दवाइयों का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें? Medicine Wholesale Business in Hindi

मेडिकल होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें? किन किन लाइसेंस को लेना होगा? Wholesale Medicine Business ideas in Hindi

जीवन जीने की लिए अगर दूसरी जरूरी चीज कोई है तो वो है दवाइयाँ। जिसकी जरूरत हमलोगों को जरूर पड़ती है। कुछ लोगों का जीवन तो किसी बीमारी से ग्रस्ति होने के कारण दवाइयों पर ही टिकी हुई रहती है। आज के बदलते समय में हर दूसरे इंसान को दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है।

आज के दौर में दवाइयों की थोक बिक्री का व्यापार बहुत ही फायदेमंद होता है। इंसान के जीवन मे दवाइयों का महत्व इतना ज्यादा हो गया है कि इसे जरुरत की सामग्री में शामिल कर दिया गया है इसलिए यह एक ऐसा व्यापार माना जाता है जिसमें कभी भी मंदी नही आती है। चाहे जैसे भी हालात हो दवाईयों के बिजनेस पर इसका कोई भी प्रभाव नही पड़ता है

अतः अगर आप भी किसी नये बिजनेस की शुरुआत करने के बारे में सोच रहे है तो दवाइयों का होलसेल बिजनेस कर सकते हैं। इस व्यपार को शुरू करना बहुत आसान भी है इसलिए हम आपको आज इस बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारियां देने वाले है।  

दवाइयों का थोक व्यापार कैसे शुरू करें? How to Start Medical Wholesale Business in Hindi

How to Start Medical Wholesale Business in Hindi

1. दवाइयों का बिजनेस के लिए इन्वेस्टमेंट

सबसे पहले हम जान लेते है कि दवाइयों के व्यपार को शुरू करने के लिए आपको कितना खर्च लगेगा। इस व्यापार को शुरू करने के लिए 5 से 6 लाख तक का खर्च आता है। ये खर्च कहा और कैसे लगेगा ये जान लेते है। 

  • दवाइयों का होलसेल व्यापार शुरू करने के लिए आपको एक दुकान भाड़े पर लेना पड़ता है या अगर खुद की दुकान हो तो और भी अच्छा रहता है। इस व्यापार को आप अपने घर से भी कर सकते है इसके लिए जो जगह का इस्तेमाल आप करेंगे,  उसे कमर्शियल में बदलना होगा और अगर पहले से वो जगह कमर्शियल है तो आपको खर्च करने की जरूरत नही पड़ेगी।
  • अगर आप ये व्यापार नगर निगम के अंदर करना चाहते हैं तो आपको मेडिसिन ट्रेड लाइसेंस लेना होगा जिसका खर्च लगभग 5 से 10 हजार सालाना हो सकता है वही पंचायत में इस लाइसेंस का खर्च 3 से 6 हजार तक आता है।
  • इसके बाद आता है ड्रग लाइसेंस जो कि जिला के ड्रग कंट्रोल विभाग से 5 साल के लिए दिया जाता है। जिसका खर्च 10 से 30 हज़ार तक आ सकता है। ये खर्च आपके दुकान के साइज/ स्टाफ की संख्या आपके दवाइयों के जमा रखने की क्षमता को देखने के बाद निर्धारित किया जाता है।
  • इसके बाद आपको जिस भी कंपनी की दवाएं लेनी है उस कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए आवेदन देना होता है। इसका खर्च आपके आर्डर के ऊपर निर्भर करता है।
  • इसके अलावा दुकान में फ्रीज ओर फर्नीचर में लगभग 25 से 40 हजार का खर्च लग सकता है वो आपके दुकान या जगह के साइज पर निर्भर करता है।
  • इसके बाद कर्मचारियों की सैलरी का खर्च है जो कम से कम 2 कर्मचारी का 20000/- तक हो सकता है और अगर ज्यादा कर्मचारी हुए तो ये खर्च भी ज्यादा होगा।
  •  आखरी लेकिन महत्वपूर्ण चीज है दवाइयों के स्टॉक पर खर्च  क्योंकि आप जितना ज्यादा प्रकार की दवाइयां रखेंगें उतना ही ज्यादा मुनाफा होने की संभावना होगी ।

2. बिजनेस के लिए जगह

दवाइयों का होलसेल व्यापार शुरू करने के लिए जगह की जरूरत पड़ती है। दवाईयों के होलसेल व्यापार के लिए 800 से 2000 वर्ग फीट जगह की जरूरत होती है। आप दुकान खरीद कर/ भाड़े की दुकान या खुद का घर से भी कर सकते है। जगह ऐसी चुने जहां बड़ी गाड़ियाँ आसानी से आ जा सके ताकि आपको अपने दवाइयों की गाड़ी आसानी से आ जा सके।

अगर आप भाड़े पे दुकान या जगह लेते है तो उसका रेंट एग्रीमेंट जरूर बनवा ले क्योंकि लाईसेंस लेते समय उसकी जरूरत पड़ती है। जिस जगह का इस्तेमाल आप व्यपार के लिए करोगे उसको कमर्शियल में बदलना ना भूले। ये हो गई आपकी जगह की जानकारी आगे बाकी की जानकारी दी जा रही है।

3. दवाइयों का होलसेल बिजनेस के लिए लाइसेंस 

इस व्यपार को शुरू करने के लिए आपको जिन लाइसेंस की जरूरत होती है वो ड्रग लाइसेंस/ उद्यम रेजिस्ट्रेशन और मेडिकल लाइसेंस है तो चलिये जान लेते हैं कि ये लाइसेंस हमलोग कहाँ से और कैसे प्राप्त कर सकते हैं।

1. मेडिकल लाइसेंस आपके नगर निगम के लाइसेंस विभाग से लेना पड़ता है जिसके लिए आपको जगह/दुकान का कमर्शियल पेपर/ प्रोफेसनल टैक्स/ पीएचडी की डिग्री ( जिनके नाम पे लाइसेंस होगा/ या उनके द्वारा अधिकार दिया गया हो) लाइसेंस फीस की रसीद/ पहचान पत्र/ पता का प्रमाण और इसके अलावा जरूरत होने पर अतिरिक्त पेपर मांगे जा सकते है। यह वहाँ के अधिकारियों पर निर्भर करता है।

2. इसके बाद आपको ड्रग लाइसेंस की जरूरत होती है जो कि सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट और जिला ड्रग विभाग से मिलता है।इसके लिए आपको वह सारे प्रमाण पत्र लगते है जो हमनें ट्रेड लाइसेंस के लिए बताया है इसके अलावा आपको डिस्ट्रीब्यूटरशिप का प्रमाण पत्र/ एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट/ फॉर्म19/ फॉर्म19A / फॉर्म19B / फॉर्म 19C/ फॉर्म24 / फॉर्म24A / फॉर्म24B / फॉर्म24C / फॉर्म24F/ फॉर्म27 जमा करना पड़ता है। इसके बाद आपके दुकान/ जगह का ड्रग इंस्पेक्टर निरीक्षण करते है तभी जाकर आपको यह लाइसेंस प्राप्त हो सकता है।

3. आखिर में आपको उद्यम लाइसेंस लेना होता है जो आप केंद्र सरकार की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते है। इसके लिए आपको अपना पहचान पत्र/  पता पत्र / व्यापार प्रमाण/  आयकर के पेपर लगते है।

4. आवश्यक कर्मचारियों की नियुक्ति

दवाईयों के होलसेल बिजनेस के लिए आपको कम से कम 3 कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है। दवाईयों के बिक्री करने के लिए 2 कर्मचारियों की जरूरत होती है । ध्यान रखे जब भी आप सेल्स कर्मचारियों की नियुक्ति करे तो उनकी क्वालिफिकेशन जरूर देख ले, उनको दवाइयों की जानकारी होनी चाहिए। 

अगर पहले किसी मेडिकल शॉप में काम किये हुए कर्मचारी मिल जाए तो बहुत ही ज्यादा अच्छा होगा। लेन देन का हिसाब करने के लिए अकाउंटेंट की नियुक्ति जरूर करें ताकि आपके व्यापार का हिसाब रखा जा सकें। इसके अलावा जरूरत के अनुसार भी आप कर्मचारियों की नियुक्ति कर सकते हैं।

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होलसेल बिजनेस के लिए दवाइयां कहां से लें

इस व्यापार को शुरू करने के लिए आप आवश्यक दवाईयों के लिए अलग अलग कंपनी से डिस्ट्रीब्यूटरशिप ले सकते है। आपको जो भी दवाइयों की जरूरत पड़ती है वहाँ से आपको उपलब्ध हो जाती है। इसके लिए आपको कूछ रकम डिपॉजिट के तौर पर कंपनियों के पास रखनी होती है।

इसके अलावा आप जो भी दवाइयां लेंगे उसे पेमेंट देकर लेना होता है। दवाइयों को लेने से पहले अलग अलग कंपनियों के मूल्यों का पता कर लें क्योंकि एक ही तरह की दवा अलग अलग कंपनी बनाती है इसलिए आप उन कंपनी की ही दवाएँ ले जिसमें मुनाफा ज्यादा हो और साथ ही साथ मार्केट में उस कंपनी का नाम भी हो।

दवाइयों का होलसेल बिजनेस से मुनाफा

दवा के व्यपार में मुनाफा अलग अलग होता है। इस बिजनेस में 15% से 30% तक का मुनाफा होता है। अलग अलग कंपनी अलग अलग डिस्काउंट देती है तो अगर आपने 5 लाख का इन्वेस्टमेंट किया हो और आपका मुनाफ़ा लगभग 15% का हो ही जाता है। जितनी ज्यादा आप सेल करेंगे उतना ही ज्यादा आपको मुनाफा होता है। इस बिजनेस में आप लाखों तक कमा सकते हैं।

दवाइयों का होलसेल बिजनेस के लिए ध्यान देने योग्य बातें

अगर आप दवाइयों का होलसेल बिज़नेस करना चाहते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें ताकि आपको नुक्सान होने का डर न रहे।

  • जैसा की सभी को पता है, हर दवा की एक एक्सपाइरी डेट होती है इसलिए जब भी आप दवाओं का आर्डर रिसीव करें उनकी एक्सपाइरी डेट जरूर देख लें या वैसी दवाइयां लें जिनकी एक्सपाइरी डेट लंबी हो। 
  • जिन दवा को न्यूनतम तापमान 0 डिग्री या उसे कम में रखना होता है वो फ्रीज़ या रेफ्रिजरेटर में ही रखें ।
  • जिन दवाओं की खपत कम हो उसे कम मात्रा में रखें।
  • ज्यादा महँगी दवाइयों की मात्रा भी कम रखे।
  • जिनकी खपत ज्यादा हो उसकी मात्रा हमेशा अपने पास रखें ताकि कोई भी ग्राहक आपके यहाँ से खाली न जाये, इससे ग्राहकों की संख्या में वृद्धि भी होती है। 
  • समय समय पर आपकी दवाइयों का मार्केट रेस्पांस चेक करते रहें।
  • अगर आपने किसी गोडाउन में दवाइयां रख रखी है तो आपको शोरूम के साथ-साथ अपने गोडाउन के मालिकाना हक के कागजात भी सरकार के सामने पेश करने होंगे।
  • आपको एक फार्मेसिस्ट को नियुक्त करना होगा, अगर आपको फार्मा के बारे में संपूर्ण जानकारी है तो आपको किसी भी फार्मेसिस्ट की जरूरत नहीं है आप खुद से भी काम शुरू कर सकते हैं लेकिन हमारी सलाह है कि आप बिना किसी फार्मेसिस्ट के काम शुरू ना करें।
  • मेडिकल होलसेलर्स को सरकारी योजनाओं में अपनी दवाइयां सप्लाई करने पर विचार करना चाहिए क्योंकि हमारे देश भारत में बहुत सारे सरकारी हॉस्पिटल है जिनमें समय-समय पर टेंडर निकलते रहते हैं अगर आप उनसे जुड़ते हैं तो अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

दवाईयों का होलसेल बिजनेस की मार्केटिंग कैसे करें?

इस व्यापार को वैसे तो मार्केटिंग की जरूरत नही पड़ती है पर अगर आप नई कंपनी की दवाई सेल कर रहे है तब आपको मार्केटिंग की जरूरत पड़ेगी,  इसके लिए आप निम्नलिखित तरीकें आजमा सकते है।

  • आपके नजदीकी अस्पताल में जेक मार्केटिंग टीम से संपर्क करें। उनके साथ बात कर कुछ सुनहरे ऑफर दे और उनको अपनी दवाइयों की खरीदारी करने के लिए तैयार करें। 
  • मशहूर और अच्छे डॉक्टरों से संपर्क करें , उन्हें उन दवाइयों को रेफर करने के लिए तैयार करें।
  • लोकल मेडिकल शॉप में अपने सेल्स कर्मचारियों को भेजकर अपने दवाइयों का सैम्पल दें और कोशिश करें कि दुकान वाले आपकी दवाईयों को बेचें।
  • शुरुआती दौर में अपना मुनाफा कम रखे और ज्यादा डिस्काउंट दे जिससे कि नए नए खुदरा दूकानदार आपसे जुड़ सकें और आपकी दवाइयों की बिक्री बढ़े।
  • आजकल होम डिलीवरी का प्रचलन चल रहा है अगर हो सके तो दवाइयों की होम डिलीवरी के लिए एक कर्मचारी रखे इससे आपकी बिक्री बढ़ेगी।

FAQ – दवाइयों का होलसेल बिजनेस के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. दवाइयों का होलसेल बिजनेस के लिए लाइसेंस कैसे बनवाये?

Ans. दवाइयों का होलसेल बिजनेस करने के लिए आपको ड्रग लाइसेंस की जरूरत पड़ती है बिना इस लाइसेंस की आप इस बिजनेस को शुरू नहीं कर सकते हैं। ड्रग लाइसेंस बनवाने के लिए आप अपने नजदीकी ड्रग इंस्पेक्टर के कार्यालय में जाकर उनसे बातचीत कर सकते हैं और अपने बिजनेस से जुड़ी सभी जानकारी उनको बता सकते हैं।

Q2. दवाइयों का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए कितने पैसे चाहिए?

Ans. दवाइयों का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम 5 से 6 लाख तक का खर्च आता है और यह खर्च कहा और कैसे लगेगा इसकी पूरी जानकारी हमने आर्टिकल में दी है

Q3. मेडिसिन का होलसेल में कितना प्रॉफिट है?

Ans. मेडिसिन का होलसेल बिजनेस में प्रॉफिट की बात करें तो यह लगभग 15% से 30% का होता है

Q4. क्या दवाइयों का होलसेल बिजनेस के लिए लाइसेंस लेना जरूरी होता है?

Ans. जी हाँ दवाइयों का होलसेल बिजनेस के लिए आपको ड्रग लाइसेंस/ उद्यम रेजिस्ट्रेशन और मेडिकल लाइसेंस लेनी होती है

निष्कर्ष (Conclusion)

इस आर्टिकल में हमने आपको दवाइयों का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करें? Medicine Wholesale Business in Hindi और इससे संबंध में सभी जानकारी दी है जिससे आपको मेडिकल होलसेल बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी हो गई होंगी मुझे उम्मीद है कि हमारा यह लेख पढ़कर आपको अच्छा लगा होगा.

अगर आपको आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों और अन्य लोगों के साथ जरूर शेयर करें, ताकि उन्हें भी ऐसी जानकारी जानने का मौका मिले और आपका कोई इस आर्टिकल के संबंध में सवाल हो, तो कमेंट करके पूछ सकते हैं.धन्यवाद

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