM का डिज़ाइन मेडिकल स्टडी को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया जाता है। जिसमें तीनों मुख्य सब्जेक्ट्स(फिजिक्स,केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी) को मिलाकर कुल 180 प्रश्नों का गुच्छा होता है। उनमें से 45 सवाल फिजिक्स के तो इतने ही सवाल केमिस्ट्री विषय से भी होते हैं और बाकी बचे 90 प्रश्न बायोलॉजी से संबंधित होते हैं। 

अगर आपने इन प्रश्नों के सही जवाब दिए तो चार अंक मिलेंगे नहीं तो 1 अंक हर गलत जवाब पर काट लिया जाएगा।

NEET EXAM में आने वाले कोर्सेज

दोस्तों डॉक्टर का विषय बेहद बड़ा होता है यानी कहने का मतलब है कि डॉक्टर मात्र एक ही श्रेणी का नहीं होता हर विषय के लिए अलग डॉक्टर मौजूद हैं। इसीलिए NEET EXAM में भी डॉक्टरों के लिए अलग अलग कोर्स उपलब्ध हैं जो कि कुछ इस प्रकार हैं।

  • MBBS(बैचलर ऑफ मेडिसिन, बैचलर ऑफ सर्जरी)
  • BDS(बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी)
  • BHMS(बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
  • BAMS(बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसीन एंड सर्जरी)
  • BUMS(बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी)
  • BVSC(बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंसेज एंड एनिमल हस्बैंड्री)

क्या होता है MBBS?

एक ऐसा कोर्स होता है जो जिसे कर के आप डाॅक्टर बन सकते है ओर साथ एक विश्ष्ठि प्रकार की पहचान समाज मे पा सकते है। एक विद्यार्थी कक्षा 10 व कक्षा 12 पास करने के बाद इस असमंजस मे पड जाता है कि उसको आगे क्या करना हर विद्यार्थी के लिए यह एक परीक्षा की घडी होती है की उसको जीवन मे क्या करना है और आगे वह क्या करना चाहते है। एक स्टूडेंट डॉक्टर बनना चाहता है तो उसे कक्षा 12 से ही तैयारी करनी पडती है ओर साथ ही विद्यार्थी के लिए जरूरी होता है की वै विज्ञान विषय मे अपनी रूची बनाये।

विज्ञान ही एक डॉक्टर का मूल आधार है साथ ही विज्ञान मे कुछ ऐसे अन्य विषय जैसे बायोलोजी, रसायन विज्ञान इत्यादी विषयो को पढने की जरूरत रहती है।

MBBS का FULL FORM Bachelor of medicine and bachelor of surgery होता हैं। MBBS मेडिकल डिग्री का एक बैचलर कोर्स होता हैं। इस कोर्स में अभ्यर्थियों को सामान्यतः 5.5 वर्ष का समय लगता हैं। जिन छात्रों ने कक्षा 12 में बायोलॉजी, केमेस्ट्री, ओर फिजिक्स जैसे विषयों को पढ़ा हैं वो छात्र इस कोर्स को काफी पसन्द करते हैं।

MBBS के लिए योग्यता

इस कोर्स को को करने के लिए अभ्यर्थियों के पास कुछ जरूरी योग्यता होनी आवश्यक है जो की निम्न है।

अगर आप इस कोर्स में प्रवेश लेने की सोच रहे है तो आपको कक्षा 12 मे विज्ञान विषय मे 50 प्रतिशत से अधिक अंक होना जरूरी है और कक्षा 12 मे विज्ञान में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी जैसे विषयों का होना जरूरी होता है।

छात्रों को इस कोर्स में प्रवेश के लिए जो आयु की योग्यता होनी चाहिए वो कुछ यह है जिसमे छात्रो की आयु कम से कम 17 वर्ष और अधिकतम उम्र 25 वर्ष से ज्यादा न होनी चाहिए।

इस कोर्स में अगर छात्र अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति से है तो उसके लिए अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट दी जाती है।

अगर आप कक्षा 12 के बाद इस कोर्स में प्रवेश लेने की सोच रहे है तो आपको इसके लिए नीट का एग्जाम क्वालीफाई करना पडता है जिसमे बाद आप इस कोर्स मे प्रवेश से सकते है।

नीट की परीक्षा पास करने के बाद छात्रो को उनकी वरियता के अनुसार काॅजेल दिये जाते है जहा वे इस कोर्स की पुरी पढाई करते है।

नीट की परीक्षा पास करने के बाद छात्रो को उनकी वरियता के अनुसार कोई भी काॅलेज और विश्वविद्यालय मिल सकती है फिर चाहे वो प्राईवेट काॅलेज हो या सरकारी।

