मशरूम की खेती करना है कैसे करे जाने पूरी विधि
मशरूम की खेती की शुरुआत से लेकर बाजार तक पहुंचाने की पूरी जानकारी
मशरूम की खेती भारत में बहुत ही तेजी के साथ लोकप्रिय होती जा रही हैं क्योंकि यह न केवल हमारे आहार आवश्यकताओं को पूरा करती हैं बल्कि यह हमारे लिए कमाई का ज़रिया भी हैं वो लोगो के लिए जिनके पास ज्यादा ज़मीन नहीं हैं खेती करने के लिए वो अपने घर में भी आराम से मशरुम की खेती कर सकते हैं
मशरूम की व्यापार आज के समय में भारत और भारत के बहार भी शानदार चल रही है, अगर आप एक किसान हो या फिर आप चाहते हो कि कुछ व्यापार शुरू करें तो आपके लिए मशरूम के व्यापार सबसे अच्छा है, आज हम जानेंगे कि आखिर कैसे मशरूम की खेती किया जाता है, शुरू से लेकर आखिरी तक एक एक जानकारी में आपको आज दूंगा
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मशरूम के प्रकार
वैज्ञानिकों के अनुसार पूरी दुनिया में मशरूम के 10000 से भी ज्यादा प्रजाति पाई जाती है पर इनमे से कुछ ही प्रजातियों का उपयोग हम अपने भोजन में करते हैं इनमे से 5 इस प्रकार हैं बटन मशरूम, पैडी स्ट्रॉ, स्पेशली मशरूम, दवाओं वाली मशरूम, धिंगरी या ऑयस्टर मशरूम हैं
पर जब व्यक्ति व्यापारिक दृष्टिकोण से इसका उत्पादन करता है, तो वह ध्यान रखता है की किस किस्म के मशरूम की अधिक मांग है, साथ ही कौन सी मशरूम अधिक पैदा वार देती है इस हिसाब से मशरूम की सिर्फ तीन प्रजाति है, जो अच्छी पैदावार देती है बटन मशरूम, पैडी स्ट्रॉ, धिंगरी या ऑयस्टर मशरूम इस तीन तरह के मशरूम से अच्छा उत्पादन पाया जा सकता है
मशरूम की खेती इनके मात्रा और मौसम के ऊपर निर्भर रहती है, अगर आप 12 महीना यानि की साल भर मशरुम का खेती करना चाहते हो तो आपके लिए मिल्की यानि की दुधिया मशरूम सही होगा लेकिन अगर आप सर्दी के मौसम में मशरुम का खेती करना चाहते हो तो आपको बटन मशरूम का खेती करना चाहिए, ऑयस्टर मशरूम का खेती धूप की मौसम में यानी कि जनवरी से लेकर जुलाई तक किया जाता है, मशरूम की खेती आप साल भर कर सकते हो और इसमें आपको बहुत ही मुनाफा भी मिलेगा
मशरूम का बिजनेस क्या है?
बहुत से लोगो को यह भ्रम होता है कि मशरूम पौधा है, क्योंकि इसके उत्पादन के लिए भी वही प्रक्रियाएं अपनाई जाती है, जो बाकी सभी फसलों के साथ अपनाते हैं लेकिन मशरूम कोई पौधा नही है, लेकिन यह पौधे का काफी करीबी होता है मशरूम एक कवक है, जिसका उपयोग आज हर जगह भोजन में किया जाने लगा है जब कोई भी व्यक्ति मशरूम की खेती इस वजह से करता है की वह इसके द्वारा खाने योग्य मशरूम का उत्पादन कर सके, यही मशरूम फार्मिंग कहलाता है
मशरूम फार्मिंग का बिजनेस कैसे करे?
मशरूम का बिजनेस करने के लिए सबसे पहले मशरूम की खेती करने से जुड़ी सभी छोटी बड़ी बातों का ज्ञान होना जरूरी है जैसे कि मशरूम की खेती के लिए किस विधि का उपयोग करते हैं मशरूम के उत्पादन के बाद उनका बिजनेस कैसे करना है इसके लिए आपकी मार्केटिंग की योजनाएं क्या होगी इस सब बातों का ज्ञान होने के बाद ही इस बिजनेस में अपने हाथ आगे बढ़ाएं
मशरूम की खेती के लिए जगह कितना चाहिए
मशरूम की खेती आप आपके घर से शुरू कर सकते हो, अगर आपके पास 6 बाय 6 की जगह है तो फिर आप मशरूम की खेती बहुत ही आसान से कर सकते हो, मशरूम की खेती आप आपके घर पर कर सकते हो या फिर बाहर आपकी कोई खेत में भी कर सकती हो, अगर आप बाहर मशरूम की खेती करना चाहते हो तो आपको वहां पर एक छोटा सा लकड़ी का घर या फिर किसी भी तरह का घर जैसा बनाना पड़ेगा क्योंकि अगर सूरज की किरण सीधे आकर मशरूम के ऊपर पढ़ेंगे तो मशरूम खराब हो सकता है
मशरूम की खेती के लिए निवेश और सामग्री
अगर आप मशरूम की खेती करना चाहते हो आपको कम से कम 10,000 से 20,000 के अंदर का लगत लगती है, यह घर से शुरू होने वाली व्यापार है इसी मैं आपको सारी चीजें आपकी आस-पास ही मिल जाती है इसीलिए इसमें लगत बहुत ही कम है , मशरूम की खेती करने के लिए यह कुछ चीजों की आवश्यकता आपको पड़ेगी .
१) 6 बाय 6 की जगह
२) धान के भूसा
३) पानी स्प्रे करने वाला बोतल
४) मशरूम के बीज
मशरूम खेती के शुरुआत कैसे करें
सबसे पहले आपको बाजार से मशरूम के बीज को खरीदना होगा, आप चाहे तो यह बीच आप आपके आसपास किसी खेती सामग्री की दुकान से ले सकते हो या फिर कृषि विज्ञान केंद्र से भी खरीद कर ले सकते हो, अगर आपके आसपास कोई ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है तो फिर आप इंडिया मार्ट से भी ऑनलाइन इसकी खरीदारी कर सकते हो वहां पर आपको बहुत सारे मशरूम के बीज बेचने वाले मिल जाएंगे
कॉम्पोस्ट खाद बनाना
मशरूम की खेती में कॉम्पोस्ट खाद का अहम रोल होता है कॉम्पोस्ट खाद आप धन या गेहूं के भूसे के माध्यम से बना सकते है इसके लिए आपको करीब 1450 लीटर पानी लेना होता है उसमे आपको 1.5 किलोग्राम फार्मलीन एवं 150 ग्राम बेवस्टीन मिलाकर इसमे 1 क्विंटल और 50 किलोग्राम भूसा को भिगो देते हैं इसके बाद इस मिश्रण को कुछ समय के लिए ढक कर रखा जाता है यह प्रक्रिया इस लिए की जाती है ताकि भूसा शुद्ध हो जाये भूसा का शुद्धिकरण बहुत जरूरी रहता है यदि भूसा शुद्ध नही होगा तो मशरूम का उत्पादन सही से नही हो पायेगा
मशरूम की बुवाई
मशरूम के लिये भूसा तैयार होने के बाद बारी आती है, मशरूम के बुवाई की मशरूम की बुवाई से पहले आपको पानी मे भीगे हुए भूसे को निकालकर हवा में फैलाना होता है, ताकि उसमे मौजूद पानी और नमी सुख जाए इसके बाद आपको इसके बीज बोने के लिए पॉलीथिन के बैग्स लेने पड़ेंगे, जिनकी साइज 16 बाई 18 होना चाहिए
इन पोलीथिन के बैग में सबसे पहले भूसा डाल दीजिए, उसके बाद मशरूम के दानों का छिड़काव करिए इसके बाद इन दानों के ऊपर एक बार फिर भूसा की परत चढ़ा दीजिये फिर इस परत के ऊपर एक बार मशरूम के दाने का छिड़काव करिए ऐसा कम से कम 4 बार चढ़ानी पड़ेगी
इस पॉलीथिन के बैग में आपको दोनों कोनों पर छेंद करना जरूरी होता है, जिससे भूसे का अतिरिक्त पानी आदि निकल जाए यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैग्स को ऐसी जगह पर रखें जहां हवा लगने की गुंजाइश बहुत कम ही हो हर तरह के मशरूम के लिए उसकी बुवाई की प्रक्रिया में थोड़ा फर्क होता है कुछ मशरूम ऐसे होते हैं जिनके बुवाई के लिए भूसे और मशरूम के दाने को एक साथ मिला लिया जाता है
मशरूम को हवा से बचा के रखना
मशरूम को शुरू में हवा से बचाकर रखना बहुत जरूरी होता है नही तो नमी के कारण खराब भी हो सकते हैं नमी से बचाने के लिए इन बैग को किसी कमरे में रख दें, जहां हवा का प्रवेश लगभग निषिद्ध हो किसी कमरे में इन्हें रखकर 15 दिनों के लिए वह कमरा बंद करके रख दें 15 दिन बीत जाने के बाद इसे हवा दिया जा सकता है इसलिए अब दरवाजे को खोल दें, साथ ही कमरे में एक पंखे की व्यवस्था कर दें, ताकि इन मशरूम को हवा मिल सके 15 दिनों बाद मशरूम के सफेद रंग को देखा जा सकता है
मशरूम के थैले रखने के तरीके
मशरूम की अच्छी पैदावार के लिए इनके थैलों को अच्छे से रखना बेहद जरूरी होता है इनका सही तरह से रखरखाव जरूरी है इनको रखने के लिए आप कमरे में लोहे आदि का एक पलंग नुमा जंजाल बनाकर उसमें इन बैग को रख सकते हैं इसके अलावा लकड़ी के माध्यम से उन्हें टांगने आदि की व्यवस्था भी की जा सकती है
मशरूम के फसल की कटाई कब करना चाहिए
यदि मशरूम के फसल के तैयार होने की अवधि देखे तो यह 30 से 40 होती है इतने अवधि में यह पौधे कटाई के लिए तैयार हो जाते है
मशरूम खेती शुरू करने के लिए सरकारी योजना
इसके खेती के संबंध में सरकार भी मदद करती है हरियाणा की सरकार ने इस खेती के लिए अच्छे कदम बढ़ाये हैं सरकार ने किसानों को इसकी खेती के लिए प्रशिक्षण देने का फैसला किया है भारत सरकार के द्वारा 2009 से मशरूम की खेती के लिए प्रचार और प्रसार किया जा रहा है, अगर आप महिला हो तो आपको 50% की सब्सिडी राशि मिलती है, अगर आप पुरुष हो तो आपको 40% सब्सिडी राशि मिलती है, भारत सरकार के द्वारा आपको एक लाख से लेकर दस लाख तक की लोन भी इसके लिए मिलती है, अगर आपको यह सारे फायदा उठाना है और सब्सिडी प्राप्त करना है तो आप आपके आसपास के कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें यदि आप बिना सब्सिडी के खेती करने में सक्षम है तो आप को कोई पंजीकरण कराने के जरूरत नही होती है
मशरूम की खेती के लिए ट्रेनिंग
यदि आपको मशरूम की खेती जे जुड़े अनुभव हासिल करने है तो देश मे ऐसे कई विश्वविद्यालय और कृषि से संबंधित क्षेत्र हैं जो इसकी खेती से जुड़ी ट्रेनिंग कराते हैं इसके साथ इसकी खेती से जुड़ी अधिक जानकारी आपको अपने शहर के किसान सहायता केंद्र से भी मिल जाएगी, जहां आप इसकी खेती से संबंधित सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं
कृषि विज्ञान केंद्र में आपको 14 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है और प्रशिक्षण के आखरी में आपको सर्टिफिकेट भी दिया जाता है अगर उसके बाद आप खेती करने के लिए चाहो तो आपको कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से भारत सरकार की जो सुविधा है उसके सारे जानकारी आपको प्रदान किया जाता है और सारे लोन सब्सिडी और दस्तावेज के काम वहां पर ही कर दिया जाता है , आप ऑनलाइन भी सर्च करके आपकी नजदीक कृषि विज्ञान केंद्र के बारे में जानकारी हासिल कर सकती हो उनसे संपर्क करके मशरूम के प्रशिक्षण ले सकते हो
मशरूम का मार्केटिंग कैसे करें
जब हमारा मशरूम बनकर तैयार हो जाता है अब बारी आती है उसकी मार्केटिंग करना, अगर आपको मुनाफा कमाना है तो यह मशरूम को बेचना होगा, अगर मशरूम 7 दिन से ज्यादा दिन आपके पास रह जाता है वह खराब हो जाएगा इसलिए आपको जल्द से जल्द इसको बेचना है, आइए जानते हैं कि कैसे करें मशरूम का मार्केटिंग
१) आप आपकी आसपास कि शहर में बेच सकते हो
२) दो-चार लोगों को तनिका देकर आप उन के माध्यम से गांव-गांव में जाकर बेचा सकते हो
३) मशरुम का अचार और पापड़ बना कर भी आप दुकान पर जाकर या फिर घर घर में बेच सकते हो
४) किसी बड़े मशरूम के डिस्ट्रीब्यूटर को भी आप आपकी सामान को बेच सकते हो
मशरूम खेती से मुनाफा कितना होगा
अगर देखा जाए तो मशरूम की खेती में आपको दो से 3 गुना का मुनाफा हो सकता है , अगर आप आपके घर से मशरुम का खेती का शुरुआत करते हो तो आप महीना में 10 से 12 हजार का मुनाफा कमा सकते हो , अगर आप बड़े जगह पर करते हो महीना में 50 से 70 हजार तक का मुनाफा कमा सकते हो, मशरूम का व्यापार में बहुत ज्यादा मुनाफा होता है , जितना आप अच्छे से काम करोगे अब इतना ज्यादा मुनाफा कमा सकती हो , आपका आपकी जगह के ऊपर भी निर्भर करती है .
अगर आपको हमारा यह जानकारी पसंद आया तो जरूर इसको आपकी दोस्त परिवार के साथ शेयर करें , अगर आपको मशरूम की खेती के बारे में कुछ पूछना है तो आप नीचे कमेंट करके हमें पूछ सकती हो आपकी मशरूम खेती से जुड़े हुए सारे सवाल का जवाब देने के लिए हम तैयार हैं
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Aise vidyalayon ke baare me btaye jo masoom se judi trening krate hai plz suggest best
Rama Krishna Mission,Divyayan Krishi Vigyan Kendra, Ranchi.
Masroom ki kheti Karne ke tips bataye jo asni se kar sake
batan masroom ki kheti karne ke ashan tips bataye thanks
Mujhe bhi masroom ki kheti karni h….
Sir…… Mujhe bhi sateek jankari Asani se kheti kar Sake ji..
aap ki jankari mujhe pasand aayi mushroom ki kheti karna bahut hi labhdayak hai
Mushroom ki kheti karne ka training Kaha Milegi pata batai.
Mai nagpur maharashtra se hu trening kahase le sakta hu aur kaha pe bikega hamse koun kharidega ya kahape bikega
Koi samajsevi sanstha jo trening dene our bechneme madat kr sake
मशरुम का बीज पालीबैग के बाहरी भाग में ही डालना होता है या भीती भाग में भी डालते हैं ।
Vedio graphy k sath puri jankari dijiye
bhai aapne yaha bahut hi achche se samjhaya h ki mushroom farming kaise karni hai
Mai kheti se judi jaankari ke upar blog banana chahta hu
Mai 5-6 saal se kheti karta hu
Kaise blog banta hai help me