मोती की खेती करके कमा सकते है लाखों रुपए जाने सभी जानकारियां

Pearl Farming in Hindi – नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वगात है, आज के समय मे मछली फार्मिंग तेजी से बढ़ रहा है क्योकि इसका डिमांड काफी अधिक है, उसी तरह आज के समय मे मोती की खेती भी किया जा रहा है, जिस तरह से मछली पालन के लिए छोटे छोटे तालाब बनाते है उसी तरह से मोती के लिए भी बनाया जाता है।

वर्तमान समय मे यदि आप बिजनेस करने के बारे में सोच रहे है तब मोती खेती सबसे अच्छा बिजनेस है क्योकि इसकी मांग बहुत ज्यादा है व इस बिजनेस में काफी प्रॉफिट है। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से मोती की खेती कैसे करे, मोती की खेती के लिए क्या आवश्यकता पड़ता है, मोती की खेती के लिए ट्रेनिंग, कितना इन्वेस्टमेंट करना पड़ता है, प्रॉफिट क्या है, मोती की मार्केटिंग कैसे करे, मोती को कैसे बेचे तथा घर से कैसे शुरू कर सकते है

आदि के बारे में हम इस पोस्ट के माध्यम से विस्तार से देखगे, यदि आप Moti Ki Kheti करना चाहते है तब आप इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़े, चलिए हम मोती की खेती कैसे करें के बारे में विस्तार से जानते है। 

मोती की खेती क्या है (What is pearl farming)

जहाँ तक मोतियों के बारे में बात किया जाए तब मोती दो तरह के होता है पहला प्राकृतिक रूप से प्राप्त होता है व दूसरा कृत्रिम रूप से प्राप्त होता है। हम जब भी मोती की खेती की बात करते है इसमें कृत्रिम द्वारा उत्पादित मोती आते है, इसे कल्चर्ड पर्ल कहते है इसे हम अल्सटर के अंदर उगाते है तथा इस प्रक्रिया को हम मोती की खेती कहते है।

आज के समय मे मोती की डीमंड बहुत ज्यादा है लोग इसे आभूषण के रूप में पहनते है तथा इसकी कीमत मोती की कैरेट के अनुसार होता है, इसकी कीमत 2000 रुपये से 2 लाख तक हो सकती है, आप किस तरह के मोती उगा रहे है उस पर आपका व्यपार निर्भर करता है।

मोती की खेती के लिए ट्रेनिंग

यदि आप मोती की खेती करना चाहते है तब आपको सबसे पहले इस बात का पता होना चाहिए कि मोती की खेती कैसे करते है यदि आपको नही पता है तब आप किसी आसपास के उद्यमी जो मोती की खेती कर रहे है उनसे प्रशिक्षण ले सकते है अक्सर ये उद्यमी प्रशिक्षण देते है,

यदि आपके आसपास कोई मोती की खेती करने वाले नही है, तब आप कृषि विज्ञान केंद्र या फिर भारतीय कृषि अनुसंधान विभाग से सम्पर्क कर सकते है यह एक सार्वजनिक संस्थान है जो समय समय मे मोती की खेती में प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन करते है आप यहां से आसानी से ट्रेनिंग ले सकते है, उसके बाद आप आसानी से मोती की खेती कर सकते है, अपने बजट के अनुरूप कर सकते है।

मोती की खेती करने में कितना इन्वेस्ट करना पड़ता है?

यदि आप मोती की खेती करना चाहते है तब आपको शुरुआत में थोड़ा अधिक इन्वेस्ट करने की जरूरत पड़ेगा क्योकि शुरुआत में आपको अपने प्रशिक्षण के लिए फीस चुकाना होगा, यदि आपके पास खुद का स्थान नही है तब खरीदना होगा, इसके बाद आपको सर्जरी के छप्पर बनाना पड़ता है,

तालाब व छप्पर के साथ आपको culture unit निर्माण करने की आवश्यकता पड़ेगा, इस तरह से आपको शुरुआत में मोटी रकम इन्वेस्ट करना पड़ेगा। यदि आप छोटे स्तर में चालू करते है तब आपको शुरुआत में 3 लाख से 5 लाख तक इन्वेस्ट करना होगा।

