अनाज का बिजनेस कैसे शुरू करें
जानिए अनाज का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते है – भारत एक कृषि प्रधान देश है| भारत की 70 % जनसंख्या कृषि में लगी हुई है। गांव में कृषि ही लोगों का मुख्य व्यवसाय होता है। भारत की खेती मानसून पर आधारित है। अगर मानसून अच्छा होता है तो खेती भी अच्छी होती है। भारत में कई तरह के अनाज पैदा किए जाते हैं जैसे गेहूं, चावल , दालें आदि। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे ज्यादा गेहूं पैदा किया जाता है।
गेहूं का 2 % भाग ही विदेशों को निर्यात किया जाता है 98% भाग भारत के अंदर ही रहता है। गेहूं और चावल तो ऐसी अनाज है जिन्हें लोग सबसे ज्यादा खाना पसंद करते हैं। दालें तो भारत के लोगों के घर की सबसे ज्यादा जरूरत है। दालें खाना तो लोग ज्यादा पसंद करते हैं। भारत में कई प्रकार की दालें पैदा की जाती है जैसे उड़द की दाल, राजमाह,मूंग,मसूर ,अरहर ,चना दाल आदि। अनाज तो मनुष्य की बहुत बड़ी जरूरतों में से एक है।
अनाज के बिना तो मनुष्य जीवित नहीं रह सकता है। अगर कोई व्यक्ति अनाज का व्यवसाय करना चाहता है तो उसे इसमें ज्यादा फायदा रहता है। चाहे जो भी हो जाए अनाज का व्यवसाय ऐसा व्यवसाय है जो कभी भी बंद नहीं होता है क्योंकि अनाज के बगैर तो मनुष्य का जीना ही असंभव होता है।
बाकी चीजों के बिना मनुष्य तो जीवित रह सकता है। लेकिन अनाज के बिना नहीं। जब हम कोई भी व्यवसाय शुरू करते हैं तो उसमें कुछ मुसीबतों का सामना तो करना पड़ता है। कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई बार असफलता को स्वीकार भी करना पड़ता है। अनाज का बिज़नस सबसे अच्छा बिज़नस है। चाहे कोई अमीर है या गरीब सभी को जीवित रहने के लिए अनाज की जरूरत होती है।
अनाज का बिजनेस शुरू करने से पहले हमें कई बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
1. बिजनेस के लिए सही जगह का चुनाव
बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले जगह का चुनाव किया जाता है। बिजनेस घर से शुरू करना है या कहीं अलग से जगह खरीदनी है| बिजनेस शुरू करने के लिए हमें गोदाम की जरूरत पड़ती है। गोदाम हमें ऐसी जगह पर बनाना चाहिए जहां गाड़ियां आसानी से आ जा सके। अनाज लाने में और ले जाने में कोई समस्या न आए|
2. आर्थिक रूप से मजबूत हो
बिजनेस शुरू करने के लिए काफी पैसों की जरूरत होती है। बिजनेस मैं कभी-कभी मुनाफे की जगह हानि भी होती है। बिजनेस के लिए हमें भवन ,जमीन ,मशीनरी, फर्नीचर आदि की भी आवश्यकता होती है| अतः बिजनेस शुरू करने के लिए पहले व्यक्ति के पास पैसों का प्रबंध होना जरूरी है|
3. किसानों के साथ सीधा संपर्क
अनाज का बिजनेस करना हो तो हमें सीधे किसानों से संपर्क करना चाहिए। किसान हम से सस्ते दामों पर अनाज देंगे और हम उसे ज्यादा कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं।
4.जीएसटी रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस जरूरी
अनाज का बिजनेस करने के लिए हमें जीएसटी नंबर भी चाहिए होता है| खुली दाल व खुला आटा पर जीएसटी नहीं लगता अच्छी क्वालिटी की दाल व ब्रांडेड आटा बेचने पर 5% जीएसटी लगता है| अनाज का बिजनेस खाद्य से जुड़ा है इसलिए अनाज बेचनेवाले को फूड लाइसेंस लेना भी जरूरी होता है इसके अलावा नगर निगम ,नगर पालिका आदि से ट्रेड लाइसेंस लेना भी जरूरी होता है|
5. अनाज के भंडारण की उचित व्यवस्था
अनाज का बिजनेस शुरू करने से पहले यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि अनाज रखने के लिए काफी जगह है या नहीं। इसके लिए बड़े गोदाम की आवश्यकता होती है। गोदाम का आकार बड़ा होना चाहिए। भारत में किसान तो काफी मेहनत करता है अनाज भी प्रचुर मात्रा में होता है लेकिन किसानों का अनाज खुले नहीं होने के कारण कई बार वह बारिश से भीग कर खराब हो जाता है जिससे किसानों को काफी नुकसान होता है।
6. साफ सफाई का ध्यान
अनाज रखने की सही व्यवस्था होनी चाहिए। सफाई का ध्यान अनाज के गोदाम में स्थाई का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है| अनाज को बोरियों में अच्छी तरह से करके रखना चाहिए। अनाज के सबसे बड़े दुश्मन चूहे होते हैं ग्राम।अगर वहां सफाई का ध्यान नहीं रखेंगे तो चूहे अनाज को खराब कर देते हैं जिस पर अनाज को नुकसान होता है।
7.कंप्यूटर की जानकारी
आजकल कंप्यूटर का जमाना है। अगर आपको कंप्यूटर की जानकारी है तो आप कंप्यूटर के माध्यम से भी अनाज के व्यापार को बढ़ा सकते हैं | कंप्यूटर पर आप अपने नाम से अपने बिजनेस की अलग से वेबसाइट बनाकर अपने बिजनेस का प्रचार कर सकते हैं। डीलर आपसे ऑनलाइन ही बिजनेस की बात कर सकते हैं। आजकल ऑनलाइन ही पेमेंट भी हो जाती है जिससे आपको ज्यादा परेशानी भी नहीं होगी। आप अपने बिजनेस की ऑनलाइन जानकारी डाल सकते हैं।
8. अनाज के खपत की जानकारी
अनाज का बिजनेस शुरू करने से पहले आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि सबसे ज्यादा अनाज की खपत कहां होती है। कोई भी होटल या रेस्टोरेंट में जाकर पता किया जा सकता है कि उन्हें कितने अनाज की जरूरत होती है। आप सीधे ही होटल में जाकर ऑफर दे सकते हैं ताकि वे आपसे ही अनाज खरीदें। अगर उन्हें डिलीवरी की सुविधा दी जाती है तो वे ऐसे ही तैयार हो जाएंगे कि उनके होटल तक आप खुद अनाज पहुंचा रहे हैं जितना ज्यादा आपका लोगों से कांटेक्ट होगा उतनी ही ज्यादा बिक्री होगी और मुनाफा भी होगा।
अनाज के बिजनेस के फायदे
1.अनाज तो हर व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी होता है। महनार चाहे सस्ता हो या महंगा खरीदना तो सभी को ही पड़ता है। अतः इस बिजनेस में लाभ ही लाभ होता है खाने की तो कोई गुंजाइश नहीं होती है।
2. अनाज को सीधे किसानों से कम कीमत पर खरीद कर हम उससे ज्यादा कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं।
3. अनाज का बिजनेस शहरी व ग्रामीण दोनों इलाकों में किया जा सकता है।
4. अनाज का बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जो आपातकालीन परिस्थितियों में भी चलाया जा सकता है। चाहे सब दुकानें बंद हो लेकिन अनाज की सप्लाई तो चली रहती है क्योंकि अनाज तो जीने के लिए बेहद जरूरी होता है।
5. अनाज का बिजनेस तो ऐसा आसान बिजनेस है जिसे पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी कर सकती है। इससे महिलाओं को रोजगार का साधन मिल जाता है और वे आत्मनिर्भर बन जाती हैं।
6. अनाज का बिजनेस शुरू करने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत नहीं होती। इसे कम लागत में भी शुरू किया जा सकता है। इसके लिए गोदान की आवश्यकता होती है जहां पर अनाज को सही तरीके से भंडार करके रखा जा सके।
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अत: हम कह सकते हैं कि अनाज का बिजनेस बहुत अच्छा बिजनेस है | गेहूं व चावल, बाजरा, दालें आदि किसी भी तरह का अनाज को इसका इस्तेमाल तो हर घर में होता है। इस बिजनेस के बंद होने की कोई गुंजाइश नहीं होती है। लेकिन जब कभी कीमतें बढ़ जाती हैं तब इस बिज़नेस में थोड़ी कमी आती है। फिर भी साल के 365 दिन तक यह बिजनेस चला रहता है।