Import Export Business – आयात निर्यात का व्यापार कैसे शुरू करें 2022
Import Export Business In Hindi – अगर आप भी कोई नया बिजनेस शुरू करने के बारे में सोच रहे है तो इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस आपके लिए सबसे सही रहेगा। हर देश मे किसी न किसी उत्पाद या वस्तु की कमी जरूर रहती है जिसे पूरा करने के लिए एक देश दूसरे देश से चीजों को मंगवाते है । वैसे ही अपने देश की ज्यादा उत्पाद की वस्तुओं को दूसरे देशों मे बेचते भी है। इस प्रकार यह आयत और निर्यात का व्यापार चलता है तो चलिए इस व्यवसाय के बारे में पूरी जानकारी लेते है।
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क्या है इम्पोर्ट- एक्सपोर्ट का बिजनेस
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का व्यापार शुरू करने से पहले आपका यह जान लेना बेहद ही जरूरी है कि आखिर यह बिजनेस है क्या ? जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है आयात या इम्पोर्ट का मतलब होता है किसी दूसरे देश से कोई भी उत्पाद या वस्तु मंगवाना और निर्यात यानी एक्सपोर्ट का मतलब होता है अपने देश से दूसरे देश में उत्पादों या वस्तुओं के भेजना । अतः इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का मतलब अंतराष्ट्रीय स्तर का व्यापार होता है।
इस व्यवसाय के लिए आवश्यक लाइसेंस कौन कौन सी है
अगर आप Import Export Business करना चाहते हैं तो कुछ बेहद ही जरूरी लाइसेंस आपको लेने होंगे। चूंकि यह एक अंतराष्ट्रीय स्तर का व्यापार है अतः आपको इस बिजनेस को शुरू करने से पहले जिन लाइसेंस की जरूरत पड़ती है उसके बारे में आगे हम आपको बताने वाले हैं
- बिजनेस रेजिस्ट्रेशन : किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको पहले उससे सम्बंधित क्षेत्र में बिजनेस रेजिस्ट्रेशन करवाना बहुत जरूरी होता है। आयात निर्यात बिजनेस के लिए भी आपको अपने बिजनेस का रेजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।
- आयात निर्यात कोड के लिए पंजीकरण : इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का व्यापार करने के लिए आपको IEC कोड की भी जरूरत पड़ती है। भारत मे आयात और निर्यात के व्यापार के लिए IEC कोड जरूरी है। यह एक 10 अंको की संख्या होती है जो कि विदेश व्यापार महानिदेशक ( DGFT) द्वारा जारी की जाती है। इसके पंजीकरण के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेजों का होना आवश्यक है –
व्यक्ति या कंपनी का पैन कार्ड
व्यक्ति का पहचान पत्र (वोटर कार्ड/ आधार कार्ड/ पासपोर्ट )
व्यक्ति के पते का प्रूफ (रेंट अग्रीमनेट/ बिजली बिल/ या इसे प्रमाणित करने वाला कोई भी अन्य दस्तावेज)
IEC पंजीकरण के लिए आप DGFT की वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं या फिर दिए गये लिंक https://www.dgft.gov.in/CP पर क्लिक करके भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। यहां से आप सेवा के विकल्प को चुनकर IEC ऍप्लिकेशन पर क्लिक करके ऑनलाइन IEC के विकल्प को चुन लें। यहां पर मांगी गई आवश्यक जानकारियों जिनमें पैन कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी को भरकर कैप्चा को दर्ज कर लें और जनरेट टोकन ऑप्शन पर क्लिक कर लें। इसके बाद आप आगे और मांगी गई जानकारियों को भरकर IEC कोर्ड के लिये अप्लाई कर सकते हैं।