अगर कोई छात्र अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति से है तो उसके भी बाहरवी कक्षा के प्रतिशत मे छूट दी जाती है जैसे अगर उनके कक्षा 12 में 40 प्रतिशत है तो उनको भी MBBS में प्रवेश दिया जा सकते है, यह पूरा निर्धारित करता है NEET बोर्ड पर की वे किस तरह छात्रो को चुनाव करते है।

इस परीक्षा में जो सभी सिलेबस दिया जाता है वह मेडिकल से सम्बंधित ही होता है।

MBBS कोर्स करने की अवधि

अगर कोई विद्यार्थी इस कोर्स को करना चाहता है तो उनको यह जानना जरूरी है की वह कब तक इस कोर्स को पूरा करेंगे और इसके दौरान आप किस किस प्रक्रिया से गुजरेंगे।

इस कोर्स को करने लिए सबसे पहले NEET की परीक्षा को पास करना जरूरी होता है ओर उसके बाद छात्रो को काॅलेज दी जाती है जहा व लगभग 4 साल से अधिक तक का समय बिताते है ओर का कोर्स करते है।

कोर्स की इस अवधि के दौरान छात्रो को मुख्यतः 2 स्टेप्स से गुजरना पडता है जिसमे पहले 4 साल छात्रो को कालेज मे पढने व सिखाया और अंतिम के एक साल छात्रो को इंटर्नशिप के जरिए प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है।

अगर आप नीट क्लाईफाई नही कर पाते है ओर विदेश से इस कोर्स को करना चाहते है आपको यह जरूरी होता है की वहा पर भी आपको लगभग 5 साल की पढाई करनी पडती है और उसके बाद आपको भारत में आपको CAT (Common aptitude test) देना पडता है ओर उसके बाद भारत मे डाॅक्टर से सम्बंधित कार्य कर सकते है या किसी भी सरकारी अस्पतालों में या प्राइवेट अस्पतालों में जाॅइन कर सकते है।

विदेश में अगर आप इस कोर्स को करते है तो आपको भारत मे CAT (Common aptitude Test) पास करना जरूरी होता है अन्यथा आपकी डिग्री कोई काम की नही है।

किस तरिके से होती है की MBBS पढाई

हाल ही में इस कोर्स के सिलेबस मे हाल ही में परिर्वतन किया गया है ओर इस नये पाठ्यक्रम को नये सत्र से लागू किया जायेगा ऐसा बताया जा रहा है। इस कोर्स में छात्रों को हर तरह की विशेषता से सम्बंधित थोडी थोडी पढाई कराई जाती है जेसे हड्डी रोग, हद्रय रोग इत्यादी । वर्तमान मे जो नया सेेलेबस बनाया गया है

उसका उद्देश्य सिर्फ एक ही है जिसमे छात्रो को स्नातक लेवल से ही इस काबिल बनाया जायेगा जिसे छात्र इस कोर्स के बाद ही रोगियो के ईलाज करने मे सक्षम होंगे। इस नये सेलेबस मे स्नातकोतर के भी कुछ विषयो को इसमे जोडा गया है जिससे की छात्रो को शुरूआती दौर मे ही इसका अच्छा ज्ञान होगा।

MBBS की फिस क्या होती है।

इस कोर्स के लिए फीस का निर्धारण दो फैक्टर करते है जिसमे पहला है की आप इस कोर्स को देश मे किसी भी संस्थान से करते है या विदेश मे किसी संस्थान से। अगर आप इस कोर्स को देश के किसी भी सरकारी संस्थान से करते है तो आपको इस के लिए खर्चा कम सालाना 30,000 से 70,000 तक हो सकते है और अगर आप इस कोर्स को प्राइवेट से करते है देश मे तो यह खर्चा बढकर 12,00,000 – 15,00,000 के मध्य या इससे ज्यादा भी हो सकता है।

अगर आप इस कोर्स को विदेश से करते है तो इस कोर्स के लिए फिस अनुमानत 25,00,000 से 30,00,000 के मध्य सालाना हो सकती है। कोर्स को करने बाद छात्रो को 1 साल का इंटरशिप कोर्स करना पडता है जिसमे देश मे कुछ काॅलेज तो ऐसे जो आपको यह कोर्स मुफ्त मे कराते है और कुछ कॉलेजों को इसके लिए आपको एक निश्चित राशि फिस के तौर पर देनी पडती है।

