पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? Paper Manufacturing Business in Hindi

Paper manufacturing business plan in hindi – पेपर हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसी भी चीज़ को लिखित रूप से करने के लिए पेपर का इस्तेमाल बहुत जरूरी होता है। पेपर का इस्तेमाल दुनिया के हर कोने में होता है, चाहे वो स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, हॉस्पिटल हो या सरकारी दफ़्तर और सबसे अच्छी बात यह है कि पेपर को रिसाइकिलिंग भी किया जा सकता है इसलिए यह एक तरफ से हमारे पर्यावरण के लिए प्लास्टिक की तरह हानिकारक नहीं है।

मतलब इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नही पहुंचता है। आजकल तो Paper Manufacturing Business के साथ साथ पेपर के बैग, पेपर कप, टिशू पेपर ,पेपर प्लेट आदि का निर्माण भी किया जा रहा है। आने वाले समय में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद होने वाला है क्योंकि प्लास्टिक से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है।

अतः अगर आप भी बिजनेस करने के बारे में सोच रहे हैं तो पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस एक बेहतरीन बिजनेस आईडिया है। अब ज्यादातर लोग प्लास्टिक के जगह पर पेपर का इस्तेमाल करते है जिससे पेपर की डिमांड भी काफी है।

आज हम आपको बताने वाले है पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के बारे में ताकि अगर आप भी इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं तो आपको पूरी जानकारी मिल सके। तो चलिए जानते है पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के बारे सारी जानकारियां

Table of Contents

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस कैसे शुरू करें? How to Start Paper Manufacturing Business in Hindi

Paper Manufacturing Business ideas In Hindi
Paper Manufacturing Business In Hindi

अगर आप भी एक पेपर मैन्युफैक्चरिंग का बिजनेस करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कई चीजों पर ध्यान देना होगा। जैसे कि आपको पेपर मैन्युफैक्चरिंग के लिए क्या-क्या चीजों की जरूरत पड़ती है। आपको कितना इन्वेस्ट करना होता है, साथ ही आपको इस बिजनेस से कितना ज्यादा फायदा होता है। आपको इन सभी के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है, तो इसके बारे में आपको नीचे बताया गया है-

1. पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस शुरू करने के लिए इन्वेस्टमेंट

किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले उसमे लगने वाली लागत यानी इन्वेस्टमेंट के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है। पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस बड़े उद्योगों में से एक है, इसलिए इसमें बड़े पैमाने पर इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत पड़ती है।

इस बिजनेस में आपको फैक्ट्री के लिए कम से कम 15 से 20 लाख तक इन्वेस्ट करने पड़ सकते हैं। इसके अलावा मशीन, कच्चा माल, मार्केटिंग, ट्रांसपोर्ट, कर्मचारियों , पावर सप्लाई , पानी की सप्लाई, फैक्ट्री के लिए लाइसेंस, फर्नीचर, आदि पर भी खर्च करना पड़ता है।

तो अगर टोटल इन्वेस्टमेंट की बात की जाए तो, आपको इस बिजनेस में तकरीबन 30 से 35 लाख की जरूरत तो होगी ही। तभी आप इस बिजनेस को पूर्ण रूप से स्थापित कर पाएंगे। इसलिए अगर आप यह बिजनेस स्टार्ट करना चाहता है, तो आपके पास पर्याप्त मात्रा में पूंजी होनी चाहिए, तभी आप इस बिजनेस को स्टार्ट कर पाएंगे।

2. फैक्ट्री के लिए लाइसेंस

किसी भी बड़े या छोटे उद्योग को करने के लिए आपको भारतीय नियमो के अंतर्गत लाइसेंस लेने की आवश्यकता पड़ती है। पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए आपको  जीएसटी (GST) , उद्यम (UDYAM) ,फैक्ट्री लाइसेंस (Factory License) और फायर पॉल्युशन बोर्ड से ऐनओसी (NOC from Fire Pollution Board ) की आवश्यकता होती है

जिसके बिना आप इस बिजनेस को शुरू नही कर सकते हैं। इसलिए ध्यान रखें कि अगर आप यह बिजनेस स्टार्ट कर रहे हैं, तो आप सभी आवश्यक लाइसेंस और डॉक्यूमेंट आपके पास होनी चाहिये। ताकि आपको आने वाले समय में किसी भी प्रकार की कानुनी समस्या का सामना करना ना पड़े।

3. फैक्ट्री के लिए जगह

पेपर मैन्युफैक्चरिंग की गिनती बड़े उद्योगों में होती है। पेपर मिल के लिए आपको बड़े जगह की आवश्यकता होती है। इसके लिए आपको 10,000 Sq. ft. जगह की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा स्टोरेज टैंकर जैसी जरूरतों के लिए आपको 5000 Sq. ft. के खुले जगह की भी जरूरत पड़ेगी। तो अगर आपके पास इतनी जगह उपलब्ध हो, तो आप इस बिजनेस को करने के बारे में सोच सकते हैं।

4. बिजली की आपूर्ति 

किसी भी बड़े उद्योग को चलाने के लिए ज्यादा मात्रा में पावर सप्लाई की आवश्यकता होती है। पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए आपको अनुमान 300 kw बिजली की आवश्यकता पड़ती है। तो ध्यान रखें कि अगर आप इस बिजनेस को स्टार्ट कर रहे हैं, तो आपके पास बिजली की आपूर्ति के लिए पूर्ण साधन होना चाहिए, और साथ ही इमरजेंसी के लिए आपके पास जनरेटर भी होने चाहिए ताकि आपका काम ना रुके।

5. पेपर मैन्युफैक्चरिंग में लगने वाला कच्चा माल

कच्चे माल की अगर बात करें तो पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए जरूरी कच्चा माल जो लगता है वो है रद्दी पेपर (Scrap paper) इसके लिए आपको रद्दी वालों यानी जो स्क्रैप पेपर देते हैं उनसे संपर्क करना पड़ता है ताकि बड़ी मात्रा में आपको स्क्रैप पेपर मिल जाए।

इसके अलावा  पलपिंग केमिकल्स (Pulping chemicals) ,मेकअप फिलर्स (Make up fillers),  वुड्स केमिकल्स (Woods chemicals), कास्टिक सोडा (Caustic Soda), सोडियम सल्फाइट (Sodium sulphite), ब्लीच (Bleach) आदि की भी जरूरत पड़ती है।

6. पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए मशीनें

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए मशीन एक बहुत जरूरी हिस्सा है। पेपर बनाने के लिए आपको कई तरह की बड़ी मशीनों की आवश्यकता पड़ती है। जिनमें हेड बॉक्स (Head Box), ब्रेस्ट रोलर (breast roller), डॉली रोलर (dolly roller), फेल्ट ड्राईयर (felt dryier), हीटेड ड्राईयर (Heated dryier), मिक्सर मशीन (Mixture Machine) ,रोलर मशीन (roller Machine), स्टोरेज टैंक (storage tank), फोर ड्रिनिर मशीन (Four drinier machine), स्पिनिंग सिलेंडर (Spining cylinder) आदि है।

7. कर्मचारियों की नियुक्ति

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए आपकी दूसरी बड़ी जरूरत होती है अनुभवी कर्मचारियों की जो आपके बिजनेस को अच्छे से चलाने में मदद कर सकें। इस बिजनेस के लिए आपको प्रोडक्शन स्टाफ और ऑपरेशनल स्टाफ की जरूरत पड़ती है।

प्रोडक्शन स्टाफ फैक्ट्री में पेपर बनाने वाली मशीनों के संचालन से लेकर उसे बनाने तक का काम देखते हैं वंही दूसरी ओर ऑपरेशनल स्टाफ एकाउंटिंग, मार्केटिंग, एडमिन, डिस्ट्रीब्यूशन का काम देखते है। पेपर मैनुफैक्चरिंग बिजनेस के लिए आपको बहुत ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत नही पड़ती है।

यह भी पढ़े : पेपर बैग बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

Paper Manufacturing Business प्रोसेस की पूरी जानकारी

किसी भी बिजनेस को आप सही तरीके से तभी चला पाएंगे, जब आपको उस बिजनेस की पूरी जानकारी हो। जिसके बारे में आज हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं। बहुत सारी प्रक्रियाओं के बाद पेपर बनता है। इसके लिए कई प्रोसेस होते है। तो नीचे आपको फैक्ट्री में पेपर बनने के तरीके के बारे में बताया गया है, जिससे कि आपको आईडिया हो जाएगा कि पेपर मैन्युफैक्चरर कैसे करना है।

1. फॉर्मिंग सेक्शन (Forming Section)

इसमें स्क्रैप पेपर्स को पावर पलपिंग मशीन में डाला जाता है। केमिकल्स और पानी की मदद से पेपर को पल्प में बदल लिया जाता है।पेपर पल्प को इसके बाद पेपर फिल्टरेशन मशीन में डाला जाता है।

पेपर के पल्प को फिल्ट्रेशन मशीन में डालने के बाद वहा से पेपर पल्प की सारी गंदगी को हटाया जाता है। साफ किये हुए पेपर पल्प को पेपर पल्प वाशिंग मशीन में डाला जाता है। जिससे केमिकल्स और बाकी की की गंदगी भी साफ हो जाती है।

इसके बाद पल्प को ब्लीचिंग टैंक में डाला जाता है जहां से बाकी गंदगी को भी पूरी तरह से निकाल लिया जाता है और पेपर पल्प को स्टोरेज टैंक में रख लिया जाता है जंहा से पेपर पल्प को पेपर बनने के लिए भेजा जाता है।

2. प्रेस सेक्शन (Press Section)

यंहा पल्प को हैडबॉक्स के रोटेटिंग वायर के बीच में से हाई प्रेशर में डाला जाता है जो पल्प को गैप फॉर्मर में ले जाती है जहाँ से ज्यादातर पानी निकाल जाता है।

3. वेट सेक्शन (Wet section)

इसके बाद वेट पेपर को वेट फ़िल्टर रोलर्स  मशीन में डाला जाता है जिसमे रोलर दबाव की मदद से बचे हुए पानी को बाहर निकाल देते है।

4. साइज प्रेस सेक्शन (Size press section)

यहां पेपर हीटेड  रोलर सेक्शन (Heated roller section) में जाता है। जंहा से पूरी तरह से  सूखने के बाद पेपर की मोटाई निर्धारित  की जाती है। इसके बाद तैयार शीट  को जम्बो रोलर (Jumbo roller) में लपटे कर पेपर कोटिंग मशीन (Paper  coating machine) में डाल दिया जाता है। 

5. रिल सेक्शन (Reel section)

यंहा तैयार पेपर को जम्बो रोलर (Jumbo Roller ) में लपेटकर पेपर रोल रिवाइनडिंग मशीन (Paper roll rewinding machine) में  डाला जाता है।जहाँ से पेपर शीट की क्वालिटी चेक कर ली जाती है और तैयार पेपर को बाजार में भेज दिया जाता है।

सभी प्रोसेस के बाद हमारा पेपर बनकर तैयार होता है। जिसके बाद बारी आती है कि इसे मार्केट में सेल करने के लिए भेजा जाए, जिसके लिए इसे ट्रांसपोर्ट करना पड़ता है। तो नीचे आपको ट्रांसपोर्टिंग के बारे में बताया गया है।

यह भी पढ़े : टिश्यू पेपर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए ट्रांसपोर्ट

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस के लिए ट्रांसपोर्ट भी एक जरूरी हिस्सा है। कच्चा माल फैक्ट्री में लाने से लेकर तैयार पेपर्स को मार्केट में भेजने के लिए ट्रांसपोर्टेशन की आवश्यकता पड़ती है। इसके लिए आप लोकल ट्रांसपोर्टर से संपर्क कर सकते हैं। और अगर आपके पास अधिक पूंजी है, तो आप खुद के साधन से भी ट्रांसपोर्टिंग का कार्य कर सकते हैं। जिससे कि आपको खर्चा थोड़ा काम आएगा, और आप अपने मन मुताबिक कभी भी सामान मंगवा या अपने बने हुए प्रोडक्ट को मार्केट में सेंल करने के लिए ले जा सकते हैं।

पेपर बनने के बाद कहां सेल करें?

अब जब पेपर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाता है, तब बारी आती है इसे सेल करने की, तो अगर आप चाहें तो इसे डायरेक्ट ही दुकानों में सेल कर सकते हैं। आप इस पेपर को सेल करने के लिए किसी दूसरी कंपनी; जो पेपर का इस्तेमाल करके कुछ दूसरी चीजें जैसे कि पेपर के कप, प्लेट, टिशू, पेपर बैग, आदि बनाती है, उनसे भी कांटेक्ट करके डील कर सकते हैं,

और साथ ही आप इसे शॉप वालों, ऑफिस वालों एवं फोटोकॉपी वालों को भी बेच सकते हैं। क्योंकि इन्हीं जगहों पर इसका इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है, और इन्हीं जगहों पर यह बेचे भी जाते हैं। इसलिए इन जगहों पर आप आसानी से अपने पेपर को पहुंचा कर मुनाफा कमा सकते हैं।

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस से मुनाफा

जैसे कि हमने आपको बताया कि पेपर बनने के बाद कहां सेल कर सकते हैं तो अगर सेल करने के बाद मुनाफे की बात करें तो पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस बड़े पैमाने में होने वाले उद्योग में से एक है। इससे होने वाला मुनाफा भी ज्यादा होता है। यह मुनाफा पेपर की प्रोडक्शन और उसकी डिमांड पर निर्भर करता है।

क्योंकि आजकल पेपर का इस्तेमाल दुनिया के हर एक कोने पर होता है, चाहे वह स्कूल हो, ऑफिस हो या कोई भी जगह हो पेपर के बिना कोई भी कार्य करना नामुमकिन है। इसलिए अगर अनुमान लगया जाये तो अगर आपकी प्रोडक्ट की सेल्स अच्छी है तो ,आप इस बिजनेस से महीने में 2 से 3 लाख तक का मुनाफा कमा सकते है।

यह भी पढ़े : सिल्वर पेपर रोल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें?

पेपर मैन्युफैक्चरिंग बिजनेस में आप कौन कौन से पेपर के प्रोडक्ट्स बना सकते हैं

हमारे द्वारा बताई गई पूरी जानकारी पेपर बनाने के लिए दी गई है । इसके अलावा पेपर के कप, पेपर प्लेट, टिशू पेपर, नैपकिन, पेपर बैग, पेपर स्ट्रॉ, नोटबुक  आदि का भी निर्माण किया जाता है। पेपर मैनुफैक्चरिंग साइज के अनुसार भी किया जाता है जैसे A4, A5 आदि। 

अगर आप पेपर बनाने के साथ-साथ पेपर प्लेट, टिशू पेपर, नैपकिन, पेपर बैग आदि भी अगर अपनी फैक्ट्री में बनाना चाहते हैं, तो आप इस बिजनेस से और भी ज्यादा पैसे कमा सकते हैं। क्योंकि आजकल सरकार प्लास्टिक को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है, जिसके कारण वह इन सभी उद्योगों का समर्थन करती है, और साथ ही साथ इन उद्योगों को करने के लिए लोगों को ऋण की सुविधा भी प्रदान करती है, जिससे कि वह अपने इस बिजनेस को कर सके, और प्लास्टिक को खत्म किया जा सके।

अन्य लेख पढ़े :

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *