कोरियर सर्विस बिजनेस कैसे शुरू करें? Courier Service Business Plan in Hindi

courier service business in hindi: आज के समय में Courier की उपयोगिता में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से Courier Service की मांग भी काफी बढ़ी है। ऐसे में Courier Service का बिजनेस शुरू करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि शुरुआती दौर में इस बिजनेस में Investment ज्यादा करना पड़ता है, परंतु वर्तमान में Courier की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए, यह बिजनेस काफी अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

आजकल ऑनलाइन शॉपिंग का बहुत ही ज्यादा प्रचलन है। चीजों की होम डिलीवरी देने के लिए कूरियर सर्विस का इस्तेमाल किया जाता है । यही कारण है कि कूरियर बिजनेस को काफी फायदे का बिजनेस माना जाता है इसलिए आज हम आपको इसी बिजनेस से संबंधित जानकारियां देने वाले है।

Table of Contents

Courier Service Business व भारत मे इसके स्कोप-

Courier सेवा के अंतर्गत कंपनी अपने ग्राहकों के जरूरी दस्तावेजों तथा अन्य सामानों को उनके निर्धारित पते पर सुरक्षित रूप से पहुंचाने का कार्य करती है, जिसके बदले में उन्हें पैसे मिलते हैं। अब हम जानते हैं कि भारत में इस बिजनेस का क्या स्कोप है। अगर हम भारत में कोरियर सर्विस बिज़नेस के स्कोप की बात करें तो आज के दौर में कोरियर सर्विस की मांग में इजाफा हुआ है।

ऑनलाइन शॉपिंग के विस्तार होने से इसके क्षेत्र में और भी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही इसकी बढ़ती हुई मांग को देखते हुए यह आंकड़ा लगाया जा रहा है कि आगे आने वाले समय में इस क्षेत्र में और भी बढ़ोतरी होगी। कूरियर सर्विस की उपयोगिता को देखते हुए यह कहा जा सकता है, कि यह इंडस्ट्री छोटे बड़े व्यापारियों के लिए एक अच्छे बिजनेस के अवसर के रूप में साबित हो सकती है।

कैसे करें इस बिजनेस का विस्तार-

आज के इंटरनेट के युग में जब ऑनलाइन शॉपिंग का विस्तार काफी तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में इस बिजनेस का विस्तार करना काफी आसान हो गया है। अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए आप बड़ी-बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के साथ टाई अप करके उनके सामान की डिलीवरी की जिम्मेदारी ले सकते हैं। बड़े शहरों के साथ साथ अब छोटे शहरों में भी ऑनलाइन शॉपिंग का चलन बढ़ गया है। ऐसे में आप कही पर भी अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से चला सकते हैं।

कोरियर सर्विस का काम कैसे शुरू करें? (How to start a courier service business in India )

How to start a courier service business in India
courier service business in Hindi

जो भी व्यक्ति Courier Service के क्षेत्र में अपने बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं, उनके पास क्षेत्र में बिजनेस शुरू करने के लिए दो विकल्प मौजूद हैं। पहला तो यह है कि वह अपनी खुद की कंपनी की शुरुआत करें, दूसरा यह है कि वह किसी बड़ी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर इस बिजनेस की शुरुआत करें। दोनों ही तरीकों से इस बिजनेस की शुरुआत कैसे की जा सकती है, यह हम आपको आगे बताने जा रहे हैं-

◆ खुद की Courier Service कंपनी की शुरुआत करना-

यदि आप आर्थिक रूप से मजबूत है, और आप शुरुआती दौर में अच्छा इन्वेस्टमेंट कर सकने में सक्षम हैं, तो आप खुद की Courier कम्पनी की शुरुआत कर सकते हैं। आप फंड अथवा लोन की मदद से भी इस कंपनी की शुरुआत कर सकते हैं। कूरियर सर्विस कंपनी की शुरुआत करने के लिए आप शुरुआती दौर में कुछ ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से उनके प्रोडक्ट की डिलीवरी के लिए टाई अप कर सकते हैं।

◆ Courier Company की फ्रेंचाइजी लेना-

यदि आप कूरियर सर्विस के रूप में अपने बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं और आपका बजट कम है, जिसकी वजह से आप खुद की कंपनी की शुरुआत नहीं कर सकते तो ऐसे में आप किसी बड़ी कूरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी ले कर अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। फ्रेंचाइजी लेकर बिजनेस की शुरुआत करने में कंपनी खोलने की अपेक्षा कम लागत की आवश्यकता पड़ती है।

कूरियर सर्विस बिजनेस के लिए सही जगह

कोरियर सर्विस के बिजनेस की शुरुआत करने के लिए सर्वप्रथम आपको यह निर्धारित करना पड़ेगा कि आप किस जगह पर अपने बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं। एक कोरियर सर्विस का ऑफिस खोलने के लिए लगभग 15×15 वर्ग फुट के एक कमरे की आवश्यकता होती है।

अगर आपके पास इतनी जगह उपलब्ध है तो यह अति उत्तम है, अन्यथा आप किराए पर भी रूम लेकर ऑफिस खोल सकते हैं। अच्छी मार्केट में इस जगह का किराया 5,000 हजार रुपए प्रति माह तक हो सकता है। जगह की व्यवस्था हो जाने के बाद अब आप फ्रेंचाइजी पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपके पास एक इंटरनेट कनेक्टेड कंप्यूटर तथा टेलीफोन की आवश्यकता होती है।

कूरियर व्यवसाय के लिए आवश्यक लाइसेंस और पंजीकरण प्रक्रिया

हर बिजनेस की तरह आपको कूरियर व्यवसाय को शुरू करने के लिए भी कुछ लाइसेंस और रेजिस्ट्रेशन की जरूरत पड़ती है । यह लाइसेंस आप नगर निगम से ले सकते है। यहाँ आपको जरूरी दस्तावेजों को जमा करके लाइसेंस और रेजिस्ट्रेशन के लिए फॉम भरना होता है। अगर आप भी कूरियर व्यवसाय के लिए पंजीकरण करवाना चाहते है तो उसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में आगे हम आपको विस्तार से बताने वाले है-

1. सबसे पहले तो आप अपने कूरियर व्यवसाय की रूप रेखा तय कर ले कि आप घरेलू , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कूरियर व्यवसाय में से कौन सा विकल्प चुनना चाहते है क्योंकि इन सभी के लिए अलग अलग आवेदन पत्र भरा जाता है।

2. चुने गए विकल्प के लिए आपको कुछ निर्धारित शुल्क का भुगतान भी करना पड़ता है।

3. आपको अपने कंपनी के लेटर हेड पर आवेदन भरना होता है।

4. आवेदन पत्र से जुड़ी सारी जानकारियां प्राप्त करने के लिए आप जहां पर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते है वहाँ के सरकारी नगरपालिका में जाये। वहीं पर आपको लाइसेंस के आवेदन के लिए सारी प्रक्रिया करनी होगी।

5. इस व्यवसाय को आप यदि किसी पार्टनर या किसी कंपनी के साथ मिलकर करना चाहते है तो उसकी पूरी जानकारी भी आपको आवेदन पत्र में देनी होगी।

6. यदि आपकी कंपनी के साथ कई सारे निवेशक भी जुड़े हुए है तो उनकी भी पूरी जानकारी आपको आवेदन पत्र में देना होता है।

7. आप अपना व्यवसाय जिस भी देश, राज्य ,शहर और क्षेत्र में शुरू करना चाहते है उसकी पूरी जानकारी भी आपको आवेदन पत्र में देनी होती है।

8. आवेदन करने के लिए आपको अपनी कंपनी की बीमा पॉलिसी भी करानी पड़ती है जिसकी प्रतिलिपि भी आपको आवेदन करते समय देनी होती है।

9. आपके साथ जो भी कर्मचारी काम करेंगे उनकी जानकारी भी आपको अधिकारियों के सामने देनी होती है।

10. आपको अपनी कंपनी के शेयर धारकों और निवेशकों के पासपोर्ट और आईडी की प्रतिलिपी भी देनी पड़ती है।

कूरियर सर्विस स्टार्ट करने में लगने वाली लागत-

यह एक ऐसा व्यवसाय है जो कम लागत में भी शुरू किया जा सकता है। शुरुआत में कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने में ₹50,000 से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की लागत लग जाती है। इस बिजनेस को शुरू करने की लागत इस बात पर भी निर्भर करती है, कि आप किस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं। क्योंकि अलग-अलग कंपनी का चार्ज अलग-अलग होता है।

Courier Service business से होने वाला मुनाफा

जहाँ तक मुनाफे की बात है तो अगर आप खुद का कूरियर बिजनेस शुरू करना चाहते है तो आपको अनुमानन इस बिजनेस में महीने का 20 से 25 हजार तक का फायदा हो ही जाता है । इसके अलावा अगर आप अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों के साथ जुड़कर इस व्यवसाय को करना चाहते है तो ये कंपनियां आपको कमीशन के आधार पर प्रॉफिट देती है। मतलब जितना ज्यादा आप 1 दिन में डिलीवरी करते है उतना ही ज्यादा आपको फायदा मिलता है। प्रॉफिट से जुड़ी जानकारियां आपको कंपनी से पहले ही मिल जाती है।

क्या है कूरियर सर्विस बिजनेस से जुड़ी कुछ खास बातें-

◆ कूरियर सर्विस बिजनेस से जुड़ी सबसे खास बात यह है कि इस बिजनेस को शुरू करने के लिए किसी खास डिग्री अथवा क्वालीफिकेशन की आवश्यकता नहीं होती है, एक कम पढ़ा लिखा आदमी भी इस बिजनेस की शुरुआत कर सकता है।

● बिजनेस को शुरू करने के लिए बहुत अधिक धन व्यय करने की आवश्यकता नहीं होती है, आप कम लागत में भी इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।

● इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बहुत अधिक जगह की भी आवश्यकता नहीं होती है, आप एक छोटे से कमरे में भी इस बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।

● आप पार्ट टाइम बिजनेस के रूप में भी इसकी शुरुआत कर सकते हैं।

● इस बिजनेस को शुरू करने के लिए बहुत अधिक मैन पावर की भी आवश्यकता नहीं होती है। शुरुआती दौर में आप अकेले भी इस बिजनेस को अच्छे से चला सकते हैं। काम बढ़ने पर आप एक-दो लोगों को अपनी टीम में शामिल कर सकते हैं।

तो दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि किस तरह से आप एक कोरियर सर्विस प्रोवाइडर के रूप में अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं, और किस तरह से यह व्यवसाय आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। साथ ही हमने आपको इस बात से भी अवगत कराया कि भारत में इस व्यवसाय से जुड़ा स्कोप क्या है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी।

कूरियर व्यवसाय को अमेज़न और फ्लिपकार्ट से जोड़ने का तरीका

अमेजन और फ्लिपकार्ट दोनों ही इंडियन ई कॉमर्स कंपनियां है। यह बात तो सभी जानते है कि amazon और flipkart कंपनियां से आप ऑनलाइन चीजों की खरीदी कर सकते है । अपने कस्टमर को सामानों की डिलीवरी पहुंचाने के लिए इन ई कॉमर्स कंपनियों की अपनी खुद की कूरियर सर्विस भी होती है जिससे जुड़कर आप भी अपने कूरियर व्यवसाय को बड़ा कर सकते है। इसके लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज होनी चाहिए जैसे –

  • व्यक्ति या फर्म का पहचान पत्र ( वोटर कार्ड/ आधार कार्ड/ पैन कार्ड)
  • व्यक्ति या फर्म का एड्रेस प्रूफ ( राशन  कार्ड/ इलेक्ट्रिक बिल/ बैंक खाते का पासबुक )
  • व्यक्ति या फर्म का टेलीफोन नंबर और ईमेल आईडी
  • जी एस टी नंबर
  • जमीन के मालिकाना हक के सत्यापन का प्रमाण पत्र या रेंट अग्रीमनेट
  • नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट

इसके अलावा इन कंपनियों के साथ जुड़ने के लिए आपको कुछ शर्तों का पालन भी करना होगा जैसे-

  • एरिया के मुताबिक डिलीवरी boys रखने ।
  • आपको पार्सल रखने के लिए ऑफिस और गोडाउन की जरूरत पड़ेगी।
  • कंप्यूटर , प्रिंटर , बारकोड स्कैनर, स्कैनर, इंटरनेट कनेक्शन होनी चाहिए।
  • डिलीवरी करने के लिए डिलीवरी वैन होना चाहिए।
  • कार्गो वैन की भी आवश्यकता पड़ती है (5 cm लोड कैपेसिटी के साथ)।
  • KYC डॉक्यूमेंट होनी चाहिए
  • ऑफिस और गोडाउन के लिए आपको 400 से 800 स्क्वायर फ़ीट जगह की आवश्यकता पड़ती है।

