आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर क्या है कैसे खोले

आयुर्वेदिक फार्मेसी से मेडिकल स्टोर कैसे खोलें?

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर एक तरह का दवाई स्टोर है जिस प्रकार एलोपैथिक मेडिकल स्टोर होता है उसी तरह लेकिन इस मेडिकल में आपको सिर्फ आयुर्वेदिक दवाई मिलेगा, जिसका डिमांड आज बढ़ रहा है, पहले इसका डिमांड बहुत करता था आज के समय में फिर बढ़ रहा है। एलोपैथिक दवाई को रासायनिक क्रिया द्वारा बनाया जाता है, और आज के समय मे पल भर में दर्द व बीमारी से राहत मिल जाता है, लेकिन कुछ केस में यह काम नहीं करता है या फिर कुछ समय के लिए काम करता है इसके लिए आयुर्वेद, यूनानी व हर्बल दवाओं का उपयोग किया जाता है, इसमें साइड इफेक्ट न के बराबर होता है इसलिए यह बेहद कारागर साबित हुआ है, आयुर्वेदिक दवा का उपयोग व महत्व आज समझ आ रहा है, ऐसे में आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर ओपन करना चाहते है तो आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर के बारे में जाने।

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर खोलने के नियम :

• मेडिकल स्टोर कोई भी आसानी से खोल सकता है, आयुर्वेदिक दवाओं को बेचने के लिए ड्रग लाइसेंस की आवश्यकता नही पड़ती है।

• साथ ही आप यूनानी व हर्बल दवा भी बेंच सकते है व कॉस्मेटिक समान भी बेंच सकते है जिसमें आपको लाईसेंस की जरूरत न पड़े।

• आपके पास फार्मा की डिग्री होना जरूरी है, 12वी साइंस के बाद आप फार्मेसी कर सकते है।

• मेडिकल में आपके फायर एक्सटेंशन होना चाहिए।

• मेडिसिन को स्टोर करने के लिए कोल्ड स्टोरेज होना चाहिए।

• मेडिकल में 24×7 के तहत ओपन करने के लिए पूरी तरह सिस्टमेटिक होना चाहिए।

• यदि आप आयुर्वेदिक मेडीसिन के साथ एलोपैथिक मेडीसिन रखना चाहते है तब ड्रग लाइसेंस होना चाहिए।

• सभी पेपर वर्क कंपलीट होना चाहिए।

लाइसेंस लेने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट :

• स्वयं की जमीन है तो जमीन का पेपर या फिर किराए से है तो किरायानामा।

• दो पासपोर्ट साइज फ़ोटो

• आधार कार्ड व मतदाता परिचय पत्र

• D.Pharma (डिप्लोमा इन फार्मेसी) , B.Pharma (बैचलर ऑफ फार्मेसी) या M.Pharma (मास्टर ऑफ फार्मेसी ) की डिग्री होना चाहिए।

• इनकम टैक्स रिटर्न्स फ़ाइल की कॉपी

• बिजेनस प्रमाण पत्र नगर पालिका या नगर निगम से अधिकृत

• GST का पेपर वर्क व इनकम टैक्स रिटर्न्स फ़ाइल का कॉपी

आयुर्वेदिक मेडिकल के लिए लाइसेंस कैसे ले :

• आयुर्वेदिक मेडिकल के लाइसेंस के लिए सबसे पहले आपको फार्मेसी की डिग्री का फार्मा कॉउन्सिल में रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।

• रजिस्ट्रेशन के बाद आपको केंद्र व राज्य औषधि मानक नियंत्रण संगठन में मेडिकल लाइसेंस के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा।

• GST पेपर वर्क, मुनिसिपल का वर्क, फायर एक्सटेंशन वर्क, जमीन का पेपर वर्क आदि क्लियर होने के बाद लाइसेंस के लिए आवेदन करें।

• फॉर्म लेकर भरना होगा, व आवश्यक दस्तावेज को अटैच करके, सबमिट करना होगा, और जो लाईसेंस राशि है उसे केश, चेक या ऑनलाइन ट्रांसक्शन के माध्यम से भुकतान करना होता है।

• फॉर्म को चेक करने के लिए रखते है, सारे पेपर वर्क कंप्लीट होने पर आपको समय सीमा के अंदर लाइसेंस प्रदान किया जाता है।

• फार्मा के लाइसेंस मिलने पर आप अपना दुकान अच्छे से उपयोग कर सकते है, इसका फायदा आपको बिजेनस बढ़ाने में मिलेगा।

लाइसेंस दो तरह से मिलता है :

1. रिटेल ड्रग लाइसेंस – दवाई के कम मात्रा डायरेक्ट कस्टमर को बेचने के लिए मिलता है।

2. होल सेल ड्रग लाइसेंस – इसमें ड्रग के थोक विक्रेता को लाइसेंस प्रदान किया जाता है।

मेडिकल स्टोर के लिए किया जाने वाला कोर्स :

1. D.Pharma इसका मतलब होता है डिप्लोमा इन फार्मेसी, यह दो साल का कोर्स है, इससे भी आप मेडिकल स्टोर ओपन कर सकते है।

2. B.Pharma इसका अर्थ होता है बैचलर ऑफ फार्मेसी, यह तीन वर्ष का कोर्स होता है इसमें आपको स्नातक की डिग्री मिलता है।

3. M.Pharma इसका अर्थ मास्टर ऑफ फार्मेसी, इसमें दो वर्ष का कॉर्स होता है यह B.Pharma के बाद किया जाने वाला कोर्स है।

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर के लिए इन्वेस्टमेंट :

मेडिकल स्टोर के लिए आप दो तरह से इन्वेस्टमेंट कर सकते है यदि आपको विक्रेता बनना है तो आप कम लागत में अच्छा मेडिकल स्टोर डाल सकते है इसके लिए आपको दवाई के लिए 3 से 6 लाख शुरुआत में इन्वेस्ट करना होगा तभी आपका बिजेनस सक्सेस होगा, आप चाहे तो इसे भी अधिक खर्च कर सकते है मेडिकल के इंटीरियर में आपको कम से कम 1लाख इन्वेस्ट करना होगा, साथ ही यदि आप होल सेलर बनना चाहते है तब आपको 12-15 लाख से ऊपर की राशि इन्वेस्ट करने की जरूरत है, तभी आपको प्रॉफिट होगा, व मार्जिन भी अच्छा मिलेगा जिसे आप मेडिकल स्टोर में 30-40% तक प्रॉफिट कर सकते है।

कौन आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर खोल सकता है :

अब आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर कोई भी नही खोल सकता है, यदि आप पहले से खोले है और आपका उम्र पढ़ने का नही ऐसे में आपके पास 10 साल का अनुभव होना जरूरी है। साथ ही जो अब खोलना चाहते है। उसके लिए डिप्लोमा या फिर स्नातक डिग्री फार्मेसी में होना जरूरी है तभी आप स्वयं का मेडिकल स्टोर खोल सकते है, चाहे तो आप अपने सगे संबंधियों के लाइसेंस से भी मेडिकल स्टोर खोल सकते है।

बिना डिग्री के आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर खोल सकते है क्या :

बिना डिग्री के आप एक शर्त में खोल सकते है यदि आप बहुत पहले open किये है या फिर आपके पास 10 साल का अनुभव है तभी आप स्टोर ओपन रख सकते है नही तो आपको अपना मेडिकल स्टोर बन्द करना होगा कभी भी फाइन का नोटिस आ सकता है। यदि आपके सगे सम्बंधि के पास डिग्री है तो आप लाइसेंस ले सकते है।

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर के फायदे :

आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर में आप बहुत ज्यादा मार्जिन प्राप्त करते है और आयुर्वेदिक दवा बहुत महंगे मिलते है और इसका डिमांड दिन ब दिन बढ़ रहा है, ऐसे में आप अपना प्रतिष्ठान डालने का सोच रहे है तो आप डाल सकते है, आयुर्वेदिक स्टोर के बहुत से फायदे है

आयुर्वेदिक दवा के उपयोग व लाभ :

आयुर्वेदिक दवा का लक्षण तुरन्त नही मिलता है, इसके लिए वक़्त लगता है और इसका साइड इफेक्ट बिलकुल नही है। आयुर्वेदिक का डिमांड आज मार्केट में बहुत ज्यादा है। आयुर्वेद का ज्ञान भारत मे प्राचीन से है, प्राकृतिक व समग्र स्वास्थ्य की पुरातन पद्धति है। आयुर्वेदिक दवा धीरे धीरे असर करता है व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारागर है।

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