12th के बाद होटल मैनेजमेंट कैसे करें- विस्तृत जानकारी

12th के बाद होटल मैनेजमेंट कोर्स इनफार्मेशन – Career In Hotel Management 

विगत वर्षों में होटल इंडस्ट्री में बहुत अधिक विकास हुआ है और होटल मैनेजमेंट आजकल के किशोरों और युवाओं का एक मनपसंद करियर ऑप्शन बन गया है। होटल मैनेजमेंट का स्कोप और आयाम बहुत ही विस्तृत है। इसके अंतर्गत होटल को सही तरीके से चलाने से संबंधित सभी आवश्यक कार्य आते हैं जैसे कि होटल बुकिंग, इवेंट मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, कस्टमर सर्विस इत्यादि। आप अपनी पसंद और रूचि के अनुसार होटल मैनेजमेंट से जुड़े किसी भी क्षेत्र का चुनाव कर सकते हैं जिसके लिए अलग-अलग पाठ्यक्रम (Courses) उपलब्ध हैं। हम होटल मैनेजमेंट से जुड़े उन कोर्सेज के बारे में विस्तार से जानेंगे जिन्हें हम 12th के बाद कर सकते हैं:-

होटल मैनेजमेंट में कोर्स करने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या यूनिवर्सिटी से किसी भी स्ट्रीम (साइंस कॉमर्स या ह्यूमैनिटी) से 12 वीं पास होना आवश्यक है। साथ की 12 वीं में कम से कम 45-50 % मार्क्स होने चाहिए। आप कुछ डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स 10 वीं के बाद भी कर सकते हैं। फ्रंट आफिस, हाउस कीपिंग, फूड एंड बेवरेज सर्विसेज, फूड प्रोडक्शन, बेकरी एंड कंफेक्शनरी से सम्बंधित कई तरह के डिप्लोमा कोर्स के ऑप्शन हैं जिन्हें आप 10वीं या 12वीं के बाद कर सकते हैं।  

इसके अलावा होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा में उतीर्ण होना आवश्यक है प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं निम्नलिखित हैं:-

  • AIMA UGAT
  • AIHMCT WAT
  • BVP CET
  • JET Entrance Exam
  • DTE HMCT

इसके अलावा कुछ बड़े होटल अपनी स्वतंत्र प्रवेश परीक्षा भी लेते हैं जिसमें लिखित, मौखिक और ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू शामिल होता है।

  • प्रमुख कोर्स:

होटल मैनेजमेंट के कुछ प्रमुख कोर्स निम्नलिखित है:

    1. बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (BHM)
    2. बैचलर इन होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग टेक्नोलॉजी (BHMCT) 
    3. बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) इन हॉस्पिटैलिटी, ट्रेवल & टूरिज्म 
    4. बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.) इन हॉस्पिटैलिटी & एडमिनिस्ट्रेशन 
    5. बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.) इन होटल मैनेजमेंट एंड केटरिंग 
    6. डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट 

ग्रेजुएशन कोर्स की अवधि 3 से 4 साल की होती है जबकि डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 6 से 18 महीने तक की होती है। 

  • सब स्पेशलाइजेशन कोर्स:

प्रत्येक कोर्स में कई सब स्पेशलाइजेशन के विषय भी हैं, जो आप अपने संस्थान में उपलब्धता और अपनी रूचि के अनुसार चुन सकते हैं। होटल मैनेजमेंट से जुड़े कुछ सब स्पेशलाइजेशन कोर्सेज निम्नलिखित हैं:-

  • मार्केटिंग ऑफ सर्विसेस:

इसमें यह सिखाया जाता है कि होटल के सर्विसेस और प्रोडक्ट को किस तरह से कस्टमर तक पहुंचाना है। इसके अंतर्गत रूम, फूड, स्पा सर्विस और लाउंज सर्विसेज से गेस्ट को कैसे सन्तुष्ट करना है, इस प्लानिंग की ट्रेनिंग दी जाती है।

  • फूड साइंस एंड डायटिक मैनेजमेंट:

इसमें फूड सर्विस से जुड़ी व्यवहारिक जानकारियां दी जाती है जिससे फूड में न्यूट्रिएंट्स को बचाते हुए खाना स्वादिष्ट बनाया जा सके। इसके अलावा मीनू प्लान करने का तरीका भी सिखाया जाता है ताकि गेस्ट को हेल्थी और क्वालिटी फूड मिल सके। 

  • इवेंट एंड कॉन्फ्रेंस मैनेजमेंट:

होटल में आए दिन इवेंट और कॉन्फ्रेंस ऑर्गेनाइज होते रहते हैं। उनको सही तरीके से संचालित करने की जिम्मेदारी होटल मैनेजमेंट के कर्मचारियों की होती है जिसके लिए उन्हें उचित ट्रेनिंग दी जाती है।

  • फैसिलिटी प्लैनिंग डिजाइन एंड मैनेजमेंट:

इसके अंतर्गत होटल के लेआउट को खूबसूरत और उपयोगी तरीके से डिजाइन और डिवेलप करने का स्किल सिखाया जाता है। 

  • हॉस्पिटैलिटी लॉ: 

इसके अंतर्गत कर्मचारियों को हॉस्पिटल इंडस्ट्री से सम्बंधित लॉ की जानकारी दी जाती है।

  • फीस:-

सरकारी संस्थान से कोर्स करने की फीस ₹40,000/- से ₹50,000/- है।

प्राईवेट संस्थान की फीस आमतौर पर ₹50,000/- से ₹1,00,000/- है।

कुछ प्राइवेट संस्थान, जिसमें बड़े बड़े होटल भी शामिल हैं, 1 लाख से 10 लाख रुपये तक फीस भी लेते हैं। इन संस्थानों की ब्रांड वैल्यू की वजह से बेहतरीन जॉब ऑप्शन्स मिल जाते हैं।

  • तैयारी कैसे करें:- 

होटल मैनेजमेंट के कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा में उतीर्ण होना आवश्यक है। परीक्षा का माध्यम अंग्रेजी है और अंग्रेजी विषय की भी परीक्षा ली जाती है। अतः आपकी अंग्रेजी (दसवीं के स्तर तक) अच्छी होनी चाहिए। इसके अलावा रीजनिंग एवं एप्टीट्यूड के प्रश्न भी पूछे जाते हैं, जिसके लिए आपको अभ्यास करना जरूरी है। प्रवेश परीक्षा में न्यूमेरिकल एबिलिटी और साइंटिफिक एप्टीट्यूड के प्रश्न भी पूछे जाते हैं। इसके लिए आपको क्लास 10 की NCERT की पाठ्य-पुस्तक का अध्ययन करना चाहिए। आपको सामान्य ज्ञान और करेंट अफेयर की भी अच्छी जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए नियमित रूप से न्यूज़ पेपर पढ़ना ज़रूरी है। प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के विगत वर्षों में पूछे गए प्रश्नों का सतत अभ्यास करने से भी आपको इस परीक्षा में सफल होने में काफी मदद मिलेगी।

  • प्रमुख संस्थान:-

  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन, दिल्ली
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड अप्लाइड न्यूट्रिशन, चेन्नई
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड अप्लाइड न्यूट्रिशन, मुंबई
  • आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, केरल
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग एंड न्यूट्रिशन पंजाब 
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट, अहमदाबाद
  • वेलकमग्रुप ग्रैजुएट स्कूल आफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन उडुपी
  • इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट कैटरिंग टेक्नोलॉजी एंड अप्लाइड न्यूट्रिशन, लखनऊ

इसके आलावा कई बड़े बड़े होटल भी होटल मैनेजमेंट के विभिन्न कोर्स ऑफर करते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

  • IHM ताज ग्रुप
  • ITC होटल
  • द ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग & डेवलपमेंट
  • जॉब प्रोफाइल: 

होटल मैनेजमेंट करने के बाद आप कई तरह के जॉब्स को करने के लिए योग्य हो जाते हैं। इस क्षेत्र के कुछ मुख्य जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित हैं:-

  • मैनेजर
  • डायरेक्टर ऑफ होटल ऑपरेशन
  • फ्रंट ऑफिस मैनेजर 
  • हाउसकीपिंग मैनेजर
  • शेफ
  • गेस्ट सर्विस सुपरवाइजर
  • फूड एंड बेवरेज मैनेजर 
  • रेस्टोरेंट एंड फूड सर्विस मैनेजर
  • किचन मैनेजर
  • इवेंट मैनेजर 
  • वेडिंग कोआर्डिनेटर 

होटल इंडस्ट्री के अलावा भी कई क्षेत्रों में स्किल्ड होटल मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स की बहुत डिमांड है। इनमें प्रमुख हैं-

  • एयरलाइन केटरिंग
  • रेलवे केटरिंग
  • क्रूज़
  • रेस्टॉरेंट
  • क्लब
  • रिसॉर्ट्स एंड गेस्ट हाउस
  • हॉस्पिटल
  • फारेस्ट लॉज
  • टूरिस्म डेवलोपमेन्ट कॉरपोरेशन / एजेंसीज
  • हॉस्पिटैलिटी डिपार्टमेंट इन कॉर्पोरेट हाउसेस
  • कैंटीन सर्विसेज इन स्कूल/ कॉलेज/ फैक्ट्री/हॉस्पिटल
  • सैलेरी:-

होटल मैनेजमेंट के बाद आपको जॉब आसानी से मिल जाएगी और सैलरी आपको अपनी पोस्ट और अनुभव के आधार पर ही मिलेगी। लेकिन सामान्य रूप से अगर आप फ्रेशर हैं तो आपको एक अच्छे होटल में ₹15000 से ₹20000/- तक मिल जाता है, जो अनुभव बढ़ने के साथ-साथ बेहतर होता जाता है। अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा इस इंडस्ट्री में जल्दी जल्दी तरक्की होती है और सैलरी भी बढ़ जाती है।

  • विदेशों में अवसर:

होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद विदेशों में भी जॉब करने की अपार संभावनाएं हैं। आज हमारे देश मे बहुत से 5 स्टार होटल हैं जिनकी चेन विदेशों में भी है। इसके अलावा अगर आपने अच्छे संस्थान से यह कोर्स किया है और आपको हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य विदेशी भाषा की भी जानकारी है तो आपके लिए विदेश में जॉब करने का सुनहरा अवसर उपलब्ध हो सकता है। विदेशों में सैलरी भी बहुत ज़्यादा होती है।

  • बेहतर करियर:

आज लोगों का देश और विदेश में घुमना फिरना काफी बढ़ गया है इसलिये होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में कैरियर की संभावनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। इस क्षेत्र में शोहरत, पैसा और तरक्की भरपूर है। किसी भी देश की जीडीपी में होटल इंडस्ट्री का बहुत बड़ा योगदान होता है। हमारा देश भारत विभिन्न संस्कृतियों का देश तो है ही, साथ ही विश्व पटल पर यह एक बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। हमारी सरकार भी ट्रेवल और टूरिज्म को काफी बढ़ावा दे रही है और होटल इंडस्ट्री इसका अभिन्न अंग है। इसलिए यदि आप भी होटल इंडस्ट्री में करियर बना कर एक सफल और आरामदायक जीवन की चाह रखते हैं तो कमर कस लीजिए और इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए तैयारी में जुट जाएँ। 

4 Comments

Add a Comment

Your email address will not be published.

error: