व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी क्या है, इसके लाभ व उद्देश्य जाने पूरी जानकारियां

व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी (Vehicle Scrapping Policy) – व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी हाल ही में केंद्र सरकार भारत द्वारा लॉन्च किया गया नई नीति है जिसके अंतर्गत प्रदूषण फैलाने वाले व खराब गुणवत्ता वाले व्हीकल को चरणबद्ध तरीके से हटाने की व्यवस्था तैयार करना है।

इस पॉलिसी की आवश्यकता एक अरसे पूर्व थी जो वर्तमान में लागू हुआ है, आज भी ज्यादा देर नहीं हुआ है, नीतिगत विलंब भले हुआ है वाहनों से जो क्षति हुई है उसकी भरपाई करने में वक़्त लगेगा। प्रदूषण आज भारत देश की सबसे बड़ी समस्या है ऐसे में खराब व्हीकल को रास्ते से हटा देना एक तरह से अच्छा रास्ता है,

यही वजह है केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों अपने स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है जिसे भविष्य में तकलीफ न हो। व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी से एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, ऑटोमोबाइल में एक क्रांति आ जायेगा, वही ईंधन की खपत कम होगी ऐसे में यही नीति सार्थक नजर साबित हो रही है, रोजगार में इजाफा होने की सम्भावना है।

व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी क्या हैं, लाभ, उद्देश्य vehicle scrappage policy in hindi

vehicle scrappage policy in hindi
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व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी क्या हैं? Vehicle Scrappage Policy in Hindi

एक तरह से यह व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी एक नई नीति है जिसमें 20 साल से अधिक हो चुके निजी वाहन, व 15 साल हो गए कमर्शियल वाहन को सरकार द्वारा निर्धारित ‘ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर’ से गुजरना होगा,

जो इस व्हीकल टेस्ट में पास नही होगा उसे एंड ऑफ लाइफ व्हीकल (End of Life Vehicle) घोषित किया जायेगा अर्थात उस वाहन का रीसायकल किया जाएगा व पुनः प्रदूषण रहित चलाने योग्य बनाया जाएगा। यदि वाहन टेस्ट में पास हो जाता है तब वाहन मालिक को पुनः रेजिस्ट्रेशन कराना होगा व रेजिस्ट्रेशन फीस पे करना होगा।

ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर क्या है?

वैसे तो आप जान गए है कि व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी की महत्व क्या है, तो आपको बता दु सभी वाहनों को ऑटोमेटेड फिटनेस देना होगा जिसका समय निर्धारित है उस समय के अनुरूप, भारत सरकार द्वारा 718 सेंटर खोले जा रहे है

इस सेंटर में इमिशन, ब्रेकिंग कि सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल्स 1989 बताए गए सुरक्षा उपकरणों का जांच करेगी व वाहन सही सलामत है या नहीं इसका परीक्षण होगा व प्रदूषण की जांच भी होगी, इसके लिए आप ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करा सकते है व फिटनेस रिपोर्ट भी ऑनलाइन जनरेटर कर पायेंगे आप।

न्यू व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी में फीस में क्या बदलाव हुआ है?

नई व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी में भारत सरकार ने पुराने वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट के लिए पहले से अमूमन 20 गुना तक फीस को बढ़ाया है, 15 साल से ज्यादा पुराने प्राइवेट वाहनों के लिए नया फीस इस तरह जारी हुवा है।

  • टू व्हीलर – 1000 रुपये
  • थ्री व्हीलर व चार पहिया वाली वाहन – 3500 रुपये
  • कार – 7500 रुपये
  • पैसेंजर मोटर व्हीकल – 10000 रुपये
  • भारी सामान व बड़े मोटर वाहन – 12500 रुपये

यदि फिटनेस सर्टिफिकेट का डेट एक्सपायरी हो गया रहता है तब की स्थिति में 50 रुपये प्रतिदिन अतिरिक्त चार्ज जुर्माना के रूप में लगता है।

आपको व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी का क्या फायदा होगा?

यदि आप पुराना वाहन को आप किसी रजिस्टर्ड स्क्रैपिंग सेंटर पर स्क्रैप कराना चाहते है, आपको एक्स शो रूम का कीमत का 5-6 फीसदी मिल जायेगा साथ ही एक्स शो रूम कीमत RTO में बिना किसी फीस के रेजिस्ट्रेशन व insurance हो जाती है।

इसके साथ ही यदि आप नया वाहन खरीदते है तब स्क्रैपिंग सर्टिफिकेट दिखाने पर आपको 5 फीसदीका डिस्काउंट मिलेगा, साथ ही आपको नए वाहन का रजिस्ट्रेशन फीस भी देनी नही पड़ती है,

नई पॉलिसी को ध्यान से समझा जाये तो नई गाड़ी लेने पर एक तरह से फायदा है क्योंकि पुरानी गाड़ी खराब हो गई है और प्रदूषण भी कर रही है ऐसे में अगर आपको नई गाड़ी में 5 फीसदी छूट मिल रहा है तो नई गाड़ी को हाथ से जाने न दे।

नई पॉलिसी से क्या फायदे होंगे?

नई पॉलिसी एक तरह से देखा जाए तो यह एक बहुत बड़ी क्रांति है पर्यावरण प्रदूषण से बचने का एक हल तो है ही साथ मे लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक होंगे व अपनी गाड़ी के मेंटेनेंस पर ध्यान देंगे जिसे किसी भी तरह का प्रदूषण न फैले।

साथ ही साथ जब पुराने गाड़ी रीसायकल के लिए जायेंगे तो नये गाड़ी मार्केट में बढ़ेगी इसे ऑटोमोबाइल सेक्टर में बदलाव देखने को मिलेगा, रोजगार की संभावना बढ़ेगी साथ ही GST में वृद्धि होगी,

सरकार को भी फायदा होगा व आम जनता जो नौकरी की तलाश में है उन्हें नौकरी की संभावना मिलेगा, एक तरह से यह एक ऑटोमोबाइल क्रांति है, इस पॉलिसी में बहुत से फायदे है जो धीरे धीरे नजर आएगी एकाएक नही।

व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी लागू करने का समय

स्क्रैपेज पॉलिसी तुंरन्त लागू न होकर थोड़े वक़्त में होगा, केंद्रीय मंत्री नितिन गटकरी ने सदन में प्रस्ताव पारित करते हुए कुछ समय की मोहलत दिया है जिसे नई पॉलिसी को सभी लोग समझ पाए व इसका क्रियान्वयन हो सके,

फिटनेस टेस्ट व सरकारी सेंटर के नियमों के प्रभाव में आने की दिनांक 1 ओकटुबर 2021 15 साल से ज्यादा पुराने सरकारी और psu वाहनों की स्क्रैपिंग शुरू होने की तारीख 1 अप्रैल 2022 व साथ ही भारी कमर्शियल वाहनों की फिटनेस टेस्टिंग 1 अप्रैल 2023 तक है,

इसमें किसी तरह का संसोधन नही होना है, इसलिए समय रहते अपने वाहनों का फिटनेस चेक करा लें जिसे आपको व पर्यावरण दोनों को किसी तरह का समस्या का सामना करना न पड़े।

व्हीकल स्क्रैप पालिसी से सरकार को क्या फायदा है?

नई व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी से सरकार को बहुत फायदे है जब लोग पुरानी कार को स्क्रैप करेगी व उसके स्थान में नई कार खरीदेगी तो सरकार को आय का फायदा होगा जो बहुत ज्यादा मात्रा में होगा,

सालाना 40 हजार करोड़ GST आयेगा, इससे भारत विश्व के सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल हब बनेगा, साथ ही नए कार से प्रदूषण कम होते है तो यहाँ का मौसम भी अनुकूल होते चले जायेंगे ।

निष्कर्ष:

हमने यहाँ पर व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी क्या है (vehicle scrappage policy in hindi) के बारें में विस्तार से बताया है. अगर आपको इस व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी से संबधित कोई सवाल पूछना है तो आप कमेंट बॉक्स में हमसे पूछ सकते हैं. हम बहुत जल्द आपके सवालो का जवाब देने की कोशिस करेंगे अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें. धन्यवाद

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