चमड़े से बने वस्तुओं का बिजनेस कैसे शुरू करें | Leather Products Business Hindi

Leather का इस्तेमाल आजकल बहुत ही ज्यादा प्रचलन में है फिर चाहे वो आज की युवा पीढ़ी हो या फिर बूढे बुजुर्ग। हर किसी को leather के products का इस्तेमाल करना बहुत ही अच्छा लगता है और सबसे अच्छी बात तो leather की यह होती है कि यह देखने मे बहुत ही आकर्षक और ब्रांडेड लगता है।

शायद यही कारण है कि आजकल leather के products का बिजनेस बहुत ही ज्यादा प्रचलन में है। Leather products business के बढ़ते डिमांड के साथ इसकी मैन्युफैक्चरिंग बहुत ही ज्यादा होती है।

अगर आप भी किसी फायदेमंद बिजनेस को शुरू करने के बारे में सोच रहे है तो आप भी leather के products बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं तो चलिये विस्तार से जानते है इस बिजनेस के बारे में।

Leather products business किसे कहते हैं?

Leather यानी चमड़े  के बनी चीजों को बनाकर  बेचना ही leather products बिजनेस कहलाता है। जिनमे leather के कई चीजें का निर्माण किया जा सकता है जैसे leather के बने लैपटॉप बैग, बेल्ट, जैकेट, पर्स, हैंडबैग, जूते , गारमेंट्स आदि।

आप इन चीजों का निर्माण कर सकते है या फिर इन्हें बेच सकते हैं तो इस तरह आप leather के बने प्रोडक्ट्स का बिजनेस कर सकते हैं। लैदर के प्रोडक्ट्स बनाने के लिए भैंस, बकरी, भेड़ यानी मवेशियों के चमड़ों का इस्तेमाल किया जाता है । 

Leather के कौन कौन से प्रोडक्ट्स बनाए जा सकते है?

Leathers यानी चमड़े के बनी हुई चीजों का इस्तेमाल आजकल बहुत ही ज्यादा प्रचलन में है। इसका मुख्य कारण है कि लैदर के बनी हुई चीजें फिर चाहें वो बैग , जैकेट्स हो या फिर शू , यह देखने में बहुत ही आकर्षक लगने के साथ ही साथ ब्रांडेड भी दिखते है । जिसके वजह से लोग ज्यादातर इनका इस्तेमाल करना पसंद करते है।  

वैसे तो आप लैदर से कई चीजों के निर्माण का बिजनेस कर सकते है जैसे लैदर बेल्ट, लैदर बैग, लैदर जैकेट, लैदर ग्लव्स, लैदर शू, लैदर हैंड बैग इत्यादि । यह तो आप पर निर्भर करता है कि आप इनमें से किन चीजों का बिजनेस करना चाहते हैं ।

अलग अलग प्रोडक्ट्स के उत्पाद के लिए आपको लागत और मिशीनरी भी अलग अलग लगानी पड़ती है। तो चलिए विस्तार रूप से जान लेते है कि आप leather के किन किन प्रोडक्ट्स का निर्माण कर सकते हैं।

1. लैदर बेल्ट (Leather belt)

आजकल चमड़े के बेल्ट का लोग बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल करते है। युवा पीढ़ी में इसका एक अलग ही क्रेज है। अतः आप चमड़े के बेल्ट बनाने का बिजनेस कर सकते है।

इसके लिए आपको सबसे पहले कच्चा माल यानि रॉ मटेरियल लेने की जरूरत पड़ती है जो कि धागा, स्प्लिट अपर, क्रोम टेंड , अपर लेदर, बकल, सोल्यूशन और पैकिंग के लिए जरूरी समान आदि है।

साथ ही साथ आपको कुछ मशीनों की भी जरूरत पड़ती है जिनमें लैदर सिलाई मशीन, साइड क्रीजिंग मशीन, हैंड टूल्स, स्ट्रेप कटिंग मशीन, अपर लैदर स्किविंग मशीन है ।

इसके अलावा आपको कुछ कर्मचारियों की आवश्यकता भी पड़ेगी जिनसे आप फैक्ट्री में काम करवाएंगे । अब अगर लगत की बात करें तो रॉ मटेरियल से लेकर, मशीनों की खरीदी और बाकी अन्य खर्च मिलाकर अनुमानन आपको 4 से 5 लाख तक इन्वेस्ट यह बिजनेस में करना पड़ सकता है।

चमड़े के बेल्ट बनाने का बिजनेस के लिए आपको कुछ लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है जिनमें ट्रेड लाइसेंस, ट्रेड मार्क रेस्जिस्ट्रेशन , उद्योग आधार रेजिस्ट्रेशन और जी एस टी नंबर लेना पड़ता है।

आप अपने बनाये गए उत्पाद को होलसेल मार्केट में या फिर रिटेल मार्केट में आसानी से बेच सकते है इसके लिए आपको इनसे संपर्क करके उचित दामों में लैदर के बेल्ट की बिक्री कर सकते है।

चूंकि चमड़े से बने बेल्ट की मांग मार्केट में बहुत ही ज्यादा होती है अतः आप बड़ी ही आसानी से इसकी बिक्री कर एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

2. चमड़े के वस्त्र (Leather garments)

चमड़े के वस्त्र की भी मार्केट में बहुत ही ज्यादा डिमांड होती है । लैदर गारमेंट्स देखने मे काफी आकर्षक और क्लासी लुक देते है इसलिए लैदर गारमेंट्स सभी वर्ग के लोगों द्वारा बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल भी किया जाते है ।

खासकर सर्दियों के मौसम में इनकी डिमांड बहुत ही ज्यादा रहती है। तो अगर आप भी चाहें, चमड़े के वस्त्र यानि लैदर गारमेंट्स बनाने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आवश्यक कच्चा माल जिप, बटन, सिलाई के लिए धागा, लैदर , रिब क्लॉथ, शोल्डर पैड , पैकेजिंग के लिए जरूरी सामान आदि है। अगर इसमें लगने वाली मशीनों की बात करें तो लैदर गारमेंट्स बनाने के लिए आपको कुछ मशीनें लगती है

जैसे skewing मशीन , clicking press मशीन, strap cutting मशीन, post bed lock stitch sewing मशीन, flat bed lock stitch sewing मशीन , jig jag stitch sewing सिलाई मशीन, threads और पैकेजिंग के लिए आवश्यक चीजें आदि।

इसके अलावा आपको फैक्ट्री में काम करने के लिए कुछ कर्मचारियों की भी आवश्यकता पड़ती है। अगर लाइसेंस की बात करें तो आपको इस बिजनेस से जुड़े लाइसेंस जैसे ट्रेड, MSME , ट्रेडमार्क, जी एस टी रेजिस्ट्रेशन आदि करवाना पड़ता है।

इसके साथ अगर आप अपने उत्पाद को दूसरे देशों में एक्सपोर्ट करना चाहते हैं तो import – export लाइसेंस की भी जरूरत पड़ती है ।

अगर इस बिज़नेस में लागत की बात करें तो मशीनरी , कच्चा माल, कर्मचारी , इलेक्ट्रिसिटी और अन्य खर्च मिलाकर आपको इस बिजनेस के लिये 10 से 15 लाख तक इन्वेस्ट करना पड़ सकता है। तैयार किये गए माल को आप बड़ी ही आसानी से लोकल मार्केट में होलसेल या खुदरा विक्रेताओं को बेच सकते है।

अगर आप चाहें तो अपने उत्पाद का निर्यात भी कर सकते है। भारत से बहुत बड़ी मात्रा के leather garments का निर्यात किया जाता है। अतः आप भी leather garments का बिजनेस शुरू कर एक अच्छा मुनाफा कमा सकते है।

3. चमड़े के जूते (Leather shoes)

कहा जाता है कि किसी भी व्यक्ति की पहचान उसके जूतों से ही होती है और शायद यही कारण है की लोग आजकल अपने जूतों के तरफ ख़ासा ध्यान देते हैं। चमड़े के जूते आज के जमाने मे काफी प्रचलन में है इसलिए आप चमड़े के जूते बनाने का बिजनेस कर के भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

इस बिजनेस के लिए कच्चे माल के तौर पर leather यानी चमड़े का इस्तेमाल तो होता ही है परन्तु इसके साथ ही साथ upper और lining leather सोल , sole sheets , eyelets, बकल्स, धागा, laces, finish dyes , लेदर board, PU adhesive, latex adhesive, shoe patterns और पैकेजिंग के लिए जरूरी चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है।

इसके साथ ही साथ आपको फैक्टरी में काम करने के लिए कम से कम 15 से 20 कर्मचारियों की भी जरूरत पड़ती है जो इन चमड़े के जूते को बनाने से लेकर पैकेजिंग तक का काम करेंगे। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको कम से कम 15 से 20 लाख तक इन्वेस्ट करना पड़ सकता है।

चमड़े के जूते का उत्पादन के लिए आपको इस बिजनेस से जुड़ी जरूरी लाइसेंस लेने की भी जरूरत पड़ती है जैसे MSME रेजिस्ट्रेशन, ट्रेड लाइसेंस, ट्रेड मार्क रेजिस्ट्रेशन और जी एस टी रेजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है।

अब बात करतें है इस बिजनेस से जुड़ी मशीनों की। इस बिजनेस में आपको कुछ मशीनों की जरूरत पड़ती है जिनमें sole cutting मशीन, sole press मशीन, buffing & sanding मशीन, stitching मशीन, finishing मशीन आदि है।

आप अपने बनाये गए उत्पादों को बड़ी ही आसानी से होलसेल या खुदरा विक्रेताओं से संपर्क कर बेच सकते है। अगर मुनाफे की बात करें तो चमड़े के जूते बनाने का बिजनेस से आपको लाखों तक का मुनाफा हो सकता है।

4. लैदर बैग (Leather bag)

पहले के टाइम में लोग सिर्फ और सिर्फ कपड़ो के बैग का ही इस्तेमाल किया करते थे लेकिन अब बदलते वक्त के साथ लोगों की पसंद भी बदल चुकी है । अब लोग लैदर बैग का इस्तेमाल हर जगह करने लगे हैं

फिर चाहे वो कॉलेज के लिए बैग हो या फिर ऑफिस का लैपटॉप। इस मामले में महिलाओं की भी पहली पसंद लैदर ही है। आजकल महिलाएं भी ज्यादातर लैदर से बने लेडिस पर्स या लेडिस बैग का ही इस्तेमाल करती है ।

लैदर से बने बैग का इस्तेमाल आजकल काफी ट्रेन्ड कर रहा है जिसका सबसे पहला कारण होता है ये लैदर बैग का क्लासी लुक। लैदर के बने बैग दिखने में काफी आकर्षक और खूबसूरत दिखते है जिस वजह से लैदर के बने बैग का प्रचलन बहुत ही ज्यादा बढ़ गया है।

किसी भी प्रोडक्ट को बनाने के लिए कच्चा माल तो लगता ही जिससे उत्पाद का निर्माण किया जाता है । अगर लैदर बैग की बात करें तो इसे बनाने के लिए जो जरूरी कच्चा माल लगता है उसमें सबसे जरूरी तो लैदर ही है

इसके लिए और भी कई तरह के leather की जरूरत पड़ती है जिनमें full grain leather,  top grain leather और  split  लैदर है।  आपको सिलाई  के लिए धागे  ,ज़िप्पर,  buckles, fabric एवं पैकेजिंग के लिए भी कुछ चीजों की जरूरत पड़ती है।

अब अगर इन्वेस्टमेंट की बात करें तो मशीने, कच्चा मालइलेक्ट्रिसिटी ,कर्मचारियों और बाकी खर्चो को मिलाकर , आपको इस बिजनेस में कम से कम 20 से 25 लाख तक इन्वेस्ट करना पड़ सकता है।

इस बिजनेस के लिए आपको कुछ मशीनों की भी जरूरत पड़ती है वो मशीनें है single या double boot मशीन,  flat bed मशीन , स्किविंग मशीन, clicker मशीन, cylinder bed मशीन आदि।

इस बिजनेस में आपको मुनाफा अच्छा खासा होता है।  अगर मुनाफे की बात करें तो इस बिजनेस में आपको बहुत अच्छा मुनाफा होता है क्योंकि लैदर बैग बहुत ही ज्यादा डिमांड में तो  है ही इसके साथ ही साथ leathers के बने बैग आजकल फैशन में भी बहुत ज्यादा है । 

इसके इसी बढ़ते डिमांड के कारण आप बड़ी ही आसानी से इसकी बिक्री कर मार्केट से अच्छा मुनाफा कमा सकते है। हालांकि मुनाफाहमेशा ही उत्पाद की बिक्री पर तो निर्भर करता ही है फिर भी अगर अनुमानन कहा जाय तो इस बिजनेस में आपको 15 % से 20 %  तक का मुनाफा हो सकता है।

लैदर बैग के बिजनेस को सुचारू रूप से चलाने के लिए आपको कुछ सरकारी नियमों का पालन भी करना जरूरी होता है जिनमें कुछ जरूरी लाइसेंस लेने की भी आवश्यकता पड़ती है

जैसे ट्रेड लाइसेंस, उद्योग आधार रेजिस्ट्रेशन, जी एस टी रेजिस्ट्रेशन आदि।  अगर आप अपने कंपनी के ब्रांड को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो आपको ट्रेड मार्क रेजिस्ट्रेशन भी करवाना पड़ता है।

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