MBBS करने के बाद छात्रो के लिए स्काॅप 

एक बार अगर आप इस कोर्स को कर लेते है तो फिर आपके मन मे यह सवाल जरूर आता है इसके बाद क्या करेंगे। तो आईये जानिये की इस कोर्स के बाद बाद आप क्या कर सकते है। आज के समय में सर्जरी की काफी डिमांड बढ़ रही है जिस वजह से करने वाले छात्रो की भी मांग बढ रही है। इस कोर्स को करने के बाद आप एक सर्जन भी सकते है या किसी रोग या बिमारी से सम्बंधित कोई स्पेशलिस्ट।

कुछ ऐसे क्षेत्र जहा आप इस कोर्स को करने के बाद कार्य कर सकते है।

सरकारी अस्पताल

प्राईवेट अस्पताल

प्रयोगशाला

बायोमेडिकल कम्पनियां

मेडिकल काॅलेज

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र

फार्मास्यूटिकल

बायोटक्नोलोजी इत्यादी

करने के बाद अन्य पद जिसपे आप कार्य कर सकते है।

जूनियर डाॅक्टर

जूनियर फिजिशीयन

जूनियर सर्जन

मेडिकल प्रोफेसर

वैज्ञानिक

MBBS के बाद डाॅक्टर कैसे बन

अगर आप डॉक्टर बनने की सोच रहे है और आप MBBS भी कर रहे है तो आपको कोई ज्यादा दिक्कतो का सामना नही करना पडेगा क्योंकि इस कोर्स के बाद आपको सिर्फ एक सामान्य टेस्ट देना पडेगा ओर अगर आप उसे क्वालीफाई कर लेते है तो आप एक डाॅक्टर के पद पर बैठ सकते है।

MBBS डॉक्टरों की सबसे ज्यादा किए जाने वाला कोर्स हैं। इसके लिए छात्रों को अधिक मेहनत करनी चाहिए। इसका कटऑफ भी 90 से ऊपर जाता है। लेकिन जो छात्र इसमें पार कर लेता है उसके लिए आगे की राह लगभग आसान हो जाती है। MBBS मनचाहे कॉलेज से करने के बाद आप किसी पसंदीदा विषय मे स्पेशलाइजेशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

मेडिकल लाईन से जुडे अन्य कोर्स

इन कोर्सेज को कर के आप आसानी मेडिकल लाईन मे अपना केरियर बना सकते है।

MBBS (Bachelor of medicine and bachelor of surgery)

BDS (Bachelor of dental surgery)

BHMS (Bachelor of homeopathic medicine and surgery)

BAMS ( Bachelor of Ayurvedic medicine and surgery )

MD (Doctor of medicine)

MS (Master in surgery)

DM (Doctorate in medicine)

B.PHARMA (Bachelor of pharmacy)

B.SC Nursing

BPT (Physiotherapy)

BOT (Occupational therapy)

BUMS (Unani medicine)

D. PHARMA 2 years

AYURVEDIC, SIDDHA MEDICINE

BMLT (Bachelor of medical lab technician)

MBBS के लिए महत्वपूर्ण Colleges

करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण काॅलेज निम्न है।

Jawaharlal Institute of Postgraduate Medical Education and Research, Puducherry

All india institute of medical and science (AIIMS)

Armed force medical college

University of delhi

Grand medical college, Mumbai etc

इन कॉलेजों के नाम हमने अपनी व्यक्तिगत रिचर्स के आधार पर बनाये है आप इनमे अपने अनुसार कोई भी College इसके अलावा कोई भी काॅलेज से MBBS कर सकते है।

BDS Doctor kaise Bane?

BDS डिग्री दांतो के चिकित्सा के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इसमें छात्र दांतो से संबंधित बीमारियों के बारे में पढ़ेंगे। चार साल के इस डिग्री करने के बाद छात्र MDS भी चुन सकता है। जो कि डेंटल चिकित्सा का ही विकसित रूप है यानी कि मास्टर डिग्री है।

BAMS Doctor Kaise Bane?

आयुर्वेदिक चिकित्सा में रुचि रखने वालों के लिए यह कोर्स महत्वपूर्ण है। इसमें रोगों को ठीक करने के लिए आयुर्वेद का उपयोग किया जाता है। साढ़े पांच साल के इस कोर्स में छात्रों को एक साल की इंटर्नशिप भी मुहैया कराई जाती है। 

दोस्तों अन्य कोर्स में आप होम्योपैथिक,यूनानी अर्थात योग,फिजियोथेरेपी इतियादी और जानवरों के डॉक्टर बनने का कोर्स भी चुन सकते हैं। यह भी काफी चलन में हैं। 

Government Doctor kaise bane

यूं तो डॉक्टर चाहे प्राइवेट हो या सरकारी दोनों का महत्त्व समाज में एक जैसा ही है परंतु सरकारी डॉक्टर बनने के कई फायदे हैं, जिसकी वजह से डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई करने वाले छात्र सरकारी डॉक्टर बनने की ओर रुचि रखते हैं। फायदे में सबसे प्रमुख सरकारी डॉक्टरों की सैलरी होती है और रिटायर्ड होने के बाद पेंशन भी मिलती है। सरकारी डॉक्टर बनने के लिए आपको यह निम्नलिखित बातें ध्यान में रखनी चाहिए।

  • 10वीं के बाद साइंस मेडिकल स्ट्रीम चुनें जिसमें आपके सब्जेक्ट में बायोलॉजी जरूर हो, क्योंकि बायोलॉजी ही मेडिकल टर्म को कवर करती है। 
  • एंट्रेंस एग्जाम की कड़ी मेहनत करें, अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए स्ट्रॉन्ग कंपटीशन से होकर गुजरना होता है, इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे नंबर चाहिए और साथ साथ में बहरवीं क्लास में भी तकरीबन 60% मार्क्स आए तो फायदा होगा। 
  • एमबीबीएस डिग्री को पूरा करें। एंट्रेंस टेस्ट में अच्छे नंबर आने पर ही छात्रों को अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलेगा। सफलता पाने के लिए अच्छे कॉलेज में एडमिशन पाना बेहद जरूरी है। 
  • डिग्री पूरा होने पर प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए छात्रों का इंटर्नशिप करना उनके करियर के शुरुआती समय के लिए काफी अच्छा स्टेप होता है। किसी मेडिकल कॉलेज में छात्र इंटरनशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। 
  • इंटर्नशिप करने के बाद छात्र सरकारी डॉक्टर बनने के लिए तैयार हैं, इसके लिए छात्रों को नोटिफिकेशन के बारे में अप टू डेट रहना होगा। किसी गवर्नमेंट कॉलेज में जैसे ही कोई नोटिफिकेशन आती है छात्र अप्लाई कर सकते हैं। डॉक्यूमेंट सही पाए गए तो सरकारी डॉक्टर का पद मिल जाता है।

दोस्तों ऐसे ही हर क्षेत्र में डॉक्टर बनने के लिए कोर्स उपलब्ध है। यह छात्र के पसंद पर निर्भर करेगा कि वे क्या चुनते हैं। कोई भी सपना हकीकत बन सकता है अगर वो सपना देखने वाला हिम्मत करें। 

F.A.Q

दोस्तों डॉक्टर बनने के लिए कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत होती है, कई छात्र घंटो घंटो तक पढ़ने के बाद इस मुकाम तक पहुंचते हैं। छात्रों की मेहनत खराब न जाए इसीलिए इस सेगमेंट में Doctor kaise bane इससे संबंधित जरूरी सवालों के जवाब देंगे जो अमूमन सबसे अधिक बार पूछे जाते हैं:-

Q.1 डॉक्टर बनने के लिए कितने साल का कोर्स होता है?

Ans.1 डॉक्टर बनने के लिए 4.5 साल का कोर्स होता है।

Q.2 इंटर्नशिप में कितना पेमेंट मिलता है?

Ans.2 इंटर्नशिप के दौरान मिलने वाला अमाउंट कॉलेज, और हॉस्पिटल के मुताबिक तय होते हैं, एवरेज प्रति महीने 15 से 30 हजार रूपए मिलते हैं।

Q.3 डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है?

Ans.3:- डॉक्टर की सैलरी भी हॉस्पिटल पर निर्भर करती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में शुरुआती सैलरी 40 हज़ार से 80 हज़ार रुपए प्रति महीने की होती है और सरकारी डॉक्टरों को 50 हज़ार से 1 लाख रूपए प्रति महीने तक मिल जाती है।

उम्मीद है हमारे इस पोस्ट ने आपके प्रश्न का उत्तर दे दिया हो अगर फिर भी कुछ संदेह हो तो आप कमेंट बॉक्स में भी हमसे सवाल पूछ सकते हैं। 

निष्कर्ष

दोस्तों इस पोस्ट के जरिए हमने Doctor kaise bane इसके बारे में डिटेल में जाना। हमारा विश्वास है की छात्र अपने लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जीवन में हमेशा आगे बढ़ने का संकल्प लें। ऐसे ही टॉपिक पर अन्य सवालों के जवाब पाने के लिए आप हमसे जुड़े रहें। 

धन्यवाद।

अन्य पढ़े:

मेडिकल स्टोर कैसे खोले

पैथोलॉजी लैब कैसे खोले

भारत में हॉस्पिटल कैसे खोले

2 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *