बहुत आसान है हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करना | How to Start Hostel or Paying Guest Business in India

Hostel or Paying Guest Business in Hindi – शिक्षा हर घर के लिए जरूरी है इसलिए हर घर के बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए बाहर में रहने की जरूरत पड़ती है । इसी जरूरतों को व्यापारिक नजरिये से सोचकर आप इनकी जरूरतों को पूरा कर अपना खुद का हॉस्टल या पीजी खोल सकते हैं।

जिससे आपको अच्छी कमाई भी होगी हॉस्टल और पीजी की लगातार मांग बढ़ती जा रही है कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने हॉस्टल और पीजी को ही अपना पूर्णकालिक व्यापार बना लिया है हालांकि बहुत से लोग इस व्यापार के बारे में सोच भी रहे होंगे परंतु कुछ लोगों को ये नहीं पता होगा कि हॉस्टल या पीजी का व्यापार कैसे शुरू करें।

अगर आपके अंदर भी हॉस्टल या पीजी को ही व्यापार के रुप में अपनाने का कोई विचार चल रहा है तो आज हम इस लेख में आपको बताने वाले है कि हॉस्टल या पीजी (Hostel Or PG) का व्यापार कैसे शुरू करें । इसके साथ ही आपको इससे होने वाली कमाई के बारे में भी बताएंगे तो विस्तार से जानने के लिए आप हमारे आर्टिकल के साथ अंत तक बनें रहें।

क्या है हॉस्टल और पीजी का व्यापार (What is Hostel or PG business in Hindi)

किसी भी बिजनेस की शुरुआत के पूर्व उस बिजनेस के बारे में जानकारी का होना बहुत आवश्यक है । पीजी या हॉस्टल वो स्थान है, जहां पढ़ाई करने वाले छात्रों को उनके बजट में रहने और खाने की बेहतरीन और सामूहिक सुविधा हासिल होती है.हॉस्टल और पीजी में एक बड़ा फर्क होता है।

हॉस्टल और पीजी में क्या अंतर है? आमतौर पर हम हॉस्टल और पीजी को एक ही समझ लेते हैं लेकिन इसमें कुछ अंतर है। हॉस्टल किसी बड़े क्षेत्र में विद्यार्थियों के रहने के लिए बनाया जाता है, जहां एक साथ कई छात्रों के लिए रुम और खाने का प्रबंध होता है सामान्यतः यह किसी शैक्षणिक संस्थान के आसपास ही होता है। हॉस्टल में मूलभूत सुविधा जैसे भोजन, पानी, मनोरंजन की सुविधा अनिवार्य है।

जबकि पीजी यानी पेइंग गेस्ट का क्षेत्र सीमित होता है यहां किसी मकान में ही लोग परिवार या समूह में निवास करते हैं यहां रहने वाले लोगों की संख्या सीमित होती है हॉस्टल और पीजी में एक और बड़ा फर्क यह होता है कि हॉस्टल में सिर्फ पढ़ने वाले छात्रों की ही जगह मिलती है जबकि पीजी में विद्यार्थियों के साथ साथ जो लोग बाहर से आकर जॉब करते हैं ऐसे लोग भी रहते हैं हॉस्टल या पीजी को लड़के और लड़कियों के लिए अलग अलग बनाया जाता है।

हॉस्टल और पीजी का व्यापार कैसे शुरू करें? How to Start Hostel or Paying Guest Business in India in Hindi

How to Start Hostel or Paying Guest Business in India in Hindi

हॉस्टल और पीजी का व्यापार में थोड़ा बहुत अंतर तो है मगर दोनों को व्यापार के रूप में शुरू करने के लिए जो प्रक्रिया है वह लगभग समान है इसलिए हमने दोनों के प्रोसेस के बारे में एक साथ जानकारी दिया है –

1. अपनी बजट के अनुसार प्लान बनाएं

हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करने से पहले आपको अपनी बजट के अनुसार प्लान तैयार करना है कि आप कितना इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। आपका निवेश ही इस बात को तय करेगा कि आप किस प्रकार के ग्राहकों को टारगेट कर रहे हैं क्योंकि आप बहुत ज्यादा फेसिलिटी देंगे तो रहने वालों की संख्या ज्यादा होगी। अगर आप शुरुआत में कम निवेश के साथ शुरू कर रहें है तो फिर आपको कम बजट में अधिकतम सुविधा कैसे दी जा सकती है इस पर फोकस करना होगा।

2. मार्केट रिसर्च जरुरी

हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करने में अच्छा खासा पैसा निवेश होता है, इसलिए इसे शुरु करने से पहले एक बार आपको मार्केट रिसर्च अवश्य करना चाहिए आपको इस बात का पूरा अध्ययन करना होगा कि जिस इलाके में आप इस बिजनेस को शुरु करने जा रहे हैं, वहां आसपास कितने कॉलेज, कोचिंग, यूनिवर्सिटी आदि हैं।

आपको यह भी ध्यान देना होगा कि वहां पहले से कितने हॉस्टल और पीजी चल रहे हैं उन सबमें सुविधाएं क्या है और उनकी फीस कितनी है. इसके साथ ही इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि आपके हॉस्टल से मेन मार्केट और सड़क कितनी दूर है।

3. हॉस्टल या पीजी के लिए सही जगह का चयन करें (Location Required)

हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करने से पूर्व उचित जगह का चयन करना अधिक महत्व है जैसा की हमने आपको पहले ही बताया कि हॉस्टल या पीजी में बाहर से आकर पढ़ने वाले या कोई जॉब करने वाले लोग रहते हैं इसलिए जब जगह का चयन करना हो तो या तो किसी शैक्षणिक संस्थान के आसपास या फिर ऐसी जगह जहां पर युवा वर्ग रहने के लिए पसंद करता हो इस प्रकार की जगह का चयन करना चाहिए।

हॉस्टल या पीजी के पास में पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे कि ऑटो, बस की व्यवस्था होनी चाहिए इसके अलावा बैंक तथा सामान्य जरूरत की सामानों की दुकान की भी व्यवस्था होनी चाहिए।

4. हॉस्टल या पीजी के लिए बिल्डिंग की व्यवस्था

हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करने के लिए आपके पास दो विकल्प हैं या तो आप खुद की बिल्डिंग बनवा सकते हैं जिसके लिए आपको बहुत इन्वेस्ट करना पड़ेगा या फिर आपको बिल्डिंग रेंट पे लेना होगा ज्यादातर हॉस्टल या पीजी रेंट के बिल्डिंग में ही संचालित होते रहते हैं आप ज्यादा निवेश नहीं करना चाहते तो आपके लिए भी रेंट पे लेना ही सुविधाजनक है।

लेकिन जब आप रेंट पे ले रहे हो तो कम से कम 5 वर्षों का मकान मालिक के साथ एग्रीमेंट (Rent Agreement) जरूर कराएं और नियम व शर्तों का भी mention करना न भूलें क्योंकि किसी भी बिल्डिंग को हॉस्टल या पीजी के रूप में बनाने के लिए आपको बिल्डिंग में अपने हिसाब से कस्टमाइज करना ही पड़ेगा।

5. औपचारिक कार्य पूर्ण कर (License and Registration)

अगर आप हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करने के बारे में सोच रहें है तो आपको कुछ वैधानिक परमिशन की भी आवश्यकता होगी बहुत सारे जगहों पर देखा जाता है कि लोग लाखों रुपये निवेश कर हॉस्टल और पीजी तो खोल लेते हैं पर उसके लिए लाइसेंस और परमिशन नहीं लेते. जागरुक अभिभावक या छात्र ऐसे हॉस्टल में रहना पसंद नहीं करते, इसलिए बेहतर होगा कि आप सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपने हॉस्टल और पीजी का रजिस्ट्रेशन करा लें।

Trade licence : ट्रेड लाइसेंस वो दस्तावेज है जो सरकार की ओर से जारी किया जाता है आपको सरकार से ट्रेड लाइसेंस की आवश्यकता होगी इससे आप अपना व्यवसाय सुचारू ढंग से चला पाएंगे इस लाइसेंस का आशय होता है कि सरकार आपको यह अनुमति दे रही है कि आप अपना व्यापार जारी रखें।

FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) : आप अपने हॉस्टल में रहने वालों को बेहतर भोजन वगैरह मुहैया करवा रहे हैं या नहीं ! आपके हॉस्टल में बनने वाले खाने की क्वालिटी कैसी है, आपको खाद्य विभाग से अपने खाने की क्वालिटी का परीक्षण करवाना होगा इसके लिए एफएसएसएआई आवेदन देकर लाइसेंस प्राप्त करना होता है यह लाइसेंस आपको स्थानीय खाद्य सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जांच के उपरांत निर्गत की जाती है

NOC : एनओसी यानी अनापत्ति प्रमाण पत्र. एनओसी नगर निकायों की ओर से जारी होने वाला दस्तावेज है अंत मे आपको स्थानीय पुलिस थाने में भी अपने व्यवसाय के बारे में सूचित करना और परिसर की संपूर्ण जानकारी से अवगत कराना होता है जिससे बाद में कोई परेशानी न आए पुलिस विभाग द्वारा साधारण से जांच और आपके द्वारा दी गई जानकारी से मिलान कर आपको एनओसी सौंप दिया जाता है।

6. कर्मचारियों की नियुक्ति

हॉस्टल और पीजी का व्यापार आप अकेले नहीं कर सकते यह किसी एक आदमी के बस के बाहर की चीज है इसके लिए आपको कम से कम 5-10 कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी । सिक्योरिटी गार्ड, रिसेप्शनिस्ट, एक कुक, एक हेल्पर, दो सफाई कर्मचारी, एक पिउन और एक केयर टेकर की नियुक्ति करनी पड़ती है।

कर्मचारियों की नियुक्ति बहुत सावधानी पूर्वक करना चाहिए क्योंकि हॉस्टल की व्यवस्था के लिए कर्मचारियों का विशेष योगदान होने वाला है । जब कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए तो 50% कर्मचारियों को उनके अनुभव के आधार पर हायर किया जाना चाहिए ताकि आप के उपर से वर्क लोड कम हो सके और हॉस्टल का संचालन सही तरीके से हो । अगर आपकी किस्मत अच्छी है तो आपको मेहनती कर्मचारी मिल सकते हैं जो आपके व्यापार को उंचाई पर पहुंचा सकते हैं।

7. विज्ञापन करना अनिवार्य है (Marketing)

आप ने नया हॉस्टल या पीजी का व्यापार शुरू किया है तो आपको इसका विज्ञापन कराना ही होगा विज्ञापन के लिए आपको अलग से बजट फिक्स करना होगा शुरुआती दौर में विज्ञापन भी आपके व्यापार का महत्वपूर्ण अंग होता है इसलिए आपको कोई मार्केटिंग एजेंसी से सम्पर्क कर टारगेट ग्राहकों तक अपने इस व्यवसाय की उपलब्ध फेसिलिटी तथा लोकेशन के बारे में प्रचार प्रसार करना होगा।

आप इलाके के स्कूल, यूनिवर्सिटी, कॉलेज और कोचिंग संस्थान के बाहर बैनर या पोस्टर लगवा सकते हैं पैम्फलेट वितरण करवा सकते हैं शुरुआत में आपको विज्ञापन करवाना होता है, बाद में छात्र और अभिभावक खुद चलकर आपके पास आते हैं आज के दौर में सोशल मीडिया का भी काफी महत्व है आप चाहें तो अपने हॉस्टल के नाम से फेसबुक पेज वगैरह भी बनवा सकते हैं इसमें कम पैसे में ज्यादा प्रचार हो जाता है आप सोशल मीडिया तथा वीडियो एड के माध्यम से भी अपने व्यवसाय का प्रचार प्रसार कर सकते है।

हॉस्टल या पीजी का व्यापार में खर्च

किसी भी हॉस्टल और पीजी का बिजनेस को शुरु करने में सबसे पहली जरुरत भवन की होती है कोई भी रहने के लिए अच्छा, साफ सुथरा और हवादार भवन ही पसंद करता है, इसलिए भवन की व्यवस्था को सुदृढ़ करें साफ सुथरे और पर्याप्त बाथरुम और टॉयलेट की जरुरत होगी अब बारी आती है बिस्तरों की कमरे की लंबाई चौड़ाई के हिसाब से डबल बेड या ट्रिपल बेड को एडजस्ट किया जाता है कई छात्र एकाग्रता के लिए सिंगल रुम की डिमांड करते हैं इसके लिए वो अलग से पैसे खर्च करने को तैयार रहते हैं, इसलिए आपको एकाध सिंगल रुम भी रखने पड़ते हैं।

खाने पीने के लिए बड़ा सा साफ सुथरा किचेन और पर्याप्त मात्रा में बर्तन खरीदना होगा इन सभी में आपका काफी पैसा निवेश हो जाएगा लेकिन ये लंबे वक्त तक आपको मुनाफा देता रहेगा कोशिश करें कि अच्छी क्वालिटी के सामानों की ही खरीद करें।

वहीं पीजी के लिए आपको कमरों को व्यवस्थित करना पड़ेगा. पीजी में रहने वाले अक्सर अटैच और सेपरेट बाथरुम की मांग करते हैं, इसका आपको ध्यान रखना होगा पीजी में रहने वाले शांतिपूर्ण माहौल चाहते हैं, आपको इस पर विशेष ध्यान देना होता है।

हॉस्टल या पीजी से कितना लाभ हो सकता है?

Hostel or PG business से आप निश्चित रूप से कितना कमा सकते हैं यह तो बताना मुश्किल है क्योंकि यह आपके मेहनत और निवेश पर निर्भर करेगा लेकिन हॉस्टल या पीजी का मार्केट बहुत बड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में वैश्विक छात्रावास बाजार 4.37 अरब डॉलर था जो कि 2023 में बढ़कर 5.2 अरब डॉलर तक पहुँच गया मतलब 19% वृद्धि दर के साथ यह बिजनेस ग्रो कर रहा है। हालांकि आप अगर कम निवेश करने के बारे में भी सोच रहें होंगे पर आपका Business strategy अच्छा रहे तो निश्चित ही आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है।

ग्राहकों को दी जाने वाली सुविधाएं

हॉस्टल में क्या क्या सुविधा मिलती है? हॉस्टल के लिए छात्र ग्राहक ही होते हैं और हॉस्टल की ओर ज्यादा से ज्यादा ग्राहक आकर्षित हो, उसके लिए आपको विशेष ध्यान और सुविधा देनी होगी।

1. बिस्तर : छात्रों की जरुरत और उनकी प्राइवेसी का ध्यान रखते हुए आपको उनके लिए कमरे और बिस्तर आवंटित करने होंगे आप चाहें तो एक कमरे में डबल बेड या ट्रिपल बेड भी लगा सकते हैं जिस भवन में आप हॉस्टल शुरु कर रहे हैं, वहां कमरों के साथ बड़े हॉल भी हैं तो आप वहां डबल डेकर बेड भी लगा सकते हैं।

2. लॉकर्स : हॉस्टल में अक्सर छात्र अपने सामान इधर उधर बिखेर कर रखते हैं ऐसे में कमरा गंदा नजर आता है इसके साथ ही सबके अपने जरुरी सामान और कागजात भी होते हैं, जिन्हें इधर उधर रखने से सामान गुम होने का खतरा रहता है इसके लिए हर छात्र का अपना एक लॉकर होना आवश्यक है, जिसमें वो अपने सारे सामानों को कायदे से सुरक्षित रख सकें. इन लॉकरों की दो चाबी रखें. एक छात्र के पास और दूसरा हॉस्टल प्रबंधन के पास चाबी खो जाने की स्थिति में दूसरी चाबी काम आ जाती है।

3. भोजन : हॉस्टल में रहने के बाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण भोजन होता है छात्रों के पास इतना वक्त नहीं होता कि वो पढ़ाई लिखाई के बाद अपने लिए भोजन बना सकें इसके लिए आपको कर्मचारियों की जरुरत पड़ती है भोजन सादा हो लेकिन स्वादिष्ट हो स्वादिष्ट और घर जैसा भोजन देने पर ही आपके यहां छात्र टिकेंगे अन्यथा वो दूसरे हॉस्टल की ओर रुख कर सकते हैं हर दिन खाने का मेन्यू बदल कर ही छात्रों को भोजन दें वैसे कई हॉस्टल ऐसे भी हैं, जहां छात्रों को खाना खुद ही बनाना पड़ता है लेकिन छात्रों की पसंद वही हॉस्टल होते हैं जहां लॉजिंग के साथ फूडिंग की सुविधा भी मिलती है।

4. इंटरनेट: इंटरनेट बदलते वक्त की जरुरत है अगर आपके हॉस्टल में सीनियर लेवल के छात्र रहते हैं तो उन्हें अपने साथ लैपटॉप भी रखना पड़ता है आप उन्हें वाई फाई के माध्यम से इंटरनेट की फ्री सुविधा प्रदान कर सकते हैं आज की तारीख में वाई फाई सुविधा बहुत महंगी नहीं रह गई है हॉस्टल या पीजी के व्यापार में आप छात्रों की जितनी सुविधा उपलब्ध कराएंगे, आपका व्यापार उतनी ही तेजी से आगे बढ़ेगा आपका व्यापार जितना आगे जाएगा, आप उतने ही पैसे कमाएंगे।

डॉक्यूमेंट्स पर दें ध्यान

आप जिस छात्र या व्यक्ति को अपने हॉस्टल या पीजी में रख रहे हैं तो उसके सभी कागजातों की अच्छी तरह से जांच कर लें कोशिश करें कि उनके अभिभावकों से भी संपर्क कर लें या फिर वेरिफिकेशन भी करवा लें सुरक्षा की दृष्टि से ये बेहद महत्वपूर्ण बात है गलती से भी इस तथ्य को इग्नोर न करें. ईश्वर न करें, अगर कोई घटना हो गई तो आप भी नाहक में फंस जाएंगे, इसलिए कागजी कार्यवाही में कोताही न बरतें।

किसी को भी अपने पीजी या हॉस्टल में रुम देने से पहले उसके पहचान पत्र, आधार, फोटो वगैरह ले लें और उसकी एक अलग फाइल बना लें एक फाइल में सभी रहने वालों की पूरी जानकारी रहने से आपको सुविधा होगी।

रुम लेने और खाली कराने की प्रक्रिया

किसी भी नए व्यक्ति को कमरा देने से पहले उससे बतौर सिक्योरिटी एक महीने का किराया एडवांस लें इससे यह होगा कि वो व्यक्ति अगर किसी कारणवश आपको समय से किराया न दे पाए तो वहां एडवांस में मिले पैसे से ही किराया वसूल कर लें।

अगर आप किसी से अपना कमरा खाली करवाना चाहते हैं तो उसे एक महीना पहले ही नोटिस जारी कर दें हॉस्टल में रहने वाला कोई व्यक्ति भी रुम खाली करना चाहता है तो उसे भी हॉस्टल प्रबंधन को एक महीना पहले सूचित करना होगा हॉस्टल में आने के दौरान ही इस नियम की सख्त हिदायत दे दें इससे आपको कमरे में रखने के लिए किसी का इंतजार नहीं करना होगा।

अगर आप अपने हॉस्टल या पीजी के व्यापार को लेकर गंभीर हैं और इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं तो आपको नियमित रुप से अपने हॉस्टल में जाना होगा वहां रहने वालों की समस्याओं और परेशानियों को सुनना होगा और यथासंभव, यथाशीघ्र इसका निपटारा करना होगा इससे आपकी विश्वसनीयता बनेगी और आपके हॉस्टल और पीजी का व्यापार निरंतर सफलता की ओर अग्रसर होता जाएगा।

FAQ – Hostel or Paying Guest Business in Hindi

Q1. हॉस्टल और पीजी का व्यापार कितना लाभदायक है?

Ans. आज के समाये में हॉस्टल और पीजी का व्यापार शुरू करना आपके लिए बहुत ही ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है ऐसे बहुत से छात्र है जो अपने घर से दूर किसी बड़े सहर में कोई अछि collage में पढ़ने आते है अगर आप यह व्यापार शुरू करते है तो सालो भर अच्छे पैसे कमा सकते है।

Q2. हॉस्टल और पीजी में क्या फर्क है?

Ans. हॉस्टल और पीजी में सबसे बड़ा अंतर यह होता है की हॉस्टल सिर्फ विद्यार्थियों के रहने के लिए बनाया जाता है जबकि पीजी में पीजी में विद्यार्थियों के साथ साथ जो लोग बाहर से आकर जॉब करते हैं ऐसे लोग भी रहते हैं।

Q3. हॉस्टल में क्या क्या सुविधा मिलती है?

Ans. हॉस्टल की ओर ज्यादा से ज्यादा छात्र आकर्षित हो, उसके लिए आपको विशेष ध्यान और सुविधा देनी होगी जैसे, बिस्तर, लॉकर्स, भोजन, इंटरनेट आदि

Q4. हॉस्टल में रहने में कितना खर्च आता है?

Ans. हॉस्टल में रहने में हम खर्च की बात करें तो यह महीने के 5 हजार से 10 हजार के बिच हो सकता है।

निष्कर्ष:

इस आलेख में हमनें आपको हॉस्टल या पीजी का व्यापार शुरु करने संबंधी तमाम तथ्यों से अवगत कराया है हमें उम्मीद है कि ये आपको बेहद पसंद आएगा और आपके लिए लाभकारी साबित होगा लेकिन इस बिजनेस से सम्बन्धित और कोई प्रश्न आपके मन मे हो तो आप हमें कमेंट कर पूछ सकते हैं।

अन्य लेख पढ़े :

2 Comments

Leave a Reply to Shweta Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *