भारत में हॉस्पिटल कैसे खोले किस लाइसेंस की आवश्यकता है सम्पूर्ण जानकारी 

Hospital Business Plan in Hindi – आज के समय मे हम बहुत तेजी से विकास कर रहे है साथ ही हमारी शिक्षा का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में यदि आप अपना खुद का हॉस्पिटल खोलना चाह रहे है तब यह पोस्ट आपके लिए है व हॉस्पिटल खोलना चाहते है तब इस पोस्ट के अंत तक बने रहे।

आज के समय में बायोलॉजी लेकर बहुत लोग पढ़ते है व यदि आप हॉस्पिटल खोलते है तब आपको डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय व कंपाउंडर आसानी से मिल जाएगा क्योकि आज के समय मे सरकारी क्षेत्र में जॉब नही मिलने पर लोग प्राइवेट अस्पतालों में भी जॉब करते है व उनका सैलरी अच्छा होता है।

ऐसे में आप अपना खुद का हॉस्पिटल खोलना चाहते है तो आपके लिए बहुत ही फायदेमंद रहेगा, आज के समय मे छोटी सी छोटी बीमारी में अस्पताल में दिखाते है, ऐसे में आपका हॉस्पिटल खोलने का विचार बहुत ही सही है, तो आइये हम Hospital Kaise Khole? उसके बारे में पूरी डिटेल्स में बात करते है।

भारत में खुद का अस्पताल कैसे खोले? How to Open Hospital in India 

भारत में हॉस्पिटल खोलने के लिए आपको जिस प्रोसेस को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करना है उसके बारे में जानकारी इस तरह से है – 

1. सर्वप्रथम आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपके पास mbbs की डिग्री होना चाहिए।

2. यदि आपके पास mbbs या फिर hospital management की डिग्री है तो आप हॉस्पिटल खोल सकते है।

3. आपको हॉस्पिटल ओपन करने के लिए The Clinical Establishment (Registration and Regulations) 2017 के तहत हॉस्पिटल के लिए रेजिस्ट्रेशन करना होगा।

4. आपको रेजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ मुख्य दस्तावेज अटेच करके, जमा करना होगा।

5. स्वास्थ्य विभाग आपके फॉर्म का कोर्स चेक करती है, जानकारी सही होने पर आपको महीने के अंदर हॉस्पिटल खोलने का लाइसेंस प्रदान कर देती है।

भारत में हॉस्पिटल खोलने के नियम

भारत सरकार के नई पॉलिसी के तहत प्रत्येक प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए 2014 में नई गाइड लाइन जारी किया है जो कुछ इस प्रकार है-

1. प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए कम से कम 2500 वर्ग गज का जगह होना चाहिए जिसमें हॉस्पिटल बनाना है।

2. अस्पताल संचालक को इस बात का ध्यान रखना है कि वाहन पार्किंग की व्यवस्था हो, जितने भी मरीज है उतने परिजन के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए।

3. अस्पताल में यदि 10 बेड है ऐसे में अस्पताल में कम से कम 15 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए।

4. जहाँ पर अस्पताल बना है वहाँ पर 12 मीटर या फिर उससे अधिक चौड़ाई वाली सड़क होना जरूरी है।

5. इसके साथ ही फायर, व पॉल्युशन सम्बंधित विभाग से NOC लेना होगा।

6. दवाओं की दुकान के साथ अस्पताल में मेडिकल वेस्ट को डिस्पोज करने का व्यवस्था होना चाहिए।

7. अस्पताल निर्माण की प्रक्रिया बिल्डिंग प्लान के तहत करना चाहिए।

8. MIC के निमयों का पालन करना अनिवार्य होता है।

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हॉस्पिटल खोलने के लिए आवश्यक रेजिस्ट्रेशन जरूर कराये

जिस तरह से आपको किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए उसका रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। ठीक उसी तरह से आपको हॉस्पिटल ओपन करने के लिए भी कुछ आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवाने पड़ेंगे जैसे कि – 

1. हॉस्पिटल बिल्डिंग बनाने के लिए परमिट की आवश्यकता पड़ती है, यदि आपका स्वयं का जमीन है तब आप उसमें कंस्ट्रक्शन स्टार्ट करते है तब नगर निगम या नगर पालिका से आपको अनुमति प्राप्त करना होगा। यदि रेंट से लिये है तो आप लीगल पेपर चेक करके रेंट से लेवें, व किरायानामा में हस्ताक्षर करके लीगल एग्रीमेंट बनाये।

2. अग्निशमन सुरक्षा प्रमाणपत्र का परमिट लेने के लिए आपको नगर निगम मुख्यालय से सम्बन्धित अग्निशमन विभाग से आपको अनुमति लेना होगा, हॉस्पिटल के रूप में बनाये गए बिल्डिंग में फायर सेफ्टी का होना बहुत जरूरी है, नही तो खतरे की स्थिति में पैनिक होता है तब दुःखद घटना घटित होने की संभावना होती है।

3. यदि आप लिफ्ट की सुविधा देना चाहते है तो आपको लिफ्ट के लिए लाइसेंस सुरक्षा विभाग से लेना पड़ेगा। नही तो लिफ्ट में कोई घटना घटित होता है ऐसे में आपके हॉस्पिटल का लाइसेंस रद्द होने का खतरा रहता है।

4. मेडिकल फार्मेसी के लाईसेंस के लिए सबसे पहले आपका या आपके फार्मा पार्टनर का फार्मेसी की डिग्री का फार्मा कॉउन्सिल में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है फिर आप लाइसेंस दो तरह से प्राप्त कर सकते है रिटेल ड्रग लाइसेंस – दवाई के कम मात्रा डायरेक्ट कस्टमर को बेचने के लिए प्राप्त कर सकते है। होल सेल ड्रग लाइसेंस – इसमें ड्रग के थोक विक्रेता को लाइसेंस प्रदान किया जाता है।

5. ब्लड बैंक के लिए आपको खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के राज्य लाइसेंस प्राधिकारी से लाइसेंस लेना होगा जिसका नवीनीकरण हर 10 वर्ष में होता है।

6. एम्बुलेंस के लिए आपको RTI विभाग व राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग में रेजिस्ट्रेशन कराना होगा तभी आपको एम्बुलेंस के लिए लाइसेंस मिलेगा।

7. पर्यावरण से सम्बंधित मंजूरी स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विभाग से लेना होगा कि आप किसी तरह का प्रदूषण नही करेंगे इस बात से विभाग को अवगत कराना होगा।

8. GST रेजिस्ट्रेशन कराना बेहद जरूरी तब जाकर TIN नंबर मिलता है, और हॉस्पिटल व मरीज के मध्य पारदर्शिता होने से आपके हॉस्पिटल में किसी तरह का प्रॉब्लम नही होगा।

9. बिजनेस रेजिस्ट्रेशन करवाना बहुत जरूरी है आप अपने हॉस्पिटल को पब्लिक व प्राइवेट लिमिटेड बनाना चाहते है उसके लिये आपको रेजिस्ट्रेशन कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल विभाग में कराना होगा।

10. हॉस्पिटल की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखतें हुए पुलिस स्टेशन में रेजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। जिससे आपको हॉस्पिटल खोलने की अनुमति मिल जाती है, व किसी भी असुरक्षा की स्थिति में पुलिस बल हॉस्पिटल की रक्षा के लिए आगे आती है।

11. कचरा प्रबंधन आपको हॉस्पिटल में कचरा का विशेष ध्यान रखना होगा, उसके लिए प्रॉपर सफाई की व्यवस्था करना होगा व कचरा हॉस्पिटल से निष्कासन के लिए आपको नगर निगम से परमिशन लेकर ही उसे बाहर डंप करना होगा, इसके लिए सफाई विभाग से लाइसेन्स प्राप्त करना होगा।

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हॉस्पिटल के लिए जरूरी मशीन

आपका हॉस्पिटल तब ही अच्छा चल पाएगा जब आपके हॉस्पिटल में अच्छी गुणवत्ता वाली मशीन भी होंगी जिससे कि रोगी की प्रत्येक बीमारी का उसे इलाज मिल सकेगा। मनुष्य को कितने भी गंभीर से गंभीर बीमारी क्यों ना हो लेकिन इन मशीनों की मदद से उसे जीवित रखा जा सकता है इसलिए मशीन हॉस्पिटल में होना बहुत ही जरूरी है।

अस्पतालों में कई तरह की मशीनें होती हैं जो रोगियों के इलाज में मदद करती हैं। ये मशीनें विभिन्न विभागों में उपयोग की जाती हैं जैसे कि निम्नलिखित हैं:

1. स्कैनर : स्कैनर एक बहुत ही महत्वपूर्ण मशीन है जो अस्पतालों में उपलब्ध होती है। इसका उपयोग रोगियों की जांच और निदान के लिए किया जाता है। इसके अलावा, स्कैनर से शरीर के अंगों की तस्वीरें बनाई जाती हैं जो उपचार योजनाओं के लिए उपयोगी होती हैं।

2. एक्स-रे मशीन : एक्स-रे मशीन एक और महत्वपूर्ण मशीन है जो अस्पतालों में उपलब्ध होती है। यह मशीन रेडियोग्राफी के माध्यम से रोगियों के शरीर की तस्वीरें बनाती है। इसके उपयोग से डॉक्टर्स को रोगी के शरीर की बिंदु-बिंदु जांच करने में मदद मिलती है।

3. वेंटीलेटर : यह मशीन हॉस्पिटल में होना एक तरीके से यह प्रदर्शित करता है कि आपका हॉस्पिटल काफी अच्छा है और उसकी रेपुटेशन अच्छी है क्योंकि बहुत कम हॉस्पिटल में इस तरह की मशीनें देखने को मिलती है।इस मशीन की मदद से व्यक्ति को मौत के मुंह से भी बचाया जा सकता है क्योंकि जब मनुष्य के अंग काम करना बंद कर देते हैं तो इसमें एंडोट्रेकियल ट्यूब की मदद से उसको ऑक्सीजन दी जाते हैं।

4. डायलिसिस मशीन : आज के समय में किडनी से जुड़ी हुई समस्या बहुत से लोगों को होने लगी है ऐसे में यह मशीन बहुत ही कारगर साबित हो रही है। इसके साथ ही रक्त की गंदगी को भी इस मशीने की सहायता से साफ किया जाता है।

हॉस्पिटल कहाँ खोले?

हॉस्पिटल एक ऐसा स्थान है जहाभि खोलो उसका चलना तय है, आज के समय में सभी लोग इस पर आते है, कुछ भी बीमारी हो डॉक्टर के पास आते है, ऐसे में आप जहाँ पर भी डालते है फायदे में रहते है, आपके पास आवश्यक उपकरण होना चाहिए, इसका डिमांड बहुत होता है, आप हॉस्पिटल मार्केट साइड ओपन कर सकते है इसमें आपको मरीज का फायदा होगा, मार्केट एरिया में हॉस्पिटल होने से आसानी से कोई भी मरीज आ सकता है, साथ ही आप स्कूल के आसपास भी हॉस्पिटल खोल सकते है, आप रोड के किनारे भी खोल सकते है, आप शॉपिंग मॉल के आसपास भी हॉस्पिटल डाल सकते है।

हॉस्पिटल में क्या उपलब्धता होनी चाहिए?

यदि आप हॉस्पिटल खोलने का विचार कर रहे है ऐसे में आपके हॉस्पिटल में निम्न विभाग होना चाहिए, जैसे आपात स्थिति, जनरल सर्जरी, प्रसूति और स्त्री रोग, बाल रोग, आंतरिक चिकित्सा, मनोरोग विज्ञान, साइट पर, रेडियोलॉजी और एक गहन केयर यूनिट आदि होने से आपके हॉस्पिटल में हमेशा मरीजो का आवक रहेगा व हॉस्पिटल भी अच्छे से रन करेगा, क्योकि विभिन्न वार्ड होने से सम्पूर्ण चिकित्सा एक छत के नीचे होने से लोग आपके हॉस्पिटल को पहले प्रेफर करेंगे।

निजी अस्पताल में सरकार क्या मदद करती है

निजी अस्पताल में सरकार आपको सिर्फ जमीन के मामले में मदद करती है, अगर आप पिछड़े इलाकों में अस्पताल खोलना चाहते है तब सरकार जमीन खरीदने के लिए 75 प्रतिशत पैसे लगती है वही आप प्रखंड क्षेत्र में ओपन करना चाहते है तब 50 प्रतिशत पैसे जमीन के लिए राज्य सरकार मदद करती है वही आप शहरी क्षेत्र में खोलना चाहते है तब आपको राज्य सरकार जमीन के लिए 25 प्रतिशत का मदद करती है। राज्य या केंद्र सरकार और किसी तरह आपके अस्पताल के लिये मदद नही करती है, आपको डॉक्टर, नर्स, ऑक्सिजन बेड, वेंटिलेटर व दवाइयां आदि जो भी चाहिए उसे आपको खुद अरेंज करना होता है।

हॉस्पिटल खोलने के लिए कितना इन्वेस्ट करें?

यदि आप हॉस्पिटल खोलना चाहते है तो आपका बजट भी अच्छा होना चाहिए तभी आपका हॉस्पिटल अच्छे से रन करेगा। आपको हॉस्पिटल के लिए शुरुआती समय मे न्युनतम 50 लाख तक का इन्वेस्ट करना होगा, तभी आप सभी तरह के सुविधा हॉस्पिटल में प्रोवाइड कर पायेंगे, आप अपने हॉस्पिटल के लिए ट्रस्टी भी रख सकते है या फिर इन्वेस्टर्स भी रख सकते यदि आप चाहते है तो हॉस्पिटल का शेयर भी किसी को बेंच सकते है क्योंकि शुरुआती समय मे अधिक पैसे इंवेस्ट करना होता है ऐसे में आप मेडिकल पार्टनर अलग से रख सकते है, पैथोलॉजी पार्टनर रख सकते है, MD and MS doctor को शेयर बेसिस में पार्टनर रख सकते है।

हॉस्पिटल में कितना प्रॉफिट होगा?

दोस्तों अगर आप हॉस्पिटल को बिजनेस की तरह लेते हैं तो आप यहां से बहुत ही अच्छा पैसा कमा सकते हैं और आज के समय में आप ऐसे बहुत से लोगों को जानते होंगे जो हॉस्पिटल से महीने के लाखों रुपए कमा रहे हैं। अगर मोटा माटी देखा जाए तो अगर सही जगह पर आपका हॉस्पिटल है तो आप साल के करोड़ों रुपए का टर्नओवर कर सकते हैं।

इसके साथ ही हॉस्पिटल खोलकर आप गरीब लोगों की मदद करके पुण्य कमा सकते हैं क्योंकी आज ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो पैसों की कमी की वजह से अपना इलाज नहीं करवा पाते हैं अगर आप ऐसे लोगों का इलाज करते हैं तो इससे आपके हॉस्पिटल की रेपुटेशन भी बढ़ेगी और लोगों की मदद करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है।

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अपने हॉस्पिटल को कैसे प्रोमोट करें?

आज के जमाने मे मार्केटिंग का समय है, आप अपने बिजनेस को कैसे प्रोमोट कर रहे है यह निर्भर करता है, आप अपने हॉस्पिटल का प्रचार सोशल मीडिया में कर सकते है या फिर न्यूज़पेपर के माध्यम से, मैगज़ीन के माध्यम से भी कर सकते है, आप अपने हॉस्पिटल के फोटोज के साथ फ़ेसलिटी व विशेषज्ञ डॉक्टरो का शार्ट बायो के साथ पिक्चर्स आदि सोशल मीडिया में शेयर कर सकते है साथ ही न्यूज़पेपर के माध्यम से भी प्रचार प्रसार कर सकते है।

आप अपने हॉस्पिटल का इंस्टाग्राम, फेसबुक व टिविटर में पेज बना सकते है और उसमें समय समय पर आपको पिक्चर अपडेट करते रहना होगा, ताकि मरीजों को आपके हॉस्पिटल के बारे में पता चलते रहे व आपके सर्विस उनको पसन्द आये। आप ऑनलाइन पेड प्रोमशन भी करा सकते है, वीडियो क्रिएट कर सकते है, और अपनी हॉस्पिटल का वेबसाइट के माध्यम से प्रोमोट कर सकते है, आपको समय समय पर ब्लड डोनेशन कैम्प किसी नजदीकी स्कूल कॉलेज में लगाते रहना चाहिए यह भी एक तरह का प्रोमोशन है।

FAQ – Hospital Kaise Khole (2023)

Q1. क्या भारत में अस्पताल आसानी से खोला जा सकता है?

Ans. जी हां आप भारत में अस्पताल आसानी से खोल सकते हैं लेकिन पूरी योजना बनाकर। 

Q2. अस्पताल खोलने के लिए कौन से रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है?

Ans. अस्पताल खोलने के लिए आपको The Clinical Establishment  (Registration And Regulations) के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। 

Q3. क्या अस्पताल खोलने में सरकार वित्तीय मदद करती है?

Ans. जी हां, अस्पताल खोलने के लिए सरकार आपको वित्तीय मदद करती है। 

Q4. भारत में अस्पताल खोलने में कितना खर्च आता है?

Ans. यह डिपेंड करता है कि आप कितना बड़ा अस्पताल खोल रहे हैं। 

Q5. अपने अस्पताल की मार्केटिंग कैसे करें?

Ans. अपने अस्पताल की आप ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीकों से मार्केटिंग कर सकते हैं। 

निष्कर्ष:

दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हमने आपको भारत में कैसे खोलें हॉस्पिटल (2023) How to Open Hospital in India के बारे में बताया। अब ऐसे बहुत से डॉक्टर हैं जो अपना खुद का हॉस्पिटल खोल कर प्रैक्टिस करते हैं। ‌ऐसे में अगर सही प्लानिंग के साथ आप अस्पताल खोलते हैं तो इससे आपको काफी फायदा होगा। इसीलिए हमने आपको अस्पताल खोलने से संबंधित सारी जरूरी जानकारी दे दी है।

हमें उम्मीद है कि आपके लिए यह सारी जानकारी बहुत ज्यादा हेल्पफुल रही होगी। अगर आपको हमारे द्वारा बताए गई जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे ऐसे लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो अपना अस्पताल खोलना चाहते हैं।

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