गुड़ (Jaggery) बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें
हम सभी जब कभी बाहर से थक कर आते है, तो पानी पीते हैं, कोई पानी सादा ही पीता है, तो कोई पानी के साथ कुछ भी मीठा लेता है, आज के दौर में ऐसे बहुत से लोग है, जो बिस्किट, मिठाई व अन्य मीठे की जगह गुड़ के साथ पानी पीते हैं, कभी सोचा है ये गुड़ आता कहा से है, कैसे बनाया जाता है, तो आज हम गुड़ से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियों के विषय मे बात करेंगे जो निम्न है-
गुड़ क्या है, गुड़ के क्या फायदे क्या है, गुड़ का बिज़नेस कैसे शुरू करे,गुड़ बनाने का तरीका (process) क्या है, गुड़ को बनाने वाली मशीन क्या है, गुड़ को बनाने में कितनी लागत लगती है, गुड़ के बिज़नेस में कितना मुनाफा होता है, गुड़ के बिज़नेस के फेल होने की क्या वजह होती है।
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गुड़ क्या है
गुड़ एक मीठा पदार्थ होता है, जो गन्ने व ताड़ के रास को उबालकर उसके बाद उसे सुखाकर बनाया जाता है व प्राप्त किया जाता है। लोग इसे सेहत और स्वाद दोनों की वजह से इस्तेमाल करते हैं, गुड़ से बहुत सारी मिठाईया व टॉफियां आदि भी बनाई जाती है, जिसकी वजह से गुड़ एक पसंदीदा मीठे में से एक होता है।
गुड़ के फायदे क्या है
गुड़ अपने फायदों की वजह से ही आज के समय मे एक पसंदीदा मीठा माना जाता है, उन फायदों में कूछ फायदे निम्न है-
- गुड़ की तासीर गर्म होने की वजह से ये सर्दी में फायदेमंद होता है
- ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रखता है
- पाचन के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
- इम्युनिटी बढ़ाता है।
- ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखता है।
- खून की कमी दूर करता है।
- एसिडिटी से छुटकारा देता है।
इस कुछ मुख्य फायदों की वजह से आज गुड़ की मांग बढ़ती जा रही है, और भविष्य में इसकी मांग और बढ़ने ही है।
गुड़ का बिज़नेस कैसे शुरू करे
गुड़ के बिज़नेस को शुरू करने के मुख्य पद निम्न है-
- गुड़ से जुड़ी मार्केट में जानकारी प्राप्त करे।
- फैक्ट्री के लिए जगह का चयन।
- किसानों से गन्ने के लिए डीलिंग, व गन्ना खरीदना।
- फैक्ट्री में पहुँचाकर उसे फौरन क्रश करना
- क्रश हुए गन्ने को टेक्नोलॉजी की मदद से मशीनों द्वारा उबालकर, सूखा कर तैयार करना।
- तैयार गुड़ को पैकिंग करके आस-पास की थोक विक्रेता तक पहुचाना।
- मुनाफा कमाना।
गुड़ से जुड़ी मार्केट की जानकारी
किसी को बिजनेस को करने से पहले उस उत्पाद के मार्केट की जानकारी जरूर रखनी चाहिए, जैसे गुणवत्ता, मात्रा, कैसे लोग होने चाहिए, टेक्नोलॉजी, दाम, मुनाफा, मशीने, फायदे, तरीके सब कुछ जानकारी होनी जरूरी है, जिससे एक अच्छे गुड़ का बिज़नेस किया जा सके, व उसे जमाया भी जा सके।
फैक्ट्री के लिए जगह का चयन
किसी भी बिजनेस के लिए उसको चलाने के लिए एक जगह का होना सबसे ज्यादा जरूरी होता है, इसलिए सबसे पहले गुड़ के बिजनेस के लिए कोशिश करे फैक्ट्री ऐसी जगह हो, जो गन्ने के खेत के आस पास हो, या वह जल्द से जल्द गन्ने को पहुँचाया जा सके, क्योंकि हार्वेस्टिंग के तुरंत बाद क्रश करना जरूरी होता है, ताकि रास सूखे नही।
किसानों से गन्नो के लिए डीलिंग व गन्ने को खरीदना
गन्ने से गुड़ बनाने के बिजनेस में सबसे जरूरी है गन्ने को किसानों से खरीदना व गन्ने की डीलिंग करना, दाम और गुणवत्तापूर्ण गन्ने की डीलिंग करना, जिससे आगे गुड़ को बनाया जा सके।
गन्ने को फैक्ट्री तक पहुँचा कर उसे फौरन क्रश करे
गन्ने को जल्द से जल्द फैक्ट्री तक पहुँचा कर से जल्द क्रश कराया जाता है, जिससे उसके रस को सूखने से पहले ही निकाल लिया जाए, और आगे गुड़ को तैयार किया जा सके।
क्रश हुए गन्ने को टेक्नोलॉजी की मदद से मशीनों द्वारा उबालकर, सूखा कर तैयार करना।
क्रश हुए गन्ने के रस को मशीनों द्वारा व लोगो की मदद से भट्टी या मशीन द्वारा उबालकर उसे सुखाकर गुड़ तैयार किया जाता हैं, इस काम के लिए मशीन और लोग दोनों का इस्तेमाल किया जाता है।
तैयार गुड़ को पैकिंग करके आस-पास की थोक विक्रेता तक पहुचाना।
तैयार गुड़ को मशीनों द्वारा व लोगो के द्वारा एक बॉक्स में पैक किया जाता है, व उसे पास के थोक विक्रेता व उन जगह दे दिया जाता है, झा गुड़ से मिठाईया व अन्य चीज़े बनाई जाती है, फिर विक्रेता उसे आने ग्राहको तक पहुँचा देता हैं।
मुनाफा कमाना
गुड़ व्यापारी थोक विक्रेताओं व अन्य जगहो पर गुड़ बेचकर मुनाफा कमाता है, व आने व्यापार को धीरे धीरे आगे बढ़ाता है, व मुनाफा कमाकर अपने भविष्य को बेहतर दिशा देता है।
इस प्रकार गुड़ का बिज़नेस करके एक अच्छा व्यापार जमाया जाता है, जिसकी मांग कभी खत्म नही होती हैं।
गुड़ बनाने का तरीका/विधि(process) क्या है
गुड़ बनाने के मुख्य पद निम्न होते हैं-
- गन्ने की हार्वेस्टिंग
- गन्ने की क्रशिंग
- गन्ने के रस को उबालना
- सुखाकर गुड़ तैयार करना
गन्ने की हार्वेस्टिंग
किसी भी गुड़ को बनाने का सबसे पहला पद है, गन्ने को उगाने, उसे ग्रो कराना, जिससे आगे उसे बाकी पद द्वारा गुड़ बनाया जा सके।
गन्ने की क्रशिंग
गन्ने की हार्वेस्टिंग के फौरन बाद गन्ने को फैक्ट्री में पहुचाकर उसे क्रश करना बहुत जरूरी हिस्सा है, जिससे रस अच्छे से निकाला जा सके।
गन्ने के रस को उबालना
गन्ने के इस रस को उबाला जाता है, जिससे धीरे धीरे वो ठोस रूप में बदलने लगता है, व गुड़ को बनने में मदद करता है।
सुखाकर गुड़ तैयार करना
गन्ने के इस उबले हुए रस को फिर सुखाकर गुड़ का रूप दिया जाता हैं, व गुड़ तैयार किया जाता है।
गुड़ को बनाने वाली मशीन
गुड़ बनाने के लिए आज वर्तमान में बहुत सारी मशीन व टेक्नोलॉजी आ गयी है, जिसके द्वारा गुड़ को आसानी से बनाया जा सकता है।
कुछ मुख्य मशीन निम्न है-
- क्रशर मशीन (गन्ने को क्रश करने के लिये इस्तेमाल की जाती है)
- जूसर व पिलर मशीन
- जनरेटर या डीज़ल इंजन
- ड्रम या टैंक
- लोहे के बड़ी बड़ी छननी
- लोहे की कढ़ाई
- लोहे के बड़े चम्मच (बेलचे)
- साँचे
- भट्टी
ये सभी चीज़े गुड़ की फैक्ट्री में गुड़ बनाने के लिए उपयोगी होती हैं, इनके बिना गुड़ नही बन सकता, व आज कल और भी नई नई टेक्नोलॉजी आ गयी उनका भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
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गुड़ बनाने में कितनी लागत लगती है
गुड़ के बिज़नेस करने वाले व्यापारी शुरुआत में हैंड की मशीनों का इस्तेमाल करके अपना शुरुआती बिज़नेस चलाते है, जिनमे डीज़ल मशीन की कीमतें लगभग 15000 से 85000 हज़ार तक हो सकती है, क्रशर मशीन की कीमत लगभग 1 लाख से ढेड़ लाख तक होती है, अच्छे ब्रांड की मशीनों के दाम भी ज्यादा होते है, व गन्ने को खरीदने में कुल लगभग अधिकतक मूल्य लगभग 20,000 मान ले, तो कुल लागत न्यूनतम 2 लाख पड़ती है, व बाद में व्यापार के बढ़ने पर और बेहतर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके गुड़ को तैयार किया जाता है।
गुड़ के बिज़नेस में कितना मुनाफा होता है
गुड़ का बिज़नेस में शुरुआती दौर में मुनाफा लगभग 1000 प्रतिदिन हो सकता है, अगर प्रतिदिन 30 से 35किलोग्राम तक गुड़ बनाया जा रहा व उसे न्यूनतम 30 रुपये किलो ग्राम के हिसाब से बेच रहे तो न्यूनतम मुनाफा प्रतिदिन का 1000 के लगभग हो सकता है, और जब हमारे जिद की ब्रांड व नाम मार्केट में अपनी जगह बना ले तो ये मुनाफा और बढ़ता ही जाता है।
गुड़ का बिज़नेस फेल होने के कुछ कारण
गुड़ के बिज़नेस को शुरू करना व फैक्ट्री खोलना ही इसे जमाने मे मदद नही करता बल्कि इसका सफलता इसकी मात्रा, गुण, लागत व अन्य चीज़ों पर भी निर्भर करती है।
गुड़ के बिज़नेस के फेल होने के कुछ कारण निम्न है-
- गुणवत्तापूर्ण न होना ( गुड़ का कलर, स्वाद, टेक्सचर, व स्मेल ओरतिदिन एक जैसी होना व बेहतर होना ही गुड़ का गुणवत्तापूर्ण होना कहलाता हैं)
- मात्रा का सही अनुमान न होना (शुरुआत में थोड़ा ही गुड़ से शुरुआत करनी चाहिए, शुरू में ही पूरी लागत गन्ने को खरीदने और बहुत ज्यादा मात्रा में गुड़ बनाने पर खर्च नही करना चाहिए)
- ह्यूमन रिसोर्स ( उन लोगो को गुड़ के बिज़नेस में शामिल करना जिनके अंदर इस काम को करने की कला हो, बिना कौशल व कला के गुड़ की गुणवत्ता सही नही हो सकती)
- मार्केटिंग में कमी ( अपने बिज़नेस को सही जगह उसके ग्राहकों तक पहुचाना बहुत जरूरी होता है, तो गुड़ के बनाने पर वक़्त से उसे थोक विक्रेता व अन्य फैक्ट्री जहा उसकी जरूरत है पहुँचा देना चाहिए जिससे गुड़ सही से उसके ग्राहको तक पहुच जाए)
- ये मुख्य बाते हैं जो गुड़ के बिज़नेस को फेल करने की वजह बनती है, अर्थात इन सब चीज़ों पर ध्यान देकर कोई भी व्यक्ति एक गुड़ का बिज़नेस करके उससे अच्छा मुनाफा करके अपने भविष्य को बेहतर बना सकता है।
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