चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करें? Rice Wholesale Business ideas in Hindi

Rice Wholesale Business Information in Hindi – चावल केवल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया मे सबसे अधिक खाये जाने वाले अनाजों में से एक है। भारत के कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और राजस्थान से लेकर नार्थ ईस्ट के राज्यो तक हर जगह चावल से बने हुए खाद्य पदार्थ खाये जाते है।

लेकिन खास बात यह है कि भारत मे चावल काफी ज्यादा उगता है जिसके चलते भारत ना केवल चावल के मामले में अपनी पूर्ति करता है बल्कि साथ मे चावल एक्सपोर्ट करने के मामले में भी भारत का नाम काफी आगे आता है।

अब क्योंकि चावल देश मे सबसे अधिक उगने वाले अनाजों में है तो सामान्य सी बात है कि देश मे चावल से जुड़े हुए व्यवसाय भी काफी ज्यादा किये जाते है। अगर आप भी चावल का होलसेल व्यवसाय करना चाहते है तो यह लेख पूरा पढ़े क्योंकि इस लेख में हम आपको ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करें’ (Rice Wholesale Business in Hindi) की पूरी जानकारी देंगे।

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चावल का होलसेल बिजनेस क्या है?

चावल देश मे सबसे अधिक उगने वाले अनाजों में से एक है और यह ना देश के सभी भागों में बराबर रूप से खाया जाता है। चावल से बनने वाले खाद्य पदार्थों को देश के हर भाग में बड़ी रुचि से खाया जाता हैं। कही बिरयानी लोकप्रिय है तो कही लोग चावल से बनने वाले अन्य खाद्य पदार्थ में रुचि रखते है लेकिन यह बात तय है कि देश के हर भाग में चावल का सेवन किया जाता हैं।

लेकिन चावल कुछ राज्यों में ही प्रचुर मात्रा में उगते है तो ऐसे में उन राज्यो में किसानों से चावल खरीद कर व्यवसायी उन्हें रिटेल में या फिर होलसेल में बेचकर मुनाफा कमाते है, और इसी व्यवसाय को चावल का होलसेल व्यवसाय कहा जाता है।

अगर चावल के होलसेल बिजनेस को सरल भाषा मे समझा जाये तो चावल देश के कुछ राज्यो में काफी प्रचुर मात्रा में उगता है। लोग इन राज्यों में रहने वाले चावल की खेती करने वाले किसानों से कॉन्टेक्ट करके चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करते है। वह किसानों से सीधे प्रचुर मात्रा में चावल खरीद कर उसे खुले तौर पर अपने राज्यो या शहरों में बेचते है

या फिर पैक करके अपने ब्रांड के नाक से अपने राज्य या फिर देश भर में बेचते है। जो लोग खुले तौर पर चावल बेचते है वो थोड़ा कम तो ब्रांड बनाकर बेचने वाले थोड़ा ज्यादा, लेकिन सभी प्रॉफिट कमाते है। इस बिजनेस को ही चावल का होलसेल बिजनेस कहा जाता है जो वाकई में काफी प्रॉफिटेबल है।

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क्या चावल होलसेल का बिजनेस प्रॉफिटेबल है?

काफी सारे लोग जो एग्रीकल्चर से जुड़े हुए बिजनेस को नही समझते उन्हें यही लगता है की कई अन्य प्रथम व्यवसायों की तरह ही एग्रीकल्चर से जुड़े जुए बिजनेस भी अधिक प्रॉफिटेबल नही होते तो ऐसे में चावल के होलसेल बिजनेस में भी अधिक प्रॉफिट नही है लेकिन ऐसा बिल्कुल नही है। दरअसल भारत दुनिया के उन देशों में से एक है जहाँ सबसे अधिक चावल मिलता है

तो ऐसे में भारतीय लोग चावल को ना केवल भारत मे बेचकर बल्कि दुनिया के कई देशों में बेचकर भी प्रॉफिट कमा रहे है। भारत में बासमती चावल की काफी ज्यादा खेती होती है और अगर उसका होलसेल बिजनेस किया जाए तो उसमें भी काफी प्रॉफिट कमाया जा सकता है। यह बात सच है कि एग्रीकल्चर से जुड़े हुए बिजनेस में कई अन्य बिजनेस के मुकाबले कम प्रॉफिट होता है लेकिन अगर आप एक सटीक इंफ्रास्ट्रक्चर सेट करें और गुणवत्ता के साथ लोगो तक डिमांड के अनुसार चावल पहुचाये तो आप इससे काफी अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है।

कई ऐसे राज्य है जहां आपको काफी कम कीमत में गुणवत्ता पूर्ण चावल मिल जाएंगे तो ऐसे में अपेक काम केवल उन चावल को अच्छी क्वांटिटी में खरीदकर उन जगहों पर बेचना होगा जहां आप उसकी अच्छी कीमत प्राप्त कर सको। अगर आप ऐसा करने में सक्षम हो जाते हो तो आप चावल का होलसेल बिजनेस करके काफी कम समय मे काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हो।

चावल के होलसेल बिजनेस के प्रकार

अगर आप एग्रीकल्चर से जुड़े हुए कुछ नहीं समझते तो सामान्य सी बात है कि आप को चावल की होलसेल बिजनेस के बारे में पर्याप्त जानकारी आपको लगता होगा कि चावल से जुड़े हुए होलसेल बिजनेस में केवल चावल की ट्रेडिंग ही शामिल होती है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है चावल के बिजनेस के कई प्रकार होते हैं

जो कई तरह से किये जा रहे चावल के होलसेल बिजनेस पर निर्भर करते है। लोग चावल से जुड़े हुए इन सभी होलसेल व्यवसायो से काफी अच्छा पैसा कमाते है। अगर आप चावल के होलसेल बिजनेस के प्रकार को नहीं समझते तो जानकारी के लिए बता दें कि चावल की होलसेल बिजनेस के मुख्य प्रकार कुछ इस तरह है:

1. चावल की खेती

वर्तमान समय में लोगों की यह गलत धारणा बन चुकी है कि खेती एक नुकसानदायक व्यवसाय है और इसमें जितना निवेश और मेहनत की जाती है उतना प्रॉफिट नही निकलता तो ऐसे में लोग इसे जितना हो सकता है उतना अवॉयड करते है। लेकिन असलियत तो यह है कि कई लोग एक बेहतरीन इंफ्रास्टक्चर के साथ सही तरिको का अनुसरण करते हुए खेती करके भी अच्छा मुनाफा कमा रहे है और अगर बात चावल की खेती हो तो मुनाफा और भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आपकी जमीन किसी ऐसी जगह ओर है जहाँ चावल उगाया जा सकता है तो आप वहा चावल की खेती करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हो।

2. खुले चावल को बेचना

चावल ना केवल भारत में प्रचुर मात्रा में उगाया जाता है बल्कि भारत में लगभग सभी जगहों पर चावल से जुड़े हुए विभिन्न खाद्य पदार्थ पाए जाते हैं जिसके चलते भारत में भी चावल की काफी ज्यादा डिमांड है। काफी सारे ऐसे राज्य हैं जहां चावल उगता नहीं है लेकिन एक अच्छी खासी मात्रा में चावल का कंजप्शन होता है

तो ऐसे में कई लोग जिन राज्यों में चावल उगता है वहां से किसानों से कम कीमत में चावल खरीद कर ऐसी जगहों पर या फिर कहा जाए तो इसे राज्य में जाकर चावल बेचते है जहा उसकी कीमत अधिक है। यह सब खुले तौर पर ही होता है और लोग इससे भी काफी अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं।

3. ब्रांड बनाकर चावल बेचना

आज के समय में लोग खुली चीजों से ज्यादा ब्रांड पर भरोसा करते हैं। अगर आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो लोग साबुत तौर पर या फिर कहा जाए तो खुले तौर पर चावल खरीदने की जगह अधिक कीमत अदा करते हुए अपने पसंदीदा ब्रांड के चावल खरीदना पसंद करते हैं जो उन्हें पैकेट में मिलते है।

लोगों की मानसिकता का फायदा उठाते हुए काफी सारे व्यापारी चावल उगाने वाले किसानों से चावल खरीद कर उसे अपना ब्रांड बना कर बेचते है। इस तरह से वह चावल को काफी अधिक मात्रा में बेच पाते है और ग्राहकों से अधिक वसूलते हुए काफी अच्छा खासा मुनाफा भी कमा लेते हैं। यह इस बिजनेस में सबसे प्रॉफिटेबल मॉडल भी माना जाता है।

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चावल होलसेल बिजनेस के लिए क्या क्या जरूरी है?

चावल का होलसेल बिजनेस करना वाकई में एक प्रॉफिटेबल सोच साबित हो सकती है लेकिन कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उससे जुड़ी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए ताकि बाद में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं झेलना पड़ेगा यह फिर किसी अन्य समस्या का सामना ना करना पड़े। ऐसे में अगर आप चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हो तो आपको पता होना चाहिए कि चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए क्या-क्या जरूरी है यानी कि चावल के होलसेल बिजनेस करने के लिए आपके पास क्या-क्या होना जरूरी है। इसके लिए आपके पास जो चीजे होनी चाहिए, वह कुछ इस प्रकार है:

  • एक अच्छी खासी इन्वेस्टमेन्ट
  • रिटेल के लिए दुकान
  • स्टोर के लिए गोडाउन
  • बिजली और पानी आदि की सुविधा
  • सभी आवश्यक संसाधन
  • जीएसटी नंबर

चावल के होलसेल बिजनेस के लिए कितनी इन्वेस्टमेंट चाहिए?

चावल का होलसेल बिजनेस प्रॉफिटेबल बिजनेस है लेकिन यह कोई ऐसा बिजनेस नहीं है जिसमें आप कुछ हजार के साथ शुरुआत करके अच्छा प्रोफिट कमा सको तो ऐसे में अगर आप चावल का बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हो तो आपको यह बात ध्यान में रखनी होगी कि इस बिजनेस में आपको एक अच्छी खासी इन्वेस्टमेंट करनी होगी और उसी के बाद आप इससे पैसा कमा पाओगे।

अब क्योंकि होलसेल बिजनेस रिटेल बिजनेस के मुकाबले ज्यादा इन्वेस्टमेंट मांगते हैं तो ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि चावल के होलसेल बिजनेस में आपकी कितनी इन्वेस्टमेंट लगेगी। यह इन्वेस्टमेंट कुछ इस प्रकार हो सकती है:

  • ऑफिस और गोडाउन का खर्चा
  • प्लांट का कोस्ट (अगर आप खेती कर रहे हो तो)
  • लाने ले जाने के लिए साधन
  • अन्य जरूरी संसाधन

हमने ऊपर जो चीजें बताइए इन मैं आपको मुख्य रूप से चावल के होलसेल बिजनेस की शुरूआत करने के लिए इन्वेस्टमेंट करना होगा तो ऐसे में अगर आप इस इन्वेस्टमेन्ट का अंदाजा लगाओ तो आपकी बिजनेस शुरू करने की कोस्ट करीब 10 से 15 लाख रूपये आ सकती है।

लेकिन इसमें एक यह बात भी मायने रखती है कि आपके पास पहले से क्या-क्या संसाधन मौजूद है क्योंकि अगर आपके पास पहले से ही मुख्य संसाधन जैसे कि ऑफिस और गोडाउन आदि के लिए जगह और इंपोर्ट एक्सपोर्ट के लिए व्हीकल मौजूद है तो आपका काफी खर्चा ऐसे ही बच जायेगा।

चावल के होलसेल बिजनेस में कितना प्रॉफिट कमाया जा सकता है?

कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का बिजनेस शुरू करने से पहले यह जानने में रुचि रखता है कि आखिर उस बिजनेस से कितना प्रॉफिट कमाया जा सकता है क्योंकि आज के समय में अधिकतर बिजनेस में प्रॉफिट कम होता जा रहा है।

चावल का होलसेल बिजनेस एक तरह का एग्रीकल्चर से जुड़ा हुआ बिजनेस है तो ऐसे में लोगों के दिमाग में इसमें मिलने वाले प्रॉफिट को लेकर अक्सर डाउट रहते हैं। सामान्य सी बात है कि अगर आप चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करना चाहते हो तो आप भी यह जानना चाहते होंगे की आखिर चावल के होलसेल बिजनेस में कितना प्रॉफिट कमाया जा सकता है?

इसका कोई सटीक जवाब नहीं हो सकता क्योंकि यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप चावल का होलसेल बिजनेस करने के लिए कौन सा मॉडल अपना रहे हो क्योंकि अगर आप खुद चावल उगा कर उसे एक ब्रांड बना कर बेचते हो तो आप सबसे कम लागत में चावल प्राप्त करते हुए उससे सबसे अधिक पैसे में बेच सकते है

जिससे आप 50 प्रतिशत या फिर इससे भी अधिक तक मार्जन प्राप्त कर सकते हो लेकिन वही अगर आप किसानों से चावल खरीद कर उसे खुले तौर पर या फिर अपना ब्रांड बना कर भेजते हो तो आप उससे 20 से 40 प्रतिशत का मार्जन ही निकाल पाओगे।

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चावल का होलसेल व्यापार कैसे करें? How to Start Rice Wholesale Business in Hindi

Rice Wholesale Business in Hindi

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि चावल का होलसेल बिजनेस प्रॉफिटेबल बिजनेस है और अगर आप सटीक रूप से चावल के होलसेल बिजनेस को संचालित करो तो आप इससे काफी अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हो। चावल के होलसेल बिजनेस से जुड़ी हुई पर्याप्त जानकारी हम आपको इस लेख में अब तक दे चुके हैं तो अब आप इस बिजनेस को अच्छी तरीके से समझ चुके होंगे।

अगर आपको लगता है कि चावल का होलसेल बिजनेस आपके लिए सही विकल्प है और आप जानना चाहते हो कि ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करे’ (Rice Wholesale Business Ideas in Hindi) तो इसके लिए निम्न स्टेप्स फॉलो करे:

1. अपनी कंपनी को रजिस्टर करें

चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करे से जुड़ी प्रक्रिया में आपको सबसे पहले जो कार्य करना होगा वह यह है कि आपको सबसे पहले अपनी कंपनी को रजिस्टर करना होगा। किसी भी तरह के बिजनेस में सबसे शुरुआती काम कंपनी को रजिस्टर करना ही होता है क्योंकि कंपनी को रजिस्टर करने के बाद ही आप उस बिजनेस के लिए एक लीगल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर पाते हैं।

एक बार आप अपनी कंपनी को लीगल कर दो, उसके बाद ही आप अन्य सभी कार्य कर सकते हो। अगर आप ऐसा नहीं करते तो आगे जाकर आपको विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है तो ऐसे में सबसे पहले अपनी कंपनी रजिस्टर करें।

2. उद्योग आधार एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करें

चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे शुरू करे’ से जुडी प्रक्रिया मैं आपको अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेशन करने के बाद सबसे पहला जो कार्य करना होगा वह यह आपको उद्योग आधार एमएसएमई (Udyog Aadhaar MSME) रजिस्ट्रेशन करना होगा और उसके बाद ही आप अपने कार्य को आगे बढ़ा पाएंगे।

इसमें आपको आपके द्वारा की जा रही इन्वेस्टमेंट के अनुसार चुनना होगा कि आप माइक्रो एंटरप्राइज, स्मॉल एंटरप्राइज और मीडियम एंटरप्राइज में से किस श्रेणी में आते है। उद्योग आधार एमएसएमई में रजिस्ट्रेशन करना इस व्यवसाय के लिए बहुत जरूरी है।

3. फैक्ट्री लाइसेंस ले

अगर आप एक उच्च स्तर पर चावल का व्यवसाय शुरू कर रहे हैं और इसके लिए आपको फैक्ट्री आदि या फिर कहा जाए तो राइस मिल आदि की जरूरत पड़ेगी तो अपनी कंपनी के रजिस्ट्रेशन और उद्योग आधार एमएसएमई के रजिस्ट्रेशन के बाद अगला काम अपनी फैक्ट्री के लिए लाइसेंस लेना होगा। 

किसी भी तरह की फैक्ट्री के लिए आपको एक स्पेसिफिक एक लाइसेंस लेना होता है और उसके बाद ही आप लीगल तरीके से उस फैक्ट्री को चला कर उसमे मेन्युफेक्चरिंग आदि कर पाते है। राइस मिल की फैक्ट्री के लिए भी लाइसेंस लेना बेहद ही जरूरी माना जाता है।

4. पॉल्यूशन डिपार्टमेंट से एनओसी ले

अगर आप व्यवसायो की समझ रखते है तो आपको यह बात ध्यान होगी कि किसी भी तरह की फैक्ट्री या फिर मील को चलाने के लिए जरूरी होता है कि आप पोलूशन डिपार्टमेंट से एनओसी ले। पुलिस डिपार्टमेंट से एनओसी लेने का मतलब यह होता है की आप आवश्यकता के अधिक पॉल्यूशन नहीं कर रहे हो और आप पर्यावरण को अधिक नुकसान नहीं पहुंचा रहे है।

सामान्य भाषा में पोलूशन डिपार्टमेंट से एनओसी लेना एक तरह से फैक्ट्री को सटीक रूप से संचालित करने के लिए लीगल परमिशन लेना होता है और राइस मिल डालने के लिए यह परमिशन जरूरी होती है।

5. PFA और ESIC Registration करवाए

अगर आप चावल का होलसेल बिजनेस करने की सोच रहे हो या फिर राइस मिल खोलने जा रहे हो तो इसके लिए आपको कई तरह के रजिस्ट्रेशन करवाने होंगे और उन्हीं में PFA और ESIC Registration भी शामिल है। राइस मिल में कार्य करने के लिए आपको काफी सारे मजदूर चाहिए होंगे और इसके लिए आपको पीएफए और ईएसआईसी रजिस्ट्रेशन करवाना ही होगा।

काफी सारे लोग पीएफए और ईएसआईसी को अवॉयड करने की सोचते है लेकिन अगर आप यह दोनो रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते तो आगे जाकर आपको विभिन्न प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है तो ऐसे में यह दोनों रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं।

6. FSSAI License ले

अगर आप फूड से जुड़े हुए व्यवसायो की समझ रखते हैं तो आपको पता होगा कि इस तरह के व्यवसाय करने के लिए FSSAI License लेना जरूरी होता है। ऐसे में अगर आप राइस का होलसेल बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं या फिर राइस मिल डालने की तैयारी में है तो ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करे’ की प्रक्रिया में आपको FSSAI License भी लेना ही होगा।

अगर आप यह Food Safety and Standards Authority of India का लाइसेंस नहीं लेते तो आगे जाकर आपको अपने चावल के होलसेल के बिजनेस में या फिर राइस मिल में दिक्कत आ सकती है तो ऐसे में यह लाइसेंस लेना ना भूले।

7. जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाए

अगर आप चावल के होलसेल बिजनेस की शुरुआत करना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आपको जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा। वर्तमान समय में अधिकतर व्यवसायों के लिए जरूरी है की वह अपना जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाए और यह चावल के होलसेल बिजनेस या फिर राइस मिल के लिए भी जरुरी है।

ऐसे में अगर आप चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करके उससे पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करे’ की प्रक्रिया में जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा क्युकी तभी आप लीगल तरिके से इस बिजनेस को कर पाएंगे।

8. बिजनेस करें और मुनाफा कमाए

चावल की होलसेल का बिजनेस एक बड़ा बिजनेस होता है तो ऐसे में यह जरूरी होता है कि आप सभी तरह के रजिस्ट्रेशन करवाएं और सभी जरूर लाइसेंस ले क्योंकि ऐसा नहीं करने पर आपको बाद में कई दिक्कतें आ सकती है। अगर आप ऊपर बताए गए स्टेप्स सटीक रूप से फॉलो करेंगे और सभी जरूरी लाइसेंस लेते हुए सभी आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवा लेंगे तो उसके बाद आप चावल का होलसेल बिजनेस करके मुनाफा कमाने के लिए पात्र व्यक्ति बन जायेंगे। यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमे अगर आप एक सही इंफ्रास्टक्चर सेट कर ले तो उसके बाद काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हो।

नोट: चावल का बिजनेस कैसे करें से जुड़े हुए ऊपर बताये गए स्टेप्स चावल का बिजनेस एक बेस लेवल से करने के लिए है अर्थात राइस मिल के लिए। अगर आप किसानों से चावल खरीद कर उसे बेचते हैं तो आपको लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन उसके लिए आपको कुछ विभिन्न ट्रेडिंग लाइसेंस की जरूरत पड़ेगी जिसके बाद ही आप चावल का होलसेल बिजनेस लीगल तरिके से कर पाएंगे।

तो यह थे वह स्टेप्स, जिनका अनुसरण करते हुए आप एक चावल के होलसेल बिजनेस की शुरुआत कर सकते हो। लेकिन यह बात ध्यान रखे की बिजनेस की शुरुआत करना बड़ी बात नहीं होती बल्कि उस बिजनेस को सफल बना कर उससे पैसे कमाना बड़ी बात होती है तो ऐसे में अगर आप Rice Wholesale Business Ideas in Hindi पर काम करते हुए चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हो तो पहले आपको इससे जुड़ भी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए और साथ ही इस बिजनेस से जुड़े हुए मार्केट की रिसर्च भी अच्छी तरह से करनी चाहिए। यह सब करने के बाद ही आपका इस बिजनेस की तरफ कदम उठाना बेहतर होगा।

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FAQ – Rice Wholesale Business in Hindi

Q1. क्या चावल का होलसेल बिजनेस एक अच्छा व्यवसाय है?

Ans. जी हाँ भारत में चावल की मांग को देखते हुवे हम यह कह सकते है की चावल का होलसेल बिजनेस करना बहुत ही अच्छा और लाभदायक व्यवसाय में से एक है जो साल के बारह महीने आपको कमाई देती है

Q2. चावल का होलसेल बिजनेस से कितनी कमाई होती है?

Ans. चावल का होलसेल बिजनेस से कमाई की बात करें तो 20 से 40 प्रतिशत यह इससे भी अधिक तक मार्जन प्राप्त कर सकते हो

Q3. भारत में सबसे लोकप्रिय चावल कौन सा है?

Ans. बासमती चावल भारत में सबसे लोकप्रिय चावल माना जाता है इसमें भरपूर सुगंध, बढ़िया बनावट और अच्छा स्वाद होता है

Q4. छोटे स्तर पर चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करने के लिए कितना पैसा चाहिए?

Ans. अगर आपको छोटे स्तर पर चावल का होलसेल बिजनेस शुरू करना है तो इसके लिए कम से कम 5 लाख तक की आवशक्ता होगी

निष्कर्ष!

चावल आज के समय में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे अधिक खाए जाने वाले अनाजों में से एक है और ख़ुशी की बात यहाँ यह है की भारत में चावल काफी प्रचुर मात्रा में उगाया जाता है तो ऐसे में चावल से जुड़े हुए कई क्षेत्रों में लोग बिजनेस कर काफी अच्छा पैसा कमा रहे हैं। कई लोग चावल के होलसेल बिजनेस के बारे में जानने में रुचि रखते हैं और पता करना चाहते हैं कि आखिर ‘चावल का होलसेल बिजनेस कैसे करे’ (Rice Wholesale Business Ideas in Hindi) और यही कारण है की हमने यह लेख लिखा है जिसमे हमने इस बिजनेस के बारे में पूरी जानकारी आसान भाषा में देने की कोशिश की है। 

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