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मोती की खेती कैसे की जा सकती है? How to Start Pearl Farming in India

How to Start Pearl Farming in India in Hindi
Moti ki kheti kaise kare

आज के समय मे सबसे अधिक मांग मोती की होता है ऐसे में यदि आप मोती की खेती करना चाहते है तब आपको निम्न बातों को फॉलो करना होगा-

• सबसे पहले आपको मोती की खेती के लिए फार्म बनाने की जरूरत होगा व उस फार्म में आपको तालाब, छप्पर व culture unit बनाना होगा, साथ ही आपका फार्म स्थायी रूप से होना चाहिए।

• इसके बाद आपको अपने तालाब में mussel या पर्ल ऑयस्टर का बीज डालना होगा, आप इसे किसी मोती की खेती करने वाले उद्यमी से प्राप्त कर सकते है या फिर किसी मोती उत्पादन करने वाले कंपनी से ले सकते है।

• प्राप्त mussel या पर्ल ऑयस्टर को pre culture के लिए तैयार किया जाता है व एक को 1 लीटर पानी मे 2-3 दिन तक रखना पड़ता है। pre culture कंडीशन सर्जरी के वक्त काफी मददगार होता है।

• अब आपको पर्ल ऑयस्टर का इमप्लांटेशन या फिर ग्राफ्टिंग करना होगा।

• इसके बाद आपको इसे पोस्ट ऑपरेटिंग में रखना होता है इसके लिए नायलॉन बैग का इस्तेमाल किया जाता है।

• पोस्ट ऑपरेटिंग के बाद आपको इसे तालाब में रखना होगा, वह समय समय पर तालाब की सफाई करते रहना होगा। PVC पाईप या फर बांस के डण्डे में नायलॉन बैग को टँगाना होता है तथा एक बैग में 2 mussel रख सकते है। समय समय पर mussel का निरक्षण करते रहना होगा।

• 12 से 15 महीने बाद हार्वेस्टिंग कर सकते है इसके लिए आपको mantel tissue या फिर gonad से पर्ल को बैग से बाहर निकाला जाता है।

मोती की खेती से होने वाला लाभ

यदि आप मोती की खेती करते है तब आपको इसमे बहुत ज्यादा फायदा होगा, मोती की खेती से जो उत्पाद प्राप्त होता है उसका कीमत बाजार में अधिक होता है क्योकि आज के समय मे आभूषण में मोती का प्रयोग होता है ऐसे में यदि आप इस बिजनेस को करते है तब आपको फायदा ही होगा।

आपके फार्म में कितना भी मोती का उत्पादन क्यो न होता हो आपको फायदा सिर्फ 10% से 30% उत्पादन मोती से फायदा होगा क्योकि यही उच्च कोटि का मोती होता है, बाकी मोती के आकार व गुणवत्ता पर प्रॉफिट व बिकने का मूल्य निर्धारित होता है।

बाढ़ एवं सूखे जैसी समस्याओं से जूझता किसान परम्परागत खेती करके कभी भी आर्थिक उन्नति नही कर सकता। मोती की खेती ऐसे लाखों किसानों को आर्थिक रूप से उन्नत बना सकती है, परम्परागत खेती के साथ ही मोती की खेती के माध्यम से किसान अच्छी कमाई प्राप्त कर सकता है।

इसके अतिरिक्त मोती की खेती पर्यावरण के लिए भी बहुत लाभकारी होती। जी हाँ दोस्तों मोती के खेती के आर्थिक लाभ होने के साथ ही साथ पर्यावरण के लिए भी यह काफी हितकारी है। मोती की खेती के माध्यम से जल प्रदूषण जैसी गंभीर समस्या पर नियंत्रण लगाया जा सकता है। मोती जल को स्वच्छ करने में सहायक होता है और पानी को अशुद्धियों से बचाता है।

मोती की खेती में आने वाली चुनौतियां एवं समाधान-

मोती की खेती करने के दौरान सबसे बड़ी चुनौती निवेश को ले करके आती है लेकिन आपको इस बात की जानकारी दें देना आवश्यक है कि सरकार द्वारा लघु उद्योग एवं इस प्रकार की खेती को सुचारू रूप से चलाने के लिए लोन उपलब्ध करवाया जाता है।

ग्रामीण बैंकों के द्वारा आसानी से आप अपना रोजगार शुरू करने के लिए लोन प्राप्त कर सकते हैं और मोती की खेती को शुरू कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त मुद्रा लोन के माध्यम से भी अब छोटा लोन प्राप्त करके अपने उद्यम को शुरू कर सकते हैं।

परंपरागत खेती करने वाले किसानों के लिए यह भी बड़ा जटिल प्रश्न है कि वह किस तरीके से मोती खेती कर सकते हैं? लेकिन आपको बता दें कि देश के कई ऐसे स्थान हैं जहां पर मोती की खेती करने के लिए प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं और कई सारे लोग यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करके मोती की खेती के माध्यम से आज अच्छी खासी कमाई प्राप्त कर रहे हैं।

मोती की खेती शुरू करने से पहले एक प्रश्न यह भी उठता है कि यदि अपनी जमीन नहीं है तो मोती की खेती किस प्रकार की जाए? आपको बता दें कि यदि किसी के पास अपनी जमीन नहीं है तो वह किराए पर जमीन एवं तालाब ले कर मोती की खेती शुरू कर सकता है। जमीन एवं तालाब को लीज पर लेने से निश्चित ही आपके निवेश की राशि बढ़ जाती है लेकिन सरकार की तरफ से प्रदान की जाने वाली सहायता इस चिंता को दूर करने में मदद करती है।

मोती की खेती में ध्यान रखने योग्य बातें

मोती की खेती करने के लिए प्रशिक्षण एवं इससे संबंधित अन्य बातों की जानकारी बहुत ही जरूरी है। लेकिन इसके अतिरिक्त मोती की खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले समान एवं इसकी देखरेख भी बहुत ही आवश्यक है। मोती की खेती को शुरू करने से पहले यह जरूरी है कि शीपों को एकत्रित कर लिया जाए। इन शीपों को नदी अथवा तलाबों से प्राप्त किया जा सकता है, बाजार में भी आपको यह शिप आसानी से मिल जाएंगे।

मोती की खेती करने के लिए जरूरी है कि सर्जरी से पूर्व शीपों को दस से पंद्रह दिनों तक पानी में रखा जाए। इसके बाद इसमें से पानी को निकाल करके सर्जरी की प्रक्रिया की जाती है। इन शिपों को पानी में रखने के बाद भी निश्चित अंतराल पर देख रेख करना आवश्यक है। इस के बाद 12 से 14 महीने में किसान को तलाब से डिजाइनर मोती प्राप्त हो जाता है लेकिन गोलाकार मोती प्राप्त करने के लिए 2 से 3 साल का समय लग जाता है।

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मोती की खेती का मार्केटिंग कैसे करें?

आज के समय मे बहुत लोग मोती की खेती करने लगे है, क्योकि मोती का डिमांड काफी ज्यादा हो गया है ऐसे में आप अपने मोती की ब्रांडिंग अवश्य करे, इसके लिए आपको सोशल मीडिया का मदद लेना चाहिए जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं ट्विटर के माध्यम से आप अपने पर्ल बिजनेस का प्रोमोशन कर सकते है,

इसके साथ ही आप अपने उत्पाद पर्ल को e-commerce के साथ जोड़ सकते है जैसे amazon, flipkart आदि के माध्यम से आप डायरेक्ट सेल कर सकते है। आप अपने मोती की क्वालिटी बेहतरीन रखे जिससे कोई भी यदि एक बार खरीदी करता है फिर वह बार बार इस मोती को ख़रीदे व आपके कस्टमर में इजाफा हो, आप अपने मोती की मार्केटिंग करने के लिए जैवेलरी शॉप एवं गिफ्ट हाउस वालों से कॉन्ट्रैक्ट ले सकते है आदि तरह से आप अपने मोती की मार्केटिंग कर सकते है।

मोती को सेल कहाँ करें?

आज के समय मे यदि आप मोती की खेती करते है तब आपके समक्ष यह विषय रहेगा कि आप उस मोती को कहाँ बेचे ऐसे में आपको इसकी चिंता करना छोड़ दे, आज के समय मे आप आसानी से मोती को बेंच सकते है, आप तो या फिर इसे ऑनलाइन डायरेक्ट बेच सकते है amazon, flipkart, या myntra आदि ऑनलाइन बिजनेस स्टोर के माध्यम से।

या फिर आप सीधे फार्म से ग्राहक को मोती बेंच सकते है या फिर आप किसी जैवेलरी शॉप या गिफ्ट हाउस वाले को थोक भाव मे मोती बेंच सकते है। इसके साथ ही आप बढ़े शहर के जैवेलरी शॉप में सप्लाई कर सकते है इस तरह से आप आसानी से जीतना मोती उत्पादन करते है उसकी सेल्लिंग कर सकते है।

FAQ – मोती की खेती से जुड़े लोगों द्वारा पूछे जाने वाले सवाल

Q1. सीप से मोती कैसे प्राप्त करते है?

Ans. वर्षा ऋतु के समय जब वर्षा की बूंद या बालू (रेत) का कण किसी सीप के अंदर प्रवेश कर जाता है तब सीप उस बाहरी पदार्थ के अनुसार अपने नैकर का स्राव करता है तथा यह नैकर उस कण के ऊपर परत में परत दर परत चढ़ते जाता है तथा यही परत मोती का रूप लेता है, इस तरह सीप से मोती प्राप्त होता है।

Q2. मोती की खेती की ट्रेनिंग कितने दिन की होती है?

Ans. मोती की खेती की ट्रेनिंग उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्‍वर में 15 दिन की होती है

Q3. सीप को मोती बनाने में कितना समय लगता है?

Ans. सीप को मोती बनाने में छह महीने से लेकर चार साल तक का समय लग सकता है

Q4. मैं भारत में मोती की खेती कहां से सीख सकता हूं?

Ans. भारत में मोती की खेती आप भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के तहत CIFA (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर) में सिख सकते है

Q5. सबसे अच्छी मोती कहाँ पाई जाती है?

Ans. दुनिया में आज के समय मे सबसे मूल्यवान मोती फारस की खाड़ी एवं मन्नार की खाड़ी में मिलता है, तथा इस मोती को ‘ओरियेंट’ कहा जाता है।

Q6. सीप क्या खाती है?

Ans. सीप कुछ भी नही खाती है यह सिर्फ पानी को चुस कर अपना पेट भरती है तथा मोती का निर्माण करता है इसे हम प्राकृतिक मोती कहते है, इसकी कीमत बाजार में अधिक होता है।

Q7. सीप से क्या बनाता है?

Ans. सीप नामक समुद्री जलजंतु के प्रयोग से सफेद कड़ा, चमकीला आवरण या फिर संपुट जो बटन,व चाकू के बेंट आदि बनाने के काम में आता है, इसके साथ ही इसके अंदर प्राकृतिक रूप से मोती बनता है।

Q8. मोती से क्या बनता है?

Ans. मोती का प्रयोग अनेक चीजो के लिए करते है जैसे आभूषण बनाने में, अंगूठी बनाने में किया जाता है इसके साथ ही सजावट के समान बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है।

निष्कर्ष:

अगर आपको हमारी यह जानकारी मोती की खेती कैसे करें? (How to Start Pearl Farming Business in Hindi) पसंद आया तो जरूर इसको अपने दोस्त परिवार के साथ शेयर करें अगर आपको मोती की खेती के बारे में कुछ पूछना है तो आप नीचे कमेंट करके हम से पूछ सकते हो आपकी मोती की खेती से जुड़े हुए सारे सवाल का जवाब देने के लिए हम तैयार हैं धन्यवाद

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