- टैक्स रेजिस्ट्रेशन : इम्पोर्ट एक्सपोर्ट व्यापार शुरू करने के लिए दूसरी आवश्यक चीज टैक्स रेजिस्ट्रेशन है। इसके लिए आप अपने राज्य के संबंधित विभाग से VAT रेजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। भारत मे वस्तुओं का आयात और निर्यात करने के लिए VAT , CST या sales tax की जरूरत पड़ती है।
- MSME रेजिस्ट्रेशन : import export व्यापार को शुरू करने के लिए आपको MSME रेजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।
- No objection सर्टिफिकेट : यदि आप ग्रामीण क्षेत्र से इस व्यवसाय को शुरू करना चाहते है तो आपको ग्राम पंचायत से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेने की भी आवश्यकता पड़ती है।
- जी एस टी : इसके साथ ही साथ आपको जी एस टी नंबर भी लेना पड़ता है।
- आपको अपने व्यवसाय को प्रोप्राइटरशिप , प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, वन पर्सन कंपनी आदि में से किसी एक्ट के तहत रेजिस्टर करवाना पड़ता है।
- कंपनी का पैन कार्ड होना आवश्यक है।
- आपके व्यवसाय के नाम से बैंक में चालू खाता होना आवश्यक है।
- इस व्यापार को शुरू करने के लिए आपको शॉप एक्ट पंजीकरण के तहत अपना व्यवसाय पंजीकृत करवाना पड़ता है।
अपने बिजनेस के लिए सही उत्पाद को चुनें
अगर आप Import Export Business शुरू करना चाहते है तो सबसे पहले आपको उत्पाद का चयन करना होगा जो आपके बिजनेस का मूल आधार है। आप उन वस्तुओं को इस व्यापार के लिए चुने जिसकी मांग बाजार में ज्यादा है और पूर्ति कम है। जिन चीजों की घरेलू बाजार में मांग ज्यादा है और सप्लाई कम है ऐसी चीजों को आप बाहर के देशों से आयात यानी इम्पोर्ट करा कर मांग की पूर्ति कर अच्छा मुनाफा कमा सकते है।
ठीक उसी तरह जिन चीजों की घरेलू बाजारों में सप्लाई ज्यादा है और मांग कम है उन उत्पादों को आप दूसरे देशों में भेज कर यानी एक्सपोर्ट करके अच्छा फायदा कमा सकते हैं। अतः उत्पादों के चयन पर विशेष ध्यान दें।
अपने उत्पादों के लिए सही सप्लायर और खरीददार का चयन कर लें
चूंकि आप आयात निर्यात का बिजनेस शुरू कर रहे है अतः आपने जिस उत्पाद का चयन किया है यदि आप उस उत्पाद का निर्यात करना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपने घरेलू बाजार में उस उत्पाद का सप्लायर चुनना होगा जो आपको माल मुहैया करवा कर देगा जिसे आप विदेशों में बेच पाएंगे । ठीक उसी प्रकार यदि आप किसी चीज का आयात करा रहे है तो उसे भारत मे बेचने के लिए आपको खरीददार चुनना होगा जिसके द्वारा आप उत्पादों को भारतीय बाजार में बेच पाएंगे ।
Import export Business में लगने वाली लागत
Import Export Business लिए इन्वेस्टमेंट आप अपनी बजटनुसार भी कर सकते है । मतलब की यदि आप इस बिजनेस को अधिक बड़े स्तर पर करना चाहते है तो ज्यादा पैसा लगा सकते है अथवा अपनी आवश्यकताओं के अनुसार भी आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने व्यापार के लिए एक जगह की भी जरूरत पड़ती है जहाँ आप अपना ऑफिस बनाएंगे या जहाँ आप अपने बिजनेस का केंद्र बनाएंगे। अनुमानन आपको इस व्यवसाय के लिए 4 से 5 लाख तक का इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस में ध्यान देने वाली बातें
- इस प्रकार के व्यापार के लिए उत्पादों का चयन करते समय ध्यान दें कि जिस भी उत्पाद का आप चयन कर रहे है वो कानूनी तौर पर वैध हो । किसी गैर कानूनी उत्पाद का चयन करने से आप मुश्किल में पड़ सकते है या आपको जेल भी हो सकती है।
- यह व्यवसाय शुरू करने के लिए सभी जरूरी लाइसेंस या दस्तावेजों को जरूर बनवा लें।
- Import Export Business अंतरराष्ट्रीय स्तर का व्यापार है अतः पेमेंट भी विदेशी मुद्राओं के हिसाब से ही होगी इसलिये पेमेंट मोड के बारे में पूरी जानकारी पहले से ही समझ लें ताकि बाद में आपको लेन देन से संबंधित किसी भी परेशानियों का सामना न करना पड़े।
- इसके अलावा आपको उत्पादों के आयात निर्यात के लिये शिपमेंट का मोड भी चुनना होगा। यानी आप अपना माल किस मार्ग के द्वारा मंगवाना या भेजना चाहते है। अलग अलग शिपमेंट के लिए चार्ज भी अलग अलग होती है। अतः आप पहले ही सभी जानकारियां प्राप्त कर चुनाव कर लें कि आप किस शिपमेंट मोड को चुनेंगे जैसे हवाई मार्ग, समुंद्री मार्ग , सड़क मार्ग आदि।
- चूंकि आपका व्यापार विदेशों में हो रहा है इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आपके व्यवसाय की जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध हो । इसके लिए आपके पास बहुत सारे विकल्प होते है । आप ऑनलाइन अपनी कंपनी के नाम की वेबसाइट बना सकते है जहाँ आपके बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध हो जिससे आपके बिजनेस का और भी ज्यादा विस्तार होगा। इससे आप अपने उत्पादों को ऑनलाइन भी बेच सकेंगे।
- अपने बिजनेस के उत्पाद को चुनने से पहले आपको मार्केट सर्वे भी कर लेना चाहिए कि किन उत्पादों की अंतराष्ट्रीय बाजारों में ज्यादा मांग है या फिर किन चीजों की अपने देश मे ज्यादा मांग है जिसकी पूर्ति करने के लिए आप विदेशों से चीजों का निर्यात कर सकते हैं। जैसे भारत से कपड़ें, आभूषण, चिकित्सा उपकरण , चमड़े का सामान , कपास, चाय, कॉफी , मसाले आदि का निर्यात किया जाता है। उसी प्रकार भारत में आयात की जाने वाली चीजों में तेल, मोम, इलेक्ट्रिकल उपकरण, सोना , मोती, कीमती पत्थर आदि है।
- इसके अलावा आपको उत्पादों की प्राइस का भी सर्वे कर लेना चाहिए ताकि आप मार्केट से अधिक पैसे न लें ऐसे में आपका बिजनेस अधिक महंगे प्राइस के कारण चल नही पायेगा। अतः इस बात का खासा ध्यान रखें।
- अगर आपको Import Export Business के लिए जरूरी लाइसेंस लेने में दिक्कत हो रही है तो आप किसी अच्छे कंसलटेंट कंपनी की मदद से भी सारे रेजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
- इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको स्विफ्ट कोड की जरूरत पड़ती है। एक देश से दूसरे देशों के साथ पैसों की लेंन देन के लिए इसकी जरूरत पड़ती है अतः इस तरह की जानकारी से ही जुटा लें।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस से लाभ
Import Export Business आजकल काफी चलन में है और इसका कारण है लाभ। इस प्रकार के व्यवसाय के द्वारा आप दूसरे देश से किसी भी उत्पाद को सस्ते दामों पर मंगवाकर , ऊंचे दामों पर अपने देश मे बेच सकते है ठीक उसी प्रकार निर्यात में आप अपने देश के उत्पादों को विदेशों में अच्छे दामों पर बेचकर मुनाफा कमा सकते है। इस व्यवसाय में लाभ उत्पाद की मांग और उसकी पूर्ति पर भी निर्भर करता है।
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