RICE (चावल) एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें सम्पूर्ण जानकारी

चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें | HOW TO EXPORT RICE | COMPLETE PROCESS – Full Details in Hindi

यह बात हम सभी भली-भांति जानते हैं कि आज के समय में हमारे देश में चावल सबसे अधिक खाए जाने वाले अनाजों में से एक है। काफी सारे अन्य अनाजों की तरह ही चावल से जुड़े हुए कई ऐसे व्यवसाय हैं जो आज के समय में बेहद प्रॉफिटेबल है। अगर आज के समय में चावल से जुड़े हुए प्रॉफिटेबल व्यवसाय के बारे में बात की जाए तो उनमें ‘चावल एक्सपोर्ट’ का बिजनेस भी शामिल है।

देश में ऐसे हजारों व्यापारी है जो चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस करके काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। काफी सारे ऐसे लोग हैं जो चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि ‘RICE (चावल) एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करे’ (Rice Export Business Kaise Shuru Kare) और इसी विषय की जानकारी हम आपको इस लेख में देंगे।

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Rice (चावल) एक्सपोर्ट का बिजनेस क्या होता है?

चावल भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में सबसे अधिक खाये जाने वाले अनाजों में से एक है। भारत दुनिया के उन देशो में से एक है जहा बासमती चावल काफी ज्यादा मात्रा में उगता है। अब क्युकी हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है तो सामान्य सी बात है की यहाँ कृषि और उससे जुड़े हुए कई व्यवसाय लोगो के द्वारा किये जाते है। इन व्यवसायों में से एक व्यवसाय एक्सपोर्ट का व्यवसाय भी है। कई अन्य अनाजों के साथ चावल के एक्सपोर्ट का बिजनेस भी कई लोगो के द्वारा किया जाता है जिसका एक मुख्य कारण इसका काफी प्रॉफिटेबल होना है।

काफी सारे लोग है जिन्होंने चावल के एक्सपोर्ट के बिजनेस के बारे में सुना है और वह इसके बारे में जानना चाहते है लेकिन काफी कम लोग ही है जो जानते है की Rice (चावल) एक्सपोर्ट का बिजनेस क्या होता है? तो ऐसे में अगर सरल भाषा में चावल के एक्सपोर्ट के बिजनेस को समझा जाये तो चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस या फिर कहा जाये तो Rice Export Business एक ऐसा बिजनेस है

जिसमे विभिन्न माध्यमों के द्वारा एक देश से दूसरे देश या फिर एक राज्य से दूसरे राज्य आदि में पहुंचा कर सप्लाई करते हैं। कई बार चावल एक्सपोर्टर खुद चावल बेचने के लिए अपना एक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करके रखते हैं तो कई बार वह दूसरी चावल ऑर्गेनाइजेशन या कंपनियों को अपना प्रोडक्ट बेचते है।

क्या चावल (Rice) एक्सपोर्ट का बिजनेस फायदेमंद है?

कई लोग है जो चावल को एक्सपोर्ट करने का बिजनेस भारत में शुरू करना चाहते है लेकिन इसके लिए उनके दिमाग में कई तरह के सवाल है जैसे की चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करे (Rice Export Ka Business Kaise Shuru Kare) और अगर बिजनेस शुरू कर लिया जाये तो क्या यह वाकई में फायदेमंद है? तो जानकारी के लिए बता दे की दुनिया के अधिकतर देशो में चावल खाया जाता है और भारत में भी हर जगह चावल से जुड़े खाद्य पदार्थो का सेवन किया जाता है लेकिन यह उगता हर जगह नहीं है।

भारत दुनिया के उन देशों में से एक है जहां सबसे अधिक चावल उगाया जाता है। भारत में सबसे अधिक खाए जाने वाले अनाजों में से एक चावल भी है लेकिन अगर इसके प्रोडक्शन की बात करें तो भारत में किसानो के द्वारा देश की जरूरत से कई गुना ज्यादा चावल उगाया जाता है जिसके चलते भारत ना केवल अपनी पूर्ति कर सकता है बल्कि दुनिया के उन देशों को भी चावल पहुंचा सकता है जहां चावल की कमी है। यही कारण है की भारत के द्वारा सालो से चावल एक्सपोर्ट किया जाता है। सही तरह से बिजनेस करे तो यह काफी प्रॉफिटेबल भी है।

यह भी पढ़े : भारत में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें

चावल एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें? Complete Process in Hindi

Rice Export Business वाकई में एक प्रॉफिटेबल बिजनेस है जिसे सटीक रूप से संचालित करे तो इससे काफी मुनाफा कमाया जा सकता है और साथ ही बिजनेस को एक उच्च स्तर या फिर कहा जाये तो बिग स्केल पर ले जाकर किया जाये तो इससे काफी ज्यादा पैसा भी कमाया जा सकता है। ऐसे में अगर आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस करने की सोच रही हो लेकिन आपको नहीं पता कि ‘राइस एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें ‘ (Rice Export Business Kaise Shuru Kare) तो घबराने की बात नहीं, क्युकी इसकी पूरी जानकारी हम आपको देंगे।

यह बात हम सभी भली-भांति जानते हैं कि चावल एक्सपोर्ट करने का बिजनेस एक बड़ा बिजनेस है जिसमें आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाकर व्यवसाय करना होगा तो ऐसे में आपको इस बिजनेस को शुरू करने के लिए स्टेप बाय स्टेप चलना होगा और सभी तरह के आवश्यक डॉक्यूमेंट लेने होंगे। अगर आप चावल एक्सपोर्ट करने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक प्रोसेस फॉलो करनी होती स्टेप बाय स्टेप और इस बिजनेस को शुरू करने की प्रोसेस कुछ इस प्रकार होगी:

कंपनी रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करें

किसी भी तरह के व्यवसाय को अगर उच्च स्तर पर ले जाकर उससे एक अच्छा प्रॉफिट कमाना है तो यह जरूरी होता है कि सब कुछ पूरी तरह से लीगल हो और आप हर एक चीज का बारीकी से ध्यान रखें तो ऐसे में राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए भी जो सबसे पहला काम आपको करना होगा वह यह होगा की आप अपनी Rice Export Company का रजिस्ट्रेशन करे। किसी भी कंपनी को जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहती है, पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होता है।

किसी भी कंपनी का रजिस्ट्रेशन करना एक तरह से उस कंपनी के बिजनेस स्ट्रक्चर का लीगल एस्टेब्लिशमेंट होता है। यह आपकी कंपनी के लिए एक ब्रांड नेम और लोगो रखते हुए मार्केटप्लेस में रिकॉगनाइज करने में मदद करता है। भारत में कंपनी रजिस्ट्रेशन डिसीजन मेकर्स, पार्टनर्स, शेयरहोल्डर्स और मालिक आदि का निर्धारण कर सकते हो। ऐसे में अगर आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू करने जा रहे हो तो इसके लिए आपको सबसे पहले अपनी कंपनी का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।

एक करंट बैंक अकाउंट ओपन करें

चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करें (Rice Export Business Kaise Shuru Kare) से जुड़ी प्रक्रिया में जब आप एक बार अपनी राइस एक्सपोर्ट कंपनी को रजिस्टर कर लेंगे तो उसके बाद आपका अगला काम होगा एक करंट बैंक अकाउंट ओपन करना। किसी भी तरह के व्यवसाय में आपकी पैसों से जुड़ी हुई लेनदेन होती है और इस लेनदेन के लिए करंट अकाउंट होना जरूरी होता है तो ऐसे में अपनी कंपनी को लीगली रजिस्टर करने के बाद अपनी कम्पनी का एक करंट बैंक अकाउंट खुलवाए।

अपना इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट कोड प्राप्त करें

अगर आप भारत में लीगली इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस करना चाहते हो तो उसके लिए आपको इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड (Import-Export Code) की जरूरत पड़ती है जो इसके लिए आवश्यक है। राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू करने के लिए भी आपको डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड से रजिस्ट्रेशन करते हुए इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड अर्थात IEC Code प्राप्त करना होगा। यह पैन कार्ड पर आधारित एक 10 डिजिट कोड होता है जो एक तरह से इंपोर्ट एक्सपोर्ट के व्यवसाय में पासपोर्ट की तरह काम करता है।

AD Code Registration के लिए अप्लाई करें

किसी भी तरह के इंपोर्ट एक्सपोर्ट के व्यवसाय में घुसने के लिए आपको दो बेहद ही आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवाने होते हैं जिनमें से पहला रजिस्ट्रेशन इंपोर्ट एक्सपोर्ट कोड का रजिस्ट्रेशन होता है तो वहीं दूसरा रजिस्ट्रेशन एडी कोड रजिस्ट्रेशन होता है। इन दो रजिस्ट्रेशन के बिना आप भारत में इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू नहीं कर सकते तो ऐसे में जरूरी है की अपना इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड प्राप्त करने के बाद आप AD Code Registration भी करवाए क्युकी आप इसके बाद ही अपना राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू कर पाएंगे।

FSSAI Registration करवाए

अगर आप FSSAI के बारे में नहीं जानते तो जानकारी के लिए बता दें कि इसका मतलब Food Safety and Standards Authority of India है और FSSAI का काम फ़ूड प्रोडक्ट्स और सेवाओं को रेगुलेट करना होता है। किसी भी तरह के फ़ूड से जुड़े बिजनेस के लिए आपको FSSAI Registration करवाना होता है और राइस एक्सपोर्ट बिजनेस भी उसमे शामिल है। FSSAI Registration के बाद आप आसानी से अपने राइस को एक्सपोर्ट करके अपने बिजनेस से अच्छा पैसा कमा पाओगे।

ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन एक्वायर करे

किसी भी तरह के बिजनेस में आपके कॉम्पटीटर के द्वारा आपका नाम और ब्रांडिंग का उपयोग करते हुए बिजनेस करने का डर लगा रहता है जिसके चलते यह जरूरी हो जाता है कि आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू कैसे करे (Rice Export Business Kaise Shuru Kare) के प्रोसेस में अपना ट्रेडमार्क भी एक्वायर कर ले। इससे होने वाला फायदा यह है कि ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन एक्वायर करने के बाद कोई भी आपके नाम और लोगों आदि से प्रोडक्ट नहीं बेच पाएगा और अगर बेचेगा तो आप उसके खिलाफ कार्यवाही कर पाएंगे।

जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाये

वर्तमान समय में अगर आप एक अच्छे स्तर का व्यवसाय कर रहे हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आप अपने व्यवसाय का जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाएं जिससे कि आपको बाद में किसी तरह की कोई दिक्कत ना आए। ऐसे में अगर आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो यह बात ध्यान में रखें कि जल्द ही उसका जीएसटी रजिस्ट्रेशन भी करवा ले। भारत में हर तरह के एक्सपोर्ट और इंपोर्ट बिजनेस के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है तो ऐसे में आपको भी राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस के लिए यह करवाना होगा।

Attain APEDA Registration और FIEO Registration करवाए

APEDA का तात्पर्य Agricultural & Processed Food Products Export Development Authority से और FIEO का मतलब Federation of Indian Export Organisations से है। अगर आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस करने जा रहे हैं तो बेहतर है कि आप इन ऑथोरिटीज और ऑर्गनाइजेशन में भी रजिस्ट्रेशन करवा ले क्योंकि इन ऑर्गेनाइजेशंस में रजिस्टर्ड होने के बाद आपको इंपोर्ट एक्सपोर्ट व्यवसाय से जुड़े हुए कई फायदों का लाभ उठाने का मौका मिलेगा।

व्यवसाय करके पैसा कमाना शुरू करे

ऊपर बताई गई ‘चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करे’ (Rice Export Ka Business Kaise Shuru Kare) की प्रक्रिया को फॉलो करते हुए जब आप एक बार सभी अनिवार्य रजिस्ट्रेशन करवा लेंगे और सभी जरूरी लाइसेंस प्राप्त कर लेंगे तो उसके बाद आप आसानी से चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस (Rice Export Business) करके पैसे कमा पाएंगे। इन सभी रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस के बाद आप दुनिया के कई देशो में भारत का अनाज पहुंचा कर काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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Rice Export Business के फायदे

जैसा कि हमने आपको बताया कि राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस एक फायदेमंद बिजनेस है और अगर आप सटीक रूप से एक राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस संचालित करें तो आप इससे काफी मुनाफा कमा सकते हैं। लेकिन कोई भी बिजनेस शुरू करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। अब हम आपको यह तो बता चुके हैं कि आखिर ‘चावल एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसे शुरू करे’ (Rice Export Ka Business Kaise Shuru Kare) तो चलिए अब इसके फायदों के बारे में भी जान लेते हैं, जो कुछ इस प्रकार है:

पुरे साल डिमांड रहती है

वर्तमान समय में अधिकतर व्यवसायो में यह देखा जाता है कि साल के किसी स्पेसिफिक समय पर उनकी ग्रोथ बढ़ जाती है तो वह पर्याप्त सेल नहीं कर पाते लेकिन राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस के मामले में ऐसा नहीं है क्योंकि चावल एक ऐसा अनाज है जिसका सेवन पूरे साल ही किया जाता है तो ऐसे में अगर आप राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस शुरू करते हैं तो आप उससे साल के किसी एक समय पर नहीं बल्कि पूरे साल ही अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे।

ग्राहकों की बड़ी संख्या

आज के समय में अधिकतर व्यवसाय से जुड़ी हुई दिक्कत यह है कि उन्हें अपने बिजनेस के लिए ग्राहक नहीं मिल पाते लेकिन राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस के बारे में बात की जाए तो चावल की भारी डिमांड होने के कारण राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस के लिए हमेशा ग्राहक मौजूद रहते हैं। दुनिया के अधिकतर देशों में चावल का सेवन किया जाता है तो ऐसे में राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस के लिए ग्राहकों की कमी हो ही नहीं सकती। यही कारण है कि यह बिजनेस आज के समय में काफी प्रॉफिटेबल है।

विदेशो में बिजनेस करने का मौका

राइस एक्सपोर्ट बिजनेस के सबसे बड़े फायदे में से एक फायदा यह है कि इसमें आपको विदेशों में बिजनेस करने का मौका मिलता है। अगर आप विदेशों में अपने राइस एक्सपोर्ट की बिजनेस के लिए एक बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर बना लेते हैं तो वहां से आप काफी कम समय में काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हो। दुनिया के कई बड़े और विकसित देशों में भी चावल की डिमांड है तो ऐसे में राइस एक्सपोर्ट का बिजनेस आपके लिए एक सोने का अंडा देने वाली मुर्गी भी बन सकता है।

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भारत में भी की जा सकती है अच्छी कमाई

किसी भी तरह के अन्य इंपोर्ट एक्सपोर्ट बिजनेस की तरह ही राइस एक्सपोर्ट के बिजनेस में भी ना केवल विदेशों में राइस को एक्सपोर्ट करके पैसा कमाया जा सकता है बल्कि साथ में भारत में भी राइस एक्सपोर्ट करके काफी अच्छी कमाई की जा सकती है। कई राज्यों में चावल की भारी डिमांड है लेकिन उन राज्यों में अधिक चावल नहीं उगता जिसकी वजह से वहा चावल एक्सपोर्ट करके भी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। अर्थात आप इस बिजनेस में भारत में रहकर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हो।

आसानी से किया जा सकता है स्केल

इंपोर्ट एक्सपोर्ट के बिजनेस में सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि अगर आप बिजनेस को सटीक रूप से संचालित कर रहे हो और उससे अच्छा प्रॉफिट निकाल रहे हो तो आप अपने बिजनेस में अधिक पैसा इन्वेस्ट करके उसे आसानी से एक उच्च स्तर पर ले सकते हैं। सरल भाषा में कहा जाए तो इंपोर्ट एक्सपोर्ट के बिजनेस को आसानी से खेल सकता है और अगर बात राइस एक्सपोर्ट बिजनेस की हो तो हाई डिमांड के चलते इसमें स्केल करना भी संभव है।

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निष्कर्ष!

इस बात में कोई दो राय नहीं है कि Rice Export का बिजनेस वाकई में एक काफी प्रॉफिटेबल बिजनेस है और काफी सारे लोग ऐसे हैं जो इस बिजनेस में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं या फिर कहा जाए तो यह बिजनेस शुरू करके मुनाफा कमाना चाहते हैं। लेकिन कम ही लोग है जो जानते है की ‘RICE (चावल) एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करे’ (Rice Export Business Kaise Shuru Kare) और यही कारण है कि हमने यह लेख लिखा है जिसमें हमने Rice Export शुरू करने से जुडी पर्याप्त जानकारी देने की कोशिश की है।

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