अमेजन और फ्लिपकार्ट से अपने कूरियर व्यवसाय को जोड़ने के लिए आवेदन कैसे करें

अगर आप अपने कूरियर व्यवसाय को फ्लिपकार्ट और अमेजन के साथ जोड़ने के लिए आवेदन करना चाहते है तो आपको बता दें कि फ्लिपकार्ट में अभी तक इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लेने का कोई विकल्प नही है परन्तु आपको कुछ ऑप्शन जरूर मिलेंगे जिससे आप कंपनी से संपर्क कर इसके बारे में पूरी जानकारी ले सकते है ।

फ्लिपकार्ट अपनी कूरियर सर्विसेज ई कार्ट लॉजिस्टिक के साथ मिलकर चलाती है। अतः अगर आप अपनी कूरियर सर्विस इनके साथ जोड़ना चाहते है तो आप फ्लिपकार्ट की ऑफिसियल वेबसाइट www.flipkart.com पर जाकर भी कंपनी से संपर्क कर सकते है ।

इसके अलावा आप कंपनी को help-centeral-team@flipkart.com  पर ईमेल भी कर सकते हैं।

अगर आप चाहे तो कंपनी के हेल्पलाइन नंबर 1800- 420- 1111 पर भी फ़ोन कर सकते है। इसके अलावा आप flipkart के हेड ऑफिस से भी संपर्क करके अपने कूरियर व्यवसाय को फ्लिपकार्ट के साथ जोड़ सकते हैं।

Amazon के साथ अपने कूरियर व्यवसाय को जोड़ने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं जिसके बारे में आगे हम आपको बताने जा रहे है –

  • सबसे पहले amazon logistics की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं या आप दिए गए https://logistics.amazon.in  लिंक पर भी क्लिक कर सकते है।
  • इस वेबसाइट पर जाने के बाद आपको ” अप्लाई नाउ ” का विकल्प दिखेगा। यहाँ क्लिक करने के बाद आपको ‘ create an account’ का विकल्प आएगा। इस विकल्प पर जाने के बाद आपके सामने एक पेज आएगा जिसमे आपको मांगी गई जानकारियों को भरकर अकॉउंट क्रिएट करना होता है।
  • एकाउंट क्रिएट करके, आप इसमें लॉग इन कर लें । अब आपके सामने एक होम पेज ओपन होगा जिसमें आपको अप्लाई का विकल्प मिलता है।
  • इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपको अपनी सिटी सेलेक्ट करनी होती है। सिटी सेलेक्ट करने के बाद आपके सामने एक फार्म आ जाएगा।
  • अब इस फॉम  को भरकर submit कर दें।
  • इसके बाद कंपनी आपसे स्वयं ही संपर्क कर लेती है।

अगर आप चाहे तो amazon कस्टमर केअर से संपर्क करके भी इससे जुड़ी जानकारी ले सकते है जिसका नंबर 1800- 3000 -9009 है।

Courier company का Franchise कैसे लें – कैसे खोलें कूरियर सर्विस पूरी जानकारी

जब से ई कॉमर्स बिजनेस का प्रचलन तेजी से बढ़ता है साथ ही साथ कूरियर सर्विस का बिज़नेस और फ्रैंचाइज़ी का डिमांड भी उतना ही तेज़ी से बढ़ रहा है । कूरियर सर्विस फ्रैंचाइज़ी में बहुत अच्छी कमाई है वैसे तो हमारे यहाँ प्रमुख कूरियर कंपनी DTDC , BLUEDART , DHL , FEDEX , FIRST FLIGHT और Indian Postal service है साथ ही साथ ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल्स जैसे Amazon , Flipkart , Snapdeal , e -bay के कूरियर फ्रैंचाइज़ी का विकल्प भी हमारे पास है।

अगर आप कूरियर सर्विस खोलना चाहते हैं तब सबसे अच्छा होगा के आप किसी नामी कूरियर कंपनी का फ्रैंचाइज़ी ले कर काम शुरू करें , एक बात ध्यान दें की फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए आप किसी थर्ड पार्टी के पास नहीं जाइये बल्कि आप कंपनी के official website पर जाकर डायरेक्ट फॉर्म भरें या उनके website पर दिए गए फ़ोन नंबर पर कांटेक्ट करें क्यूंकि ऐसा देखा गया है के असामाजिक तत्वा कूरियर फ्रैंचाइज़ी दिलाने के बहलावा देकर हमारे देश के मासूम लोगों से ठगी का धंदा करते हैं उससे आप सतर्क रहें ।

यदि हम DTDC courier service फ्रैंचाइज़ी की बात करें तो उनके वेबसाइट पर franchise मेनू पर जाकर Opportunities मेनू सेलेक्ट करके schemes सेलेक्ट करें यहाँ आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी जैसे कितना खर्चा आएगा , क्या requirement है , कितना प्रॉफिट है इत्यादि।

गाँव और शहरी क्षेत्र के अनुसार DTDC ने फ्रैंचाइज़ी का fees अलग अलग 3 केटेगरी में बाँट दिया है जैसे

  • Category A – Rs.1,50,000
  • Category B – Rs.1,00,000
  • Category C – Rs.50,000

classification of indian cities विकिपीडिया और DTDC स्कीम का लिंक मैंने निचे दे दिया हैं

कूरियर franchise लेने के लिए हमें क्या क्या चाहिए :-

किसी भी अच्छी कूरियर कंपनी से फ्रेंचाइजी पाने हेतु आवेदन करने के लिए आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज होना अत्यंत आवश्यक है-

● ऑफिस खोलने के लिए जगह
● कानूनी रूप से स्थापित एक इकाई जिसका कर पंजीकरण एवं अन्य लाइसेंस हो चुका हो।
● सिक्योरिटी डिपॉजिट जो कोरियर कंपनी के आधार पर अंतरित हो सकता है ( अलग-अलग कूरियर कंपनियों के लिए यह राशि अलग अलग हो सकती है)।
● बैंक स्टेटमेंट की प्रति एवं पासबुक (वित्तीय परिचय पत्र हेतु)
● फ्रेंचाइजी देने वाली कोरियर कंपनी के मुख्य कार्यालय से स्वीकृति पत्र।
● कंपनी एवं फ्रेंचाइजी लेने वाले के बीच का Agreement पेपर।

Courier Franchise Responsibility :- फ्रैंचाइज़ी मिलने के बाद हमारे कुछ कर्तव्य हैं जिसका हमें ध्यान रखना पड़ता हैं जैसे :-

डिलीवरी करना :- पार्सल को डिलीवर करना हमारा मुख्य उद्देश्य हैं, पार्सल को सही समय पर डिलीवर करना

कंपनी ब्रांडिंग :- कंपनी की ब्रांडिंग का ख्याल रखना ऐसा कोई काम नहीं करना जिससे कूरियर कंपनी की बदनामी हो ऐसा करने पर हमारा फ्रेंचाइजी लाइसेंस भी रद्द हो सकता हैं

Staff Maintenance – अपने फ्रैंचाइज़ी यूनिट के स्टाफ मैनेटेनन्स पर ध्यान देना बहुत जरूरी हैं क्यूंकि यह देखा गया हैं के स्टाफ मेंटेनेंस जिसने कर लिया उसने यह बिज़नेस सही से चला लिया

कूरियर फ्रैंचाइज़ी से महीने में कितना कमा सकते हैं

यदि आप अच्छे से काम करें और आप शहरी क्षेत्र एरिया केटेगरी A में आते हैं तब आप लगभग Rs.1,50,000 महीने की कमाई कर सकते हैं इसी तरह केटेगरी B वाले Rs.75,000 और केटेगरी C वाले Rs.40,000 लगभग कमा सकते हैं.

फ्रेंचाइजी मिल जाने के बाद अब आप अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कुछ ऐसे वर्कर की भी आवश्यकता पड़ती है, जो डिलीवरी ब्वॉय का कार्य कर सके। डिलीवरी ब्वॉय का कार्य होता है कि वह किसी भी डॉक्यूमेंट या वस्तु को सही पते पर पहुँचा सके।

शुरुआती दौर में आप एक डिलीवरी ब्वॉय की मदद से इस कार्य को शुरू कर सकते हैं। बाद में आवश्यकता अनुसार और भी लोगों को इस कार्य के लिए हायर कर सकते हैं। डिलीवरी ब्वॉय को आप अपनी सुविधा अनुसार सैलरी अथवा कमीशन के आधार पर हायर कर सकते हैं।

यह तो हुई DTDC कूरियर फ्रैंचाइज़ी की बात इसी तरह आप DHL या Bluedart कूरियर का भी फ्रैंचाइज़ी ले सकते हैं , बढ़ते ऑनलाइन बिज़नेस के प्रचलन से इन onine e commerce shopping portal की निजी कूरियर कंपनी जैसे EKart , Amazon Logistics , Delhivery , Gojavas इत्यादि भी विकल्प हैं